लुटेरी दुल्हन ने युवक से मंदिर में रचाई शादी, 6 दिन बाद रुपए और आभूषण लेकर हो गई फरार, महिला और तीन दलाल गिरफ्तार
रतलाम पुलिस ने शादी के नाम पर युवक को ठगने वाली लुटेरी दुल्हन और तीन ठग दलालों को गिरफ्तार किया है।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । बिलपांक पुलिस ने एक लुटेरी दुल्हन को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी महिला उज्जैन जिले के मड़ावदा गांव के युवक से शादी के बाद 2 लाख 10 हजार रुपए और आभूषण लेकर फरार हो गई थी। मामले में पुलिस ने मददगार तीन ठगों को भी गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 30 हजार रुपए, मोबाइल फोन और युवक को डराने में प्रयुक्त हुआ चाकू भी बरामद किया है।
उज्जैन जिले के मड़ावदा निवासी मोहन पाटीदार ने 25 अगस्त, 2023 को बिलपांक थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। मोहन ने पुलिस को बताया था कि दो माह पूर्व में ग्राम धराड़ के एक परिचित आनंदीलाल पाठक ने उससे कहा था कि अगर तुम्हारी शादी नहीं हो रही है तो मेरी नजर में एक लड़की है। थोड़े पैसे लगेंगे, तुम्हारी शादी करवा दूंगा। मोहन ने आनंदीलाल की बातों में आ गया और ‘हां’ कह दी। आनंदीलाल ने अपने परिचित दलाल गोपाल राव निवासी ग्राम अमली, थाना बेटवा, धार से चर्चा की और मोहन पाटीदार की मुलाकात उससे करवाई।
शादी कराने के बदले 2 लाख रुपए देने की तय हुई बात
आनंदीलाल और गोपाल एक अन्य दलाल कमलेश कटारे निवासी ग्राम आड़ाबयड़ा, थाना मनावर, धार से संपर्क कर शादी के लिए लड़की की व्यवस्था करने के लिए कहा। कमलेश ने साजिश के मुताबिक पायल उर्फ गीता कटारे नाम की लड़की के बारे में बताया। वह गोपाल राव को लेकर धराड़ आया। वहां उसने साथी आनंदीलाल को लेकर फरियादी को प्लान के मुताबिक धराड़ के बाहर सगस बाबजी मंदिर के पास बुलवा कर लड़की दिखाई। बातचीत तय कर सातरुंडा माता मंदिर टेकरी पर शादी के लिए 29 जुलाई, 2023 फिक्स कर दी। साथ ही दो लाख रुपए शादी वाले दिन फरियादी से लेने की बात भी तय हुई।
2.10 लाख रुपए और आभूषण लेकर हो गई फरार
शादी की तारीख वाले दिन मोहन परिवार के साथ सतरुंडा स्थित माता की टेकरी पर पहुंचा। वहां पायल उर्फ गीता कटरे, चचेरा भाई कमलेश कटारे, गोपाल राव और आनंदीलाल पाठक भी साथ में पहुंचे। वहां मंदिर में मोहन और पायल उर्फ गीता की शादी हुई। मोहन ने इसके एवज में दलाल को 1 लाख 60 हजार दिए। दुल्हन को आभूषण भी पहनाए। शादी के बाद मोहन, पायल उर्फ गीता को लेकर अपने घर चला गया। यहां गीता 6 दिन घर में रही और सातवें दिन सुबह 5 बजे उसे पहनाई गई ज्वैलरी तथा घर में रखे 50 हजार रुपए लेकर फरार हो गई।
पीड़ित व साथी गांव पहुंचा तो डराकर भगा दिया
मोहन ने आनंदीलाल और गोपाल दलाल से संपर्क किया तो दोनों हम उस लड़की के बारे में कुछ नहीं जानते। तुम ज्यादा खोजबीन करोगे तो वह लड़की पुलिस में रिपोर्ट करके तुमको किसी भी केस में फंसवा देगी। इससे मोहन डर गया और उसने रिपोर्ट नहीं की। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर लड़की का पता करने उसके गांव आड़ाबयडा पहुंचा। वहां गांव के बाहर गीता उर्फ पायल और दलाल कमलेश कटारे मिले। उन्होंने मोहन और उसके साथी को गांव के बाहर ले जाकर ले जाकर चाकू दिखाकर डरा-धमका भगा दिया। कोई रास्ता शेष नहीं होने पर मोहन ने थाने पहुंच कर आपबीती बताई।
चारों आरोपी गिरफ्तार, रुपए और चाकू जब्त
पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश की और तीनों दलालों तथा ठगोरी दुल्हन को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से 30 हजार रुपए और मोहन व साथी को डराने में उपयोग किया गया चाकू, मोबाइल फोन आदि जब्त किया है। आरोपियों की गिरफ्तारी में बिलपांक थाना प्रभारी बिलपांक ओ. पी. सिंह, सब इंस्पेक्टर अल्केश सिंगाड़, सब इंस्पेक्टर सुरेश गोयल प्रधान, आरक्षक रमेश डाबी और गजेंद्र झाला की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
ये हुए गिरफ्तार
- गीता उर्फ पायल पिता लिमसिंह कटारे (35), निवासी आड़ाबयड़ा, पुलिस चौकी उमरबन, थाना मनावर, जिला धार। आरोपी महिला के पति का नाम अमर सिंह पिता नंदराम पंडार है जो लटामली थाना तिरला जिला धार का निवासी है।
- कमलेश पिता बंडूसिंह कटारे (30), निवासी आड़ाबयड़ा, चौकी उमरबन, थाना मनावर, जिला धार।
- गोपाल पिता रामचंद्र राव, निवासी आमली, थाना बेटवा, जिला धार।
- आनंदीलाल पिता उच्छव पाठक, निवासी धराड़, थाना बिलपांक, जिला रतलाम।