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धर्म-संस्कृति
अपनी लाइन बढ़ाओ, दूसरे की लाइन मत काटो, दूसरे की लाइन काटने वाला कभी आगे नहीं बढ़ पाता - आचार्य श्री विजयराजजी

अपनी लाइन बढ़ाओ, दूसरे की लाइन मत काटो, दूसरे की लाइन काटने...

रतलाम के नवकार भवन और छोटू भाई की बगीचे में आचार्य और मुनिजनों के प्रवचन जारी हैं।...