विधानसभा चुनाव से पहले घटवास में यह क्या हो गया, आखिर क्यों इतने भाजपाइयों ने ले ली कांग्रेस की सदस्यता

घटवास में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा के कई कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। कांग्रेस पदाधिकारियों ने सभी को मान, सम्मान व स्वाभिमान की रक्षा का भरोसा दिलाया।

विधानसभा चुनाव से पहले घटवास में यह क्या हो गया, आखिर क्यों इतने भाजपाइयों ने ले ली कांग्रेस की सदस्यता
घटवास में कांग्रेस की सदस्यता लेने के लिए जुटे ग्रामीण और भाजपा कार्यकर्ता।

घटवास में जुटे भाजपा से त्रस्त ग्रामीणों और कार्यकर्ताओं ने जिला कांग्रेस अध्यक्ष पटेल और युवा कांग्रेस अध्यक्ष जाट की मौजूदगी में बताई पीड़ा

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । बीती रात घटवास में हुए एक घटनाक्रम ने जिला भाजपा की नींद उड़ा दी है। यहां बड़ी संख्या में ग्रामीणों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर दी। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप भी लगाए।

घटवास में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता जुटे। उन्होंने कांग्रेस जिला अध्यक्ष कैलाश पटेल और जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष मयंक जाट की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ली। पदाधिकारियों ने सभी का कांग्रेस का दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया। ग्रामीणों और भाजपा छोड़ने वाले कार्यकर्ताओं ने कहा कि भाजपा की प्रदेश सरकार किसान विरोधी होकर सिर्फ अपना विकास करना जानती है। भाजपा से कार्यकर्ताओं को सिवाय शोषण और प्रताड़ना के कुछ नहीं मिला। उन्होंने प्रदेश सरकार को भ्रष्टाचार वाली सरकार बताया।

मान, सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा का दिलाया भरोसा

इस मौके पर जिला युवा कांग्रेस जाट ने सभी को आश्वस्त किया कि कांग्रेस परिवार में न सिर्फ आपको मान-सम्मान मिलेगा, बल्कि आपके स्वाभिमान की रक्षा का भी हमेशा ध्यान रखा जाएगा। इस अवसर पर सत्तू व्यास, अभिषेक शर्मा, यश दवे, तूफान सोनगरा, दशरथ भाभर, श्याम व्यास, विनोद जाट, सुरेश जाट के साथ बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।

रतलाम ग्रामीण में जीत के लिए आश्वस्त नेताओं को संकट

कांग्रेस का दावा है कि घटवास ने 150 से अधिक लोगों ने कांग्रेस की सदस्यता ली। विधानसभा चुनाव से ऐन पहले इतनी बड़ी संख्या में लोगों का भाजपा से किनारा करना, भाजपा के उन नेताओं के लिए मुसीबत का सबब बन सकता है जो चुनाव में जीत को लेकर आश्वस्त है। माना जा रहा है इससे रतलाम ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में टिकटों का गणित भी गड़बड़ा सकता है।