Tag: कव्वाल

कला-साहित्य
कई भाषाओं और बोलियों में साहित्य रचा अमीर खुसरो ने, मुकरियों और पहेलियों के लिए हुए ख्यात- सिद्दीक़ रतलामी

कई भाषाओं और बोलियों में साहित्य रचा अमीर खुसरो ने, मुकरियों...

जनवादी लेखक संघ ने 'अमीर खुसरो: शायरी और शख्सियत' विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन...

रतलाम
महफिल-ए-समां : ज़मीं से आए हैं चल कर ज़मी पर देख लेते हैं, चलो हम बुलंदी से उतर कर देख लेते हैं- रईस अनीस साबरी

महफिल-ए-समां : ज़मीं से आए हैं चल कर ज़मी पर देख लेते हैं,...

हजरत ख्वाजा खुदा सैयद दादाजी के दो दिनी उर्स का समापन कव्वाली के साथ हुआ। इसमें...

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