अब भी यकीन नहीं हो रहा है लेकिन यह सच है, हमारे महेंद्र गादिया नहीं रहे, सुनिए- उनका अंतिम संदेश
रेडक्रॉस सोसायटी के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य एवं समाजसेवी महेंद्र गादिया का शनिवार को हृदय गति रुकने से निधन हो गया।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रेडक्रॉस सोसाइटी के चैयरमेन और समाजसेवी महेंद्र गादिया का शनिवार की रात को हृदय गति रुकने से निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार रविवार सुबह त्रिवेणी मुक्तिधाम पर होगा।
यह पढ़कर और सुनकर आपको यकीन नहीं हो रहा है। हमें भी नहीं हो रहा। आखिर यकीन करें भी तो कैसे, जो व्यक्ति सम्मेद शिखर जी तीर्थ के पर्यटन स्थल घोषित करने के विरोध में निकली रैली में साबसे आगे-आगे चल रहा हो उसके अचानक ही हम सबसे दूर चले जाने की खबर आ गई। जो भी यह सुन रहा है एक ही बात कह रहा है कि, काश ! यह खबर झूठी हो लेकिन क्या करें, यह सच है। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार रैली के बाद दोपहर में उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई। उन्हें स्थानीय एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
चिकित्सों के अनुसार समाजसेवी गादिया को हृदय घात हुआ था। उन्हें बचाने का प्रयास किया गया लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। गादिया की अंतिम यात्रा पैलेस रोड स्थित उनके निज निवास से निकल कर त्रिवेणी मुक्तिधाम जाएगी जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा। पेशे से कॉलोनाइजर गादिया के निधन की खबर मिलते ही शहर में शोक लहर फैल गई। बड़ी संख्या में जैन समाज और विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से जुड़े लोग अस्पताल पहुंच गए।
दूसरों के लिए धड़कता था दिल
समाजसेवी गादिया में दूसरों के लिए दिल धड़कता था। कोरोना काल हो या सेवा का कोई भी अन्य मौके, गादिया अग्रणी पंक्ति में नजर आते थे। सकल जैन श्री संघ के लंबे समय से सर्वेसर्वा रहे। इसके अलावा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ व भाजपा से जुड़े रहे तथा रेडक्रॉस सोसायटी रतलाम के चेयरमैन रहे। वे वर्तमान में रेडक्रॉस की प्रांतीय कार्यकारिणी के सदस्य थे। वे जैन समाज से जुड़े संगठनों के अलावा रोटरी क्लब के सक्रिय सदस्य व पदाधिकारी होकर उनके माध्यम से सेवा के कई प्रकल्पों का संचालन किया गया।