यह सिर्फ रोटरी क्लब रतलाम ही कर सकता है, आर्थिक रूप से कमजोर को आत्मनिर्भर बानने बिना ब्याज के देता है लोन, अब तक 168 को मिला संबल

रोटरी क्लब रतलाम सेंट्रल द्वारा एक दशक से अनूठा प्रोजेक्ट संचालित किया जा रहा है। इसके तहत जरूरतमंदों व आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को स्वावलंबी बनाने के लिए माइक्रोफाइनेंस योजना के तहत 10-10 हजार रुपए का ऋण प्रदान किया जाता है। इस पर किसी प्रकार का ब्याज नहीं लिया जाता। यह प्रोजेक्ट क्लब को कई पुरस्कार भी दिलवा चुका है।

यह सिर्फ रोटरी क्लब रतलाम ही कर सकता है, आर्थिक रूप से कमजोर को आत्मनिर्भर बानने बिना ब्याज के देता है लोन, अब तक 168 को मिला संबल
हितग्राही को ऋण राशि का चेक प्रदान करते पदाधिकारी।

रोटरी क्लब रतलाम सेंट्रल ने 5 हितग्राहियों को माइक्रोफाइनेंस योजना के तहत पांच हितग्राहियों को दिए ऋण के चेक, 1 दशक पूर्व शुरु हुआ था प्रोजेक्ट, कई उपहार भी जीते

एसीएन टाइम्स @ रतलाम l सच्ची समाजसेवा वही है जो किसी वंचित वर्ग और जरूरतमंद को समय पर संबल प्रदान करे। इस मामले में रोटरी क्लब रतलाम सेंट्रल मिसाल है। संस्था अपने अहम् प्रोजेक्ट के तहत आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बिना ब्याज के ऋण उपलब्ध करवाती है। रविवार को भी 5 लोगों को सूक्ष्म ऋण उपलब्ध कराया गया। इसके सहित अब यह संबल 168 हितग्राही प्राप्त कर आत्मनिर्भर हो चुके हैं।

रोटरी क्लब रतलाम सेंट्रल ने रविवार को एक कार्यक्रम के तहत पांच हितग्राहियों को 10-10 हजार रुपए के चेक प्रदान किए। चेक डीजी महेन्द्र मिश्रा, एजी अखिलेश गुप्ता, श्रीमती मिश्रा, अध्यक्ष सुनील लुनिया एवं सचिव कमलेश बुपक्या की उपस्तिथ में प्रदान किए गए। इस अहम् बारे में पूर्व अध्यक्ष व प्रोजेक्ट चेयरमैन महेन्द्र गादिया तथा को-चेयरमैन श्याम विन्चुरकर ने बताया प्रोजेक्ट एक दशक पूर्व शुरू हुआ था।

2011-12 में शुरू हुआ था प्रोजेक्ट, 5 से 10 हजार रुपए राशि

पदाधिकारीद्वय के अनुसार वर्ष 2011-12 में इसकी शुरुआत पी. के. जैन व मनीष चौरड़िया के कार्यकाल में शुशील गोरेचा के सहयोग से हुई गई थी। पूर्व में योजना के तहत स्वावलंबी बनाने के लिए प्रति हितग्राही पांच हजार रुपए बिना ब्याज के दिए जाते थे। अब इसे बढ़ाकर 10 हजार रुपए प्रति हितग्राही दिए जाते हैं। जिसे आसान मासिक किस्तों में लौटाना होता है। अभी तक संस्था द्वारा 168 हितग्राहियों को सूक्ष्म ऋण दिया जा चुका है। इसकी मदद से कई लोगों ने अपने व्यवसाय को विस्तार दिया और वे आत्मनिर्भर हो सके।

रोटरी मंडल-3040 का इस तरह का पहला अनूठा प्रोजेक्ट

पदाधिकारीद्वय गादिया एवं विंचुरकर ने बताया प्रोजेक्ट मंडल-3040 में इस तरह की पहली योजना है जिसकी शुरुआत रतलाम से हुई। इसके लिए कई पूर्व अध्यक्ष अवॉर्ड जीत चुके हैं। पूर्व अध्यक्ष अखिलेश गुप्ता ने तो अपने कार्यकाल में सर्वाधिक चेक प्रदान किए। महेन्द्र गादिया, अमित शाह, मनीष तलेरा के कार्यकाल में भी अवॉर्ड मिले। श्रेष्ठ कार्य के लिए श्याम विन्चुरकर पुरस्कृत हो चुके हैं। गादिया ने डीजी मिश्रा को दानदाताओं के सहयोग से संचालित इस प्रोजेक्ट को पूरे मण्डल में मॉडल के रूप में लागू करने का सुझाव दिया।

ये रहे मौजूद

रविवार को हुए चेक वितरण कार्यक्रम के दौरान पूर्व अध्यक्ष अशोक डांगी, मनोहर जैन, शुशील गोरेचा, पी. के. जैन. मनीष चौरड़िया, विनोद मूणत, राजेश जैन, यशवंत पावेचा, राजेन्द्र गादिया, धर्मेन्द्र ललवानी आदि उपस्तिथ रहे।