भ्रष्टाचार का अड्डा बना रतलाम ! लोकायुक्त की टीम ने अब सहायक सचिव को रिश्वत लेते किया गिरफ्तार, जिले में दो दिन में भ्रष्ट कर्मचारी आए शिकंजे में
रतलाम जिले में दो दिन के भीतर दो कर्मचारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम जिला भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है। लोकायुक्त ने अभी दो दिन पूर्व ही एक पटवारी को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। अभी लोग यह मामला भूले भी नहीं थे कि गुरुवार को एक और भ्रष्ट पकड़ में आ गया। लोकायुक्त की टीम ने अब जावरा तहसील के एक सहायक सचिव को 8 हजार रुपए की घूस लेते गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार 4 जून 2025 को रमेश डाबी निवासी ग्राम आक्याबेनी, तहसील जावरा, जिला रतलाम ने लोकायुक्त उज्जैन एसपी अनिल विश्वकर्मा को लिखित शिकायत की थी। इसमें बताया था कि आक्याबेनी का सहायक सचिव अमरू वरतिया ने उनसे प्रधानमंत्री आवास की दूसरी किस्त बैंक खाते में डलवाने के लिए लिए 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी है। एसपी विश्वकर्मा ने DSP राजेश पाठक से शिकायत की जांच कराई तो वह सही बाई गई।
इन्होंने किया गिरफ्तार
शिकायत का सत्यापन होते ही डीएसपी राजेश पाठक के नेतृत्व में निरीक्षक दीपक शेजवार, प्रधान आरक्षक कन्हैयालाल धनगर, आरक्षक श्याम शर्मा, उमेश कुमार, रमेश डाबर आदि ने आक्याबेनी पहुंच गए। यहां शिकायकर्ता रमेश डाबी आरोपी सहायक सचिव वरतिया के पास पहुंचे और उसने रिश्वत के 8 हजार रुपए लिए, वैसे ही टीम ने धावा बोल दिया और सहायक सचिव को गिरफ्तार कर लिया।
दो दिन पूर्व पटवारी हुआ था गिरफ्तार
बता दें कि, मंगलवार को ही लोकायुक्त की टीम ने रतलाम में एक पटवारी को 8 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। आरोपी पटवारी ने जमीन का बटांकन करने के लिए 25 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी। सिर्फ दो दिन में ही दो कर्मचारियों के घूस लेते पकड़े जाने से साफ है कि प्रशासनिक अमले पर शासन और प्रशासन की पकड़ पूरी तरह ढीली है।