फिर आया सौगातों का दिन : प्रधानमंत्री मोदी 11 फरवरी को करेंगे मध्य प्रदेश का दौरा, 7500 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 फरवरी को मप्र के झाबुआ आ रहे हैं। वे यहां जानजातीय महासम्मलेन में भाग लेन के साथ ही करोड़ों की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।
एसीएन टाइम्स @ भोपाल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 फरवरी रविवार को मध्यप्रदेश के भ्रमण पर रहेंगे। वे जनजातीय बहुल क्षेत्र झाबुआ में जनजातीय बंधुओं से भी रू-ब-रू होंगे। इस दौरान वे लगभग 7500 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इनमें सड़क, रेल, बिजली और जल क्षेत्र से संबंधित अनेक परियोजनाएं शामिल हैं। झाबुआ में 'सीएम राइज स्कूल' का शिलान्यास भी होगा। स्वामित्व योजना के लाभार्थियों को 1.75 लाख अधिकार अभिलेखों का वितरण भी किया जाएगा। इससे लोगों को उनकी जमीन के अधिकार के लिए दस्तावेजी साक्ष्य उपलब्ध होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी 11 फरवरी को दोपहर 12.20 बजे झाबुआ के गोपालपुरा पहुंचेंगे। वे यहां आयोजित कार्यक्रम में ‘प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना’ के अंतर्गत 559 गांवों के लिए 55.9 करोड़ रुपए जारी करेंगे। इसका उपयोग आंगनवाड़ी भवन, राशन की दुकानों, स्वास्थ्य केंद्र, स्कूलों में अतिरिक्त कमरे, आंतरिक सड़कों सहित विभिन्न प्रकार की निर्माण गतिविधियों के लिए किया जाएगा। स्कूल छात्रों को स्मार्ट क्लास, ई-लाइब्रेरी आदि जैसी आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी लगभग दो लाख महिला लाभार्थियों को आहार अनुदान योजना की मासिक किस्त का वितरण करेंगे। इस योजना में मध्य प्रदेश की विभिन्न विशेष पिछड़ी जनजातियों की महिलाओं को पौष्टिक आहार के लिए 1500 रुपए प्रतिमाह प्रदान किए जाते हैं।
क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय की रखेंगे आधारशिला
प्रधानमंत्री क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय खरगोन की आधारशिला रखेंगे। यह एक समर्पित विश्वविद्यालय है, जो क्षेत्र में उच्च जनजातीय बहुलता वाले जिलों के युवाओं को सुविधाएं प्रदान करेगा। करीब 170 करोड़ रुपए की लागत से विकसित होने वाला यह विश्वविद्यालय छात्रों के समग्र विकास के लिए विश्वस्तरीय अवसंरचना प्रदान करेगा।
नल-जल परियोजनाओं का होगा भूमिपूजन और लोकार्पण
प्रधानमंत्री कई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे, जो मध्य प्रदेश में जलापूर्ति और पेयजल प्रबंधन को सशक्त करेगी। जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखी जाएगी, उनमें 'तलवाड़ा परियोजना' शामिल है। यह धार और रतलाम के एक हजार से अधिक गांवों के लिए पेयजल आपूर्ति योजना है। इसके अलावा अटल कायाकल्प और शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत) 2.0 के तहत 14 शहरी जलापूर्ति योजनाएं, मध्य प्रदेश के कई जिलों में 50 हजार से अधिक शहरी परिवारों को लाभान्वित कर रही हैं। प्रधानमंत्री झाबुआ की 50 ग्राम पंचायतों के लिए 'नल जल योजना' भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिससे लगभग 11 हजार घरों को नल से जल उपलब्ध कराया जाएगा।
रेल परियोजनाएं करेंगे राष्ट्र को समर्पित
पीएम मोदी कार्यक्रम में कई रेल परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे और उनकी आधारशिला रखेंगे। इनमें रतलाम रेलवे स्टेशन और मेघनगर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखना भी शामिल है। इन स्टेशनों का पुनर्विकास अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत किया जाएगा। राष्ट्र को समर्पित रेल परियोजनाओं में इंदौर - देवास - उज्जैन सी केबिन रेलवे लाइन के दोहरीकरण की परियोजनाएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त इटारसी-यार्ड रीमॉडलिंग के साथ उत्तर-दक्षिण ग्रेड सेपरेटर तथा बरखेरा-बुदनी-इटारसी को जोड़ने वाली तीसरी लाइन को भी इसमें रखा गया है। ये परियोजनाएं रेल अवसंरचना को मजबूत करने तथा यात्री और माल गाड़ियों, दोनों के लिए यात्रा के समय को कम करने में मदद करेंगी।
सड़क परियोजनाओं का होगा लोकार्पण
प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश में 3275 करोड़ से अधिक की कई सड़क विकास परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसमें एनएच-47 के (हरदा-तेमगांव) 30 किलोमीटर तक हरदा-बैतूल (पैकेज-I) को चार लेन का बनाना, एनएच-752डी का उज्जैन देवास खंड, एनएच-47 के इंदौर-गुजरात एमपी सीमा खंड को चार लेन (16 किमी) और एनएच-47 के चिचोली-बैतूल (पैकेज-III) हरदा-बैतूल को चार लेन और एनएच-552जी का उज्जैन झालावाड़ खंड शामिल है। इन परियोजनाओं से सड़क संपर्क में सुधार होगा और क्षेत्र में आर्थिक विकास में भी मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री अपशिष्ट डंपसाइट उपचार परियोजना, 7 विद्युत सब स्टेशन जैसी अन्य विकास कार्यों का भी लोकार्पण और शिलान्यास होगा।