हत्या के मामले में सुज़लॉन विंड एनर्जी के सुपरवाइजर और गार्ड सहित 5 गिरफ्तार, चोरी की शंका में पीट-पीट कर युवक को मार डाला था
पुलिस ने चोरी की शंका में हत्या के आरोप में पुलिस ने सुजलॉन विंड एनर्जी कंपनी के गार्ड और सुपरवाइजर सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। 2 आरोपियों की तलाश जारी है।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शहर के औद्योगिक क्षेत्र और सैलाना पुलिस ने हत्या के मामले में सुज़लॉन एनर्जी (Suzlon Energy) कंपनी के सुपरवाइजर और गार्ड सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 2 आरोपी अभी भी फरार है। इन पर आरोप है कि विंड एनर्जी प्लांट में चोरी करने की शंका में 32 वर्षीय युवक को इतना मारा कि उसकी मौत हो गई।
इसका खुलासा एसपी अमित कुमार ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता के दौरान किया। एसपी ने बताया कि 31 अक्टूबर 2024 को सैलाना पुलिस थाने पर सूचना मिली थी कि गोधुलिया तालाब के पास नगर परिषद की कुर्सी पर मणिलाल पिता शंभूजी मईड़ा (32) निवासी रामपुरिया थाना सरवन का अचेत / मृत अवस्था में पड़ा है। पुलिस ने मर्ग धारा 194 BNSS का कायम कर जांच में लिया गया। मृतक का पी. एम. कराया गया। इसमें मणिलाल के शरीर एवं सिर में चोंटें होना पाई गईं और यही उसकी मौत की वजह बताई गई। जाँच में साक्षियों के कथन लिए गए। घटना स्थल फतेहगढ़ मगरा स्थित सुजलॉन कम्पनी के सी. एम. एस. कार्यालय पर लगे सी. सी. टी. वी कैमरों की रिकॉर्डिंग भी चैक की गई। यहां के सिक्युरिटी इंचार्ज को सीसीटीवी फुटेज दिखाए गए। उसने बोलेरो वाहन से उतरने वाले व्यक्तियों की पहचान सुजलॉन कंपनी के ड्राइवर जुझार डिंडोर फतेहगढ़, सुपरवाइजर संतोष कटारा फतेहगढ़, गार्ड रामसिंह गरवाल निवासी नेपाल, गार्ड जगदीश मईड़ा निवासी नेपाल, गार्ड धारजी कटारा निवासी नेपाल, गार्ड जुझार मईड़ा निवासी नेपाल और सुपरवाइजर कन्हैयालाल मईड़ा निवासी ताजपुरिया के रूप में करने पर पहचान पंचनामा बनाया गया।
घटनास्थल और साक्ष्य भी छिपाया
जाँच में पता चला कि आरोपियों ने ने मणिलाल को चोरी की शंका में पकड़ कर उसके साथ मारपीट की गई। इससे आई चोटों के कारण मृतक मणिलाल की मृत्यु हुई। आरोपियों ने बचाव के लिए साक्ष्य छुपाने एवं घटना स्थल छुपाने के लिए मारपीट के बाद मृतक मणिलाल को कम्पनी के बोलेरो वाहन से गोधूलिया तालाब सैलाना पर लाकर छोड़ दिया था। इसके चलते सैलाना पुलिस ने धारा 103(1), 238, 3(5) बी.एन.एस. के केस दर्ज कर जानकारी औद्योगिक क्षेत्र थाना रतलाम भेजी गई। औद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया।
एसपी ने गठित की टीम
एसपी के निर्देशन में एएसपी राकेश खाखा व सीएसपी सत्येन्द्र घनघोरिया के मार्गदर्शन में टीम का गठन किया गया। औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी वी. डी. जोशी के नेतृत्व में गठित टीम ने विवेचना के दौरान आरोपी जगदीश पिता बाबू मईड़ा (38), धारजी पिता हकरू कटारा (35), जुझार पिता लूणा मईड़ा (40), रामसिंह पिता मनजी गरवाल (45) सभी निवासी ग्राम नेपाल, थाना औद्योगिक क्षेत्र रतलाम व कन्हैयालाल उर्फ कान्हा पिता कोदरजी मईड़ा (49) निवासी ताजपुरिया थाना औद्योगिक क्षेत्र रतलाम को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त लकड़ियां व बोलेरो वाहन भी जब्त किया। आरोपी संतोष पिता नाथूजी कटारा व जुझार पिता हरिशचन्द्र डिंडोर दोनों निवासी ग्राम नेपाल, थाना औद्योगिक क्षेत्र, रतलाम फरार हैं। दोनों की तलाश के लिए पुलिस टीम को पुनः लगाया गया है।
गिरफ्तार आरोप
- जगदीश पिता बाबू मईड़ा (38), निवासी ग्राम नेपाल, थाना औद्योगिक क्षेत्र, रतलाम।
- धारजी पिता हकरू कटारा (35), निवासी ग्राम नेपाल, थाना औद्योगिक क्षेत्र, रतलाम।
- जुझार पिता लूणा मईड़ा, (40), निवासी ग्राम नेपाल, थाना औद्योगिक क्षेत्र, रतलाम।
- रामसिंह पिता मनजी गरवाल (45), निवासी ग्राम नेपाल, थाना औद्योगिक क्षेत्र, रतलाम।
- कन्हैयालाल उर्फ कान्हा पिता कोदरजी मईड़ा (49), निवासी ताजपुरिया, थाना औद्योगिक क्षेत्र, रतलाम।
फरार आरोपी
- संतोष पिता नाथूजी कटारा, निवासी फतेहगढ़ मजरा, थाना औद्योगिक क्षेत्र, रतलाम।
- जुझार पिता हरिशचन्द्र डिंडोर, निवासी फतेहगढ़ मजरा, थाना औद्योगिक क्षेत्र, रतलाम।
इनकी भूमिका सराहनीय रही
थाना प्रभारी पृथ्वीसिंह खलाटे, सउनि हितेन्द्र सिंह परिहार व उनकी टीम तथा थाना प्रभारी औद्योगिक क्षेत्र रतलाम के थाना प्रभारी उपनिरीक्षक वी. डी. जोशी, उनि रायसिंह परमार, सउनि अजमेर सिंह भूरिया, प्रधान आरक्षक राजेन्द्र सिंह राठौर, प्रधान आरक्षक राधुसिंह भिड़े, प्रधान आरक्षक रितेश पाटीदार, प्रधान आरक्षक धीरज गावड़े, आरक्षक दुर्गालाल गुजराती, आरक्षक पवन मेहता की सराहनीय भूमिका रही।