ये आभार तो बनता है ! BAC – CAC की पारदर्शी काउंसलिंग के लिए कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ को आजाद अध्यापक शिक्षक संघ ने दिया धन्यवाद

मप्र आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने रतलाम कलेक्टर मिशा सिंह और जिला पंचायत सीईओ वैशाली जैन से भेंट कर बीएसी-सीएसी की काउंसलिंग संपन्न करवाने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

ये आभार तो बनता है ! BAC – CAC की पारदर्शी काउंसलिंग के लिए कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ को आजाद अध्यापक शिक्षक संघ ने दिया धन्यवाद
बीएसी और सीएसी की काउंसलिंग संपन्न करवाने के लिए कलेक्टर मिशा सिंह और सीईओ वैशाली जैन को धन्यवाद स्वरूप पौधा भेंट करते मप्र आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के पदाधिकारी।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । लंबे समय से अटकी विकासखंड स्रोत समन्वयक (BAC) और जन शिक्षक (CAC) की काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इससे काउंसलिंग के लिए संघर्षरत कर्मचारी संगठनों और शिक्षकों में हर्ष व्याप्त है। आजाद अध्यापक शिक्षक संघ ने पारदर्शी तरीके से काउंसलिंग करवाने के लिए कलेक्टर मिशा सिंह और जिला पंचायत सीईओ वैशाली जैन को धन्याद ज्ञापित किया है। संगठन ने अधिकारीद्वय को भरोसा दिलाया है कि उनके सदस्य शिक्षक शिक्षा के स्तर की बेहतरी के लिए शासन और प्रशासन के हर प्रयास में शिद्दत से सहयोग के लिए वे प्रतिबद्ध है।

मप्र आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने संभाग अध्यक्ष प्रकाश शुक्ला एवं जिला अध्यक्ष सुनील कुमार गोंड के नेतृत्व में गुरुवार देर शाम कलेक्टर मिशा सिंह और जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी (CEO) वैशाली जैन से भेंट की। प्रतिनिधिमंडल ने अधिकारीद्वय को स्मृतिचिह्न स्वरूप पौधे भेंट कर बीएसी और सीएसी की काउंसलिंग संपन्न करवाने के लिए उनका आभार ज्ञापित किया। संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि- आपके के प्रयासों के चलते ही यह काउंसलिंग निर्विघ्न और पारदर्शी तरीके से संपन्न हो सकी है। इस पर कलेक्टर ने सीईओ जैन की प्रशंसा करते हुए कहा कि-  उन्होंने इसमें काफी मेहनत की है।

हर अच्छे कार्य में संगठन रहेगा आगे

प्रतिनिधिमंडल ने अधिकारियों से कहा कि आजाद अध्यापक शिक्षक संघ सकारात्मक विचारधारावाला संगठन है जो हर अच्छे कार्य में आगे रहने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी प्रकार शिक्षा की गुणवत्ता और शैक्षणिक व्यवस्था की बेहतरी के लिए अपना 100 फीसदी देने योगदान देने के लिए हमें तैयार हैं। संघ के संभागीय अध्यक्ष शुक्ला और जिला अध्यक्ष गोंड ने अपनी जिम्मेदारियों के बेहतर ढंग से निर्वाह करने के लिए अधिकारीद्वय से मार्गदर्शन भी मांगा जिसके लिए उन्होंने आश्वस्त करते हुए अच्छा कार्य करने के लिए कहा।

यह आभार तो बनता है !

बता दें कि, राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा शिक्षा विभाग और जनजातीय कार्य विभाग (पहले आदिवासी विकास विभाग) के शिक्षकों को बीएसी और जनशिक्षक पद पर चार-चार साल के लिए प्रतिनियुक्ति पर लिया गया था। इनमें से कई शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति को 6 से 7 साल तक हो चुके हैं। इसी दौरान कई स्थान अलग-अलग कारणों से रिक्त भी हुए। यही वजह है कि रिक्त पदों को भरने और 4 साल से ज्यादा अवधि पूरी कर चुके बीएसी और सीएसी के स्थान पर नए शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की मांग लंबे समय से उठ रही थी।

राज्य शिक्षा केंद्र ने भी दिए थे निर्देश

उधर, राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा भी काउंसलिंग को लेकर काफी समय पूर्व ही निर्देश जारी कर दिए गए थे किंतु कतिपय संगठन, कर्मचारियों के दबाव के चलते पूर्व के अधिकारियों ने इसमें रुचि नहीं ली। काफी प्रयासों के बाद इसी साल अप्रैल-मई में प्रक्रिया शुरू हुई थी जो फिर से अधर में अटक गई थी। इस दौरान कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ और डीपीसी भी बदल गए। इससे आजाद अध्यापक शिक्षक संघ द्वारा उक्त मामला सभी नवागत अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया और काउंसलिंग के लिए अनुरोध किया गया। अधिकारियों ने न सिर्फ इसके लिए आश्वस्त किया बल्कि प्रक्रिया भी संपन्न करवा दी।

ये शामिल रहे प्रतिनिधिमंडल में

प्रतिनिधिमंडल में संभाग अध्यक्ष शुक्ला और जिला अध्यक्ष गोंड के अलावा जिला संयोजक राजेन्द्र सिंह राठौर, कार्यकारी जिला अध्यक्ष महेंद्र सिंह भाटी, जिला उपाध्यक्ष किरण पाटीदार, जिला सह-कोषाध्यक्ष सावन पारगी, भास्कर बाथम, धर्मेंद्र शर्मा, गोविंद पाटीदार, गोविंद व्यास, शिखा शुक्ला, भुप्रकाश मालवीय, जावेद अब्बासी, धर्मेंद्र गुप्ता, दिनेश बाजेर आदि शामिल रहे।