राजधानी में रतलाम की गूंज ! महापौर प्रहलाद पटेल ने खींचा शहर के समग्र विकास का खाका, बोले- ‘अब फाइलों की दीवारों में नहीं अटकने देंगे विकास’
रतलाम महापौर प्रहलाद पटेल ने भोपाल में हुई राज्य स्तरीय बैठक में शहर के जनहित के मुद्दों को प्रभावी रूप से उठाया। इनमें वे अविभाजित प्लॉट सहित वर्षों के चली आ रही समस्याएं भी शामिल रहीं।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम के समग्र विकास का खाका भोपाल में खींचा गया, जब महापौर प्रहलाद पटेल ने नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की अध्यक्षता में आयोजित प्रदेश स्तरीय बैठक में शहर के जनहित से जुड़े अहम मुद्दों को प्रभावी रूप से रखा। उन्होंने न केवल जनहित से जुड़े मुद्दे रखे, बल्कि उनके तत्काल निराकरण की भी मांग की। उन्होंने कहा — “रतलाम के विकास को अब फाइलों की दीवारों में नहीं अटकने देंगे।”
प्रदेश की राजधानी भोपाल में हुई महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने किया था। इसमें में प्रदेश के सभी महापौर और आयुक्त उपस्थित रहे। रतलाम महापौर प्रहलाद पटेल ने प्रभावी ढंग से रतलाम शहर की उन समस्याओं पर बात की, जो वर्षों से लंबित हैं। उन्होंने नगर सुधार न्यास और नगर व ग्राम निवेश विभाग की स्वीकृत कॉलोनियों के नामांतरण, लीज वृद्धि और बिल्डिंग परमिशन के अटके प्रकरणों पर तत्काल निर्णय की मांग की। उन्होंने प्रस्ताव रखा कि इन प्रक्रियाओं की समय-सीमा तय की जाए और नियमों में सरलीकरण व संशोधन भी लाए जाएं। ऐसा करने से शहर के कस्तूरबा नगर, काटजूनगर, डोंगरानगर, शास्त्रीनगर, इन्द्रानगर, गांधीनगर, हाट की चौकी, कलीमी कॉलोनी और राजेन्द्रनगर जैसी कई कॉलोनियों के हजारों भू-स्वामियों को नागरिकों को वर्षों से चली आ रही परेशानियों से राहत मिलेगी।
सौर और पवन ऊर्जा से आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम
बैठक में महापौर पटेल ने निगम की ऊर्जा लागत कम करने और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में सौर एवं पवन ऊर्जा परियोजनाओं को प्राथमिकता देने का सुझाव दिया। नगर निगम के 1.72 करोड़ रुपए के विद्युत व्यय को कम करने के लिए सौर एवं पवन ऊर्जा के उपयोग की योजना प्रस्तुत की। उन्होंने साफ कहा कि “रतलाम को आत्मनिर्भर बनाना ही हमारा लक्ष्य है।” इसके लिए नगर निगम के कार्यपालन यंत्री को भोपाल में वरिष्ठ अधिकारियों से मिलवाकर इस दिशा में आगे बढ़ने की व्यावहारिक पहल भी की गई।
वित्त आयोग की राशि की मांग, आवारा पशुओं व कुत्तों के रेस्क्यू पर जोर
महापौर ने पांचवें वित्त आयोग की लगभग 7 करोड़ रुपए की बकाया राशि शीघ्र जारी करने का अनुरोध भी किया। उन्होंने कहा कि यह राशि शहर के विकास कार्यों की रफ्तार बढ़ाने में महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने आवारा पशु एवं कुत्तों के लिए प्रभावी रेस्क्यू व्यवस्था प्रारंभ करने पर भी चर्चा की गई।
जनता के प्रति जिम्मेदारी और प्रतिबद्धता का उदाहरण
बैठक में महापौर पटेल ने जिस ढंग से रतलाम शहर और शहरवासियों की समस्याओं को रखा उससे उनका दृष्टिकोण साफ परिलक्षित होता है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि रतलाम की जनता के प्रति जिम्मेदारी और प्रतिबद्धता का उदाहरण हैं।