जिला अस्पताल के लिए RKS से न करें अनावश्यक खरीदी, विभागीय मद से राशि प्राप्त करने का प्रयास करें, सारे उपकरण चालू रहें- कलेक्टर
जिला अस्पताल की रोगी कल्याण समिति की बैठक सोमवार को संपन्न हुई। इसमें आय-व्यय का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया। कलेक्टर ने रोकस से अनावश्यक खर्च नहीं करने देने के निर्देश दिए।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने जिला अस्पताल प्रबंधन से रोगी कल्याण समिति से खरीदी नहीं करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जहां तक संभव हो विभागीय मद से राशि प्राप्त करने का प्रयास करें। उन्होंने सभी मशीनें और उपकरण चालू हालत में रखने की हिदायत दी है। समिति द्वारा मानदेय पर रखे गए कर्मचारियों की सूची भी तलब की है।
जिला अस्पताल रोगी कल्याण समिति की बैठक कलेक्टर सूर्यवंशी की अध्यक्षता में सोमवार को सम्पन्न हुई। इसमें बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी जमुना भिडे, सदस्य मनोहर पोरवाल, गोविन्द काकानी, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री अनुराग सिंह, नगर निगम आयुक्त हिमांशु भट्ट आदि उपस्थित थे। कलेक्टर ने सिविल सर्जन डॉ. आनन्द चंदेलकर को रोगी कल्याण समिति की राशि से अनावश्यक खरीदी नहीं करते हुए विभागीय मद से राशि प्राप्त करने के प्रयास के लिए निर्देशित किया।
इस मौके पर बैठक में ट्रामा ओटी के लिए एक ड्रिल मशीन लगभग 1 लाख 75 हजार रुपए लागत की तथा एक ड्रिल मशीन बैटरी चार्जर लगभग 16 हजार रुपए मूल्य की खरीदी के लिए कलेक्टर ने नियमानुसार प्रक्रिया सम्पादित करने के निर्देश दिए। साथ ही ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों में डेडिकेटेड ट्रांसफार्मर की स्थापना के लिए प्राप्त राशि 17 लाख 36 हजार रुपए के उपयोग की स्वीकृति बैठक में दी गई।
ये कार्य हो चुके हैं पूरे
बैठक में बताया गया कि आईसीयू-सीसीयू वार्ड में नवीन वैक्यूम एवं ऑक्सीजन लाइन कार्य के लिए ई-निविदा प्रकाशन की कार्यवाही प्रचलन में है। यिस पर 2 लाख रुपए खर्च होंगे। एम.पी. वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन भोपाल के द्वारा पत्रकार प्रायवेड वार्ड हेतु स्थान प्रदान करने के सम्बन्ध में स्थान अनुपलब्धता नहीं होने की जानकारी से संबंधित को पत्र से दी गई। नवीन लाण्ड्री का निर्माण पूर्ण होकर भवन हस्तगत हो चुका है। लाण्ड्री प्रारम्भ करने के लिए ई-निविदा प्रकाशन कार्यवाही प्रचलन में है। वर्ष 2019-20 में शौचालय निर्माण की राशि 1 लाख 37 हजार रुपए का भुगतान कर दिया है। ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट सप्लाई हेतु 90 मीटर की ऑक्सीजन पाइप लाइन की राशि 2 लाख रुपए की कार्योत्तर स्वीकृति दी गई थी। ब्लड बैंक, सीटी स्कैन कक्ष में इलेक्ट्रिक एवं रिनोवेशन के लिए अनुमानित राशि 2 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई थी। दोनों ही कार्यवाहियां पूरी कर ली गई हैं।
बायो मेडिकल वेस्ट इंजीनियर का हो रहा भुगतान
अस्पताल की सफाई, सुरक्षा, मैन पावर आदि कार्यों के नए टेण्डर की कार्यवाही जारी है। परिसर में स्थित कुएं में पेड़ों की कटाई व पानी के उपयोग के सम्बन्ध में नगर निगम को कार्रवाई करना है। ऑक्सीजन प्लांट के रखरखाव के लिए आउटसोर्स एजेंसी से दो कर्मचारी रखे गए हैं जिनका भुगतान राज्य मद से किया जा रहा है। बायो मेडिकल इंजीनियर को 25 हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय भुगतान किया जा रहा है।
1.13 करोड़ आय, 77.54 लाख व्यय हुए
अस्पताल प्रबंधन ने अप्रैल से 30 नवंबर तक हुई आय-व्यय का ब्यौरा भी दिया। इसके अनुसार आय 1 करोड़ 13 लाख 17 हजार रुपए हुई जबकि खर्च 77 लाख 54 हजार 848 रुपए हुआ।
अप्रैल से 30 नवंबर तक हुई आय
- बाह्य रोगी पंजीयन - 6 लाख 27 हजार रुपए
- अन्तःरोगी पंजीयन - 2 लाख 49 हजार रुपए
- प्रायवेट रूम किराया - 2 लाख 2 हजार रुपए
- सोनोग्राफी, सीटीस्कैन, डायलिसिस - 10 हजार रुपए
- एम्बुलेस सेवा शुल्क - 24 हजार रुपए
- दुकान किराया - 20 हजार रुपए
- पार्किंग सुविधा - 5 लाख 60 हजार रुपए
- कैंटीन व लांड्री सुविधा - 11 लाख 21 हजार रुपए
- निवेश - 2 लाख 85 हजार रुपए
- निविदा शुल्क, इंटर्नशिप, प्रशिक्षण, दण्ड, शास्ति - 41 लाख 26 हजार रुपए
इतने रुपए कर दिए खर्च
- कर्मचारियों का मानदेय - 15 लाख रुपए
- फर्नीचर एवं उपकरण - 10 लाख रुपए
- कम्प्यूटर-प्रिंटर्स, अन्य पेरिफेलरल्स - 14 हजार रुपए
- विद्युत, जल शुल्क - 19 हजार रुपए
- एक्सरे फिल्म व रिएजेंट - 1 लाख 89 हजार रुपए
- पलंग, गद्दे, लीनन, मरम्मत - 96 हजार 585 रुपए
- वार्षिक रखरखाव अनुबंध - 1 लाख 51 हजार रुपए
- उपकरण रखरखाव, मरम्मत - 1 लाख 32 हजार रुपए
- सफाई व सुरक्षा - 13 लाख 44 हजार रुपए
- निदान, सोनोग्राफी, सीटीस्कैन, डायलिसिस - 13 लाख 12 हजार रुपए
- चार्टर्ड अकाउँटेंट की फीस - 8 हजार 250 रुपए
- ई-अस्पताल - 7 लाख 31 हजार रुपए
- विज्ञापन, प्रचार-प्रसार व अन्य - 4 लाख 44 हजार रुपए
- मुद्रण कार्य - 1 लाख 46 हजार 663 रुपए
- लघु निर्माण, विद्युत, पुताई, बगीचा रखरखाव 4 लाख 94 हजार रुपए