मदद से बड़ी सलाह ! कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप ने दिव्यांगजन से कह दी ऐसी बात, कि- सब कर रहे तारीफ, लोग बोले- जनप्रतिनिधि हों तो ऐसे
मप्र के कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप ने दिव्यांगों को निःशुल्क मिली ट्राइसिकल का विज्ञापन करने में उपयोग की सलाह दी है। उनका कहना है कि इससे दिव्यांगों की आमदनी भी बढ़ेगी। इसमें सहयोग के लिए उन्होंने सामाजिक संस्था को भी प्रेरित किया है।

114 दिव्यांगजनों को 259 कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण वितरण समारोह आयोजित
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । यह ट्राइसिकल सिर्फ कहीं आने-जाने तक सीमित नहीं रहे। अब आप यह भी समझें कि इसका उपयोग कैसे करना है, इसे तरीके से कैसे रखना है। उपयोग करेंगे तो यह खराब भी होगी। इसके लिए आपको सरकार के सामने खड़ा नहीं होना पड़े इसलिए सामाजिक संस्थाओं को प्रेरित किया जा रहा है। उनसे यह कहा है कि चाहे हाथ से चलने वाली ट्राइसिकल हो या फिर मोटराइज्ड, उसका उपयोग विज्ञापन में किया जाए। संस्था आपकी स्वीकृति लेकर व्यापारियों से बात करेगी और ट्राइसिकल के लिए विज्ञापन भी दिलवाएगी।
यह बात सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री चेतन्य काश्यप ने दिव्यांगों से कही। वे दिव्यांगजनों को कृतिम अंग और सहायक उपकरणों के वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। समारोह सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा आयोजित किया गया था। इस दौरान महापौर प्रहलाद पटेल, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, आलोट-उज्जैन के सांसद प्रतिनिधि जितेंद्र काला, मनोहर पोरवाल, पवन सोमानी, कलेक्टर राजेश बाथम, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शृंगार श्रीवास्तव भी उपस्थित रहे। मंत्री काश्यप ने आगे कहा कि, उम्मीद है कि संस्था यह कार्य करेंगी क्योंकि यह समाजसेवा का कार्य है। अगर संस्था आगे नहीं आती है तो हमारे पास ऐसे कार्यकर्ता हैं जिन्हें इस कार्य में लगाया जाएगा ताकि यह ट्राइसिकल आपकी आमदनी का जरिया भी बन सके।
पहले 12 हजार देने पड़ते थे, अब निःशुल्क है
मंत्री काश्यप ने कहा कि दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राइसिकल तथा अन्य आवश्यक उपकरण मिलने से उनका जीवन आसान हो जाएगा और उनकी परेशानियां दूर होंगी। शासन द्वारा दिव्यांगजनों के संपूर्ण उत्थान हेतु काम किया जा रहा है। मंत्री ने बताया कि जब मोटराइज्ड व्हीकल देने की शुरुआत हुई थी तब 32 हजार रुपए शासन देता था और 12 हजार रुपए हितग्राही को मिलाने पड़ते थे। इन 12 हजार रुपए की व्यवस्था के लिए हितग्राही को भटकना पड़ता था, देने वालों को भी तकलीफ होती थी। इस बारे में उन्होंने दिल्ली में बात रखी तो सरकार ने पूर्ण रूप से निःशुल्क वितरण की योजना लागू कर दी। उन्होंने कहा कि यह सरकार का दायित्व है कि वह समाज के हर व्यक्ति को जीने का अधिकार दिलवाए।
मंडल मंत्री राहौरी की तारीफ
मंत्री चेतन्य काश्यप ने दिव्यांगजन को सुविधाएं मुहैया करवाने को लेकर सक्रिय रहने वाले भाजपा के मंडल महामंत्री हेमंत राहौरी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि राहौरी निमित रूप से इस कार्य में लगे रहते हैं। उन्होंने कलेक्टर से कहा कि ऐसे कार्यकर्ता मिलेंगे तो काम के परिणाम बेहतर आएंगे। वे पुनीत भाव से कार्य करते हैं और इसी का परिणाम है कि दिव्यांगजन को हम बेहतर सुविधा उपलब्ध करा पा रहे हैं। उन्होंने महापौर प्रहलाद पटेल और भाजपा नेता मनोहर पोरवाल से निःस्वार्थ्य सेवा के लिए राहौरी का अभिनंदन करने के लिए भी कहा। राहौरी का मंत्री काश्यप ने स्वयं पुष्पमाला पहनाकर अभिनंदन किया।
114 हितग्राहियों को बांटे उपकरण
समारोह के दौरान भारत सरकार की एडिप योजना के अंतर्गत पूर्व से चयनित 114 दिव्यांगजन को 259 कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण का निःशुल्क वितरण किया गया। इनमें 48 मोटराइज्ड ट्राईसिकल, 43 श्रवण यंत्र, बैसाखी, स्मार्ट कैन, टीएलएम किट, व्हील चेयर, कैलिपर्स, कृत्रिम हाथ आदि सामग्री शामिल है। संचालन जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के अधिकारी आनंद कातरकर ने किया। आभार कृत्रिम अंग निर्माण निगम उज्जैन के शशांक पांडेय, चंदन चंद्रा एवं महेश पांडेय ने व्यक्त किया।
इनकी रही उपस्थिति
इस दौरान सामाजिक न्याय विभाग की उप संचालक संध्या शर्मा, आयुषी पालीवाल, रवि जैन, आकाश पथरोड़, संजय चौहान, हितेश गायकवाड़, अमित मईड़ा, दिलीप सिसौदिया, किरण चाहंदे सहित अन्य गणमान्य नागरिक, जिला दिव्यांगजन पुनर्वास केंद्र व सामाजिक न्याय सशक्तिकरण के अधिकारी व कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।