जयस नेता डॉ. अभय ओहरी ने नामांकन दाखिल करने के बाद ग्राम चौपाल पर ग्रामीणों को दिया भाजपा व कांग्रेस के झूठे वादों व समस्याओं से निजात दिलाने का वचन

रतलाम ग्रामीण विधानसभा चुनाव में ट्विस्ट आ गया है। जयस नेता डॉ. अभय ओहरी द्वारा नामांकन दाखिल कर जनसंपर्क भी शुरू कर दिया है।

जयस नेता डॉ. अभय ओहरी ने नामांकन दाखिल करने के बाद ग्राम चौपाल पर ग्रामीणों को दिया भाजपा व कांग्रेस के झूठे वादों व समस्याओं से निजात दिलाने का वचन
डॉ. अभय ओहरी, जयस

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम ग्रामीण विधानसभा से जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) के नेता डॉ. अभय ओहरी ने नामांकन दाखिल कर भाजपा और कांग्रेस में हलचल पैदा कर दी है। नामांकन से निवृत्त होकर डॉ. ओहरी अब गांवों में चौपाल लगाकर ग्रामीणों से चर्चा कर रहे हैं। इस दौरान वे लोगों को भाजपा और कांग्रेस के झूठे वादों और समस्याओं से निजात दिलाने का वचन दे रहे हैं।

निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे डॉ. ओहरी और समर्थकों ने जनसपंर्क के पहले चरण में लोगों से उनकी समस्याएं जानीं। सुबह 10 बजे शुरुआत ईसरथुनी में मां कालिका के दर्शन कर आशीर्वाद लेने के बाद की। यहां से वे जामथून, डेलनपुर, धौंसवास व प्रीतमनगर के ग्रामीणों से मिले। जन चौपाल का सिलसिला देर शाम तक चला। उनकी समस्या जानी और इन समस्याओं को दूर करने का वचन दिया। 

निर्दलीय प्रत्याशी व जयस नेता डॉ. ओहरी ने बताया कि जन चौपाल के दौरान लोगों ने मूलभूत सुविधाओं से जुड़ी समस्याएं बताईं। इनमें स्वास्थ, पानी, बिजली, सड़क जैसी मूलभूत सुविधा प्रमुख हैं। सुविधाओं के अभाव के कारण सबसे ज्यादा किसान परेशान हैं। डॉ. ओहरी के अनुसार मैं मूलभूत मुद्दों को लेकर ही अपने संगठन के साथ चुनावी मैदान में आए हैं। ग्रामीण जनता कांग्रेस व भाजपा के झूठे वादों व घोषणाओं से परेशान हैं। हमें पूरा विश्वास है कि किसान व ग्रामीण जनता हमें बदलाव के इस अभियान में साथ देगी। 

भीम आर्मी और करणी सेना परिवार भी है साथ

बता दें कि, डॉ. ओहरी को जयस के साथ ही भीम आर्मी और करणी सेना परिवार का समर्थन मिल रहा है। नामांकन रैली के दौरान करणी सेना परिवार के जीवन सिंह शेर खुद मौजूद रहे थे। वैचारिक रूप से भीम आर्मी और करणी सेना परिवार अलग हों लेकिन डॉ. ओहरी के मामले में दोनों परस्पर सहयोगी बन कर साथ दे रहे हैं। इस समर्थन ने कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों के खेमों में हलचल है।