यही संगठन की शक्ति है : भाजपा ने दिखाया अनुशासन का डंडा तो हवा हो गया बागियों का जोश, बातों के सूरमा बन गए कागजी शेर

भाजपा के चेतावनी का असर हुआ और बगावत कर महापौर और पार्षद पद के लिए नामांकन दाखिल करने वालों ने बुधवार को नाम वापस ले लिए। इस दौरान विधायक चेतन्य काश्यप सहित पार्टी के पदाधिकीर मौजूद रहे। काश्यप ने शहर में भाजपा की जीत का विश्वास जताया है।

यही संगठन की शक्ति है : भाजपा ने दिखाया अनुशासन का डंडा तो हवा हो गया बागियों का जोश, बातों के सूरमा बन गए कागजी शेर
कागज के शेर।

संगठन की सख्ती के आगे एक भी नहीं चली, सर्फ चेतावनी से ही हो गए हौसले पस्त, वापस ले लिए महापौर और पार्षद प्रत्याशी से नाम

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । टिकट नहीं मिलने से भुन्नाए भाजपा के कागजी शेर फिर से पिंजरों में कैद हो चुके हैं। संगठन ने अनुशासन का डंडा सिर्फ दिखाया उतने में ही एक को छोड़ कर सभी कथित बागियों ने महापौर पद से अपने नाम वापस ले लिए। इसी तरह कांग्रेस के दो दावेदारों ने भी नाम वापस ले लिए। अब भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी प्रहलाद पटेल, कांग्रेस के मयंक जाट और भाजपा के बागी अरुण राव सहित कुल 7 प्रत्याशी मैदान में हैं।

टिकट वितरण पर पट्ठावाद और वंशवाद के आरोप लगाने वाले महापौर पद के भाजपा के बागी प्रत्याशियों ने चंद घंटों में ही अपनी गलती मान ली और चुनाव से अपने नाम वापस ले लिए। चुनावी रण छोड़ने का सिलसिला तो दो दिन पूर्व ही शुरू हो गया था। पार्टी को कुछ प्रत्याशियों नाम वापस नहीं लेने की आशंका थी इसलिए नाम वापस नहीं लेने वालों को 6 माह के लिए पार्टी से निष्कासित करने की चेतावनी डे डाली। इसका असर यह हुआ कि जिला मीडिया प्रभारी अरुण राव को छोड़कर अन्य सभी ने नाम वापस ले लिए।  

नगर निगम चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में विभिन्न वार्डों से नामांकन पत्र प्रस्तुत करने वाले पार्षद प्रत्याशियों ने नाम वापसी की है। वार्ड क्रमांक 43 की प्रत्याशी एवं पूर्व भाजपा पार्षद मोनिका सोनी ने मंगलवार को नाम वापसी के बाद शहर विधायक चेतन्य कश्यप से भेंट की। उन्होंने पार्टी हित में कार्य करने एवं पार्टी द्वारा तय प्रत्याशी को भारी बहुमत से जिताने का संकल्प व्यक्त किया। पार्टी का हवाला देकर मैदान छोड़ने वाले प्रत्याशियों में पूर्व नगर निगम अध्यक्ष अशोक पोरवाल व पूर्व एमआईसी सदस्य शामिल हैं। बताया जा रहा है कि पोरवाल ने भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय के कहने पर अपना निर्णय बदला। दोनों की नाम वापसी के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष, शहर विधायक चेतन्य काश्यप, चुनाव संयोजक मनोहर पोरवाल, जिला महामंत्री सहित अन्य मौजूद रहे।

इसी तरह कांग्रेस की ओर से डमी प्रत्याशी के रूप में नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने वाले राजीव रावत और प्रकाश प्रभु राठौड़ ने भी नाम वापस ले लिया।

पार्षद प्रत्याशियों ने भी वापस लिए नाम

निगम चुनाव में विभिन्न वार्डों से नामांकन-पत्र प्रस्तुत करने वाले पार्षद प्रत्याशियों ने भी बुधवार को भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में नाम वापस लिए। इनमें वार्ड 4 से अनीता शर्मा व पूजा शर्मा, वार्ड 6 से दीपक सेन व सुबेन्द्रसिंह गुर्जर, वार्ड 8 से संजय पांचाल, वार्ड 9 से दिव्या शर्मा, 18 से शैलेन्द्र सोनी, 19 से एकता कदम, 23 से शैलेन्द्र माण्डोत व राजेश रांका, 24 से कैलाश गुर्जर, 25 से रीना टांक, 29 से राधेश्याम मारू व राकेश परमार, 32 से प्रभुलाल सोलंकी, 36 से तृप्ति परिहार, शिवानी शर्मा, 39 से ज्योतिका मेहता, 40 से जयेश जैन व श्रेणिक जैन, 41 से हर्ष चौहान व दैदीप्य पाठक, 43 से अनीता कसेरा व शीतल दरकुनिया, 45 से सत्यदीप भट्ट, यशवंत यादव व तपन शर्मा, 46 से अशोक कुमार पंचोली, 49 से गायत्री उपाध्याय ने नाम शामिल हैं।

विधायक काश्यप से कार्यालय पहुंच कर की मुलाकात, पार्टी प्रत्याशी में जताया विश्वास

नाम वापसी के बाद सभी प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ शहर विधायक चेतन्य काश्यप से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे। उन्होंने पार्टी हित में कार्य करने एवं पार्टी द्वारा तय प्रत्याशी को बहुमत से जिताने का संकल्प व्यक्त किया। विधायक काश्यप ने प्रत्याशियों द्वारा नाम वापस लिए जाने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने पार्टी के प्रति निष्ठा और समर्पण भाव की सराहना की। काश्यप ने विश्वास व्यक्त किया कि पार्टी कार्यकर्ताओं की निष्ठा और समर्पणपूर्वक की गई मेहनत से भाजपा निगम चुनाव में जीत दर्ज करेगी।