Ukraine-Russia War : यूक्रेन में फंसे 470 भारतीय रोमानिया पहुंचे, उन्हें स्वदेश लाने के लिए 26 फरवरी को एयर इंडिया के 4 विमान जाएंगे हंगरी और बुखारेस्ट

यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद करीब 20 हजार भारतीय फंस गए हैं। 470 छात्रों का पहला दल रोमानिया पहुंचा। इन्हें भारत लाने के लिए सरकार ने एयर इंडिया के चार विमान 26 फरवरी को हंगरी और बुखारेस्ट भेजने का निर्णय लिया है।

Ukraine-Russia War : यूक्रेन में फंसे 470 भारतीय रोमानिया पहुंचे, उन्हें स्वदेश लाने के लिए 26 फरवरी को एयर इंडिया के 4 विमान जाएंगे हंगरी और बुखारेस्ट
हाल-ए-यूक्रेन और रोमानिया पहुंचे भारतीय छात्र जिन्हें भारत लाने के लिए शनिवार को चार विमान रवाना होंगे।

एसीएन टाइम्स @ डेस्क । यूक्रेन में रूसी हमले (Ukraine-Russia War) के बाद फंसे 470 भारतीय छात्रों का पहला दल रोमानिय पहुंच चुका है। दल सुसेवा बॉर्डर के रास्ते रोमानिया पहुंचा। इन्हें रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट भेजा जा रहा है जहां से इन्हें भारत के चार विशेष विमानों से स्वदेश लाया जाएगा। विमान 26 फरवरी को रवाना होंगे। छात्रों को स्वदेश लाने का सारा खर्च भारत सरकार करेगी। भारतीय छात्रों के रोमानिया पहुंचने की पुष्टि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर की है।

रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव सहित अन्य शहरों पर दूसरे दिन शुक्रवार को भी कई हवाई हमले (Ukraine-Russia War) किए। नतीजतन लोग यूक्रेन छोड़ रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक अब तक करीब 50 हजार लोग यूक्रेन से जा चुके हैं। एक जानकारी के अऩुसार यूक्रेन में भारत के करीब 20 हजार लोग हैं। इनमें से ज्यादातर स्टूडेंट हैं। इनमें से 470 भारतीय शुक्रवार को बॉर्डर से होते हुए रोमानिया जा पहुंचे। इन्हें भारत सरकार ने अपने खर्च पर भारत लाने का फैसला किया है। इन्हें लाने के लिए एअर इंडिया की चार प्लाइट 26 फरवरी को बुखारेस्ट और हंगरी भेजी जाएंगी। दिल्ली से दो फ्लाइट बुखारेस्ट और एक हंगरी भेजी जाएगी। एक फ्लाइट मुंबई से भी हंगरी भेजी जाएगी।

यूक्रेन के हवाई क्षेत्र बंद होने से इन रास्तों से भारतीयों को निकालने का प्रयास

गौरतलब है कि रूस द्वारा हमले किए जाने के बाद से ही यूक्रेन ने अपने हवाई क्षेत्रों को बंद कर दिया है। ऐसे में यूक्रेन में फंसे भारतीयों को रोमानिया, हंगरी, स्लोवाक गणराज्य और पोलैंड जैसे देशों की थल सीमा के माध्यम से निकालने का प्रयास किया जा रहा है। भारतीय विदेश मंत्रालय और दूतावास द्वारा हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।

प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री ने भी की बात

बता दें कि- शुक्रवार को भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा से फोन पर बात की थी। इसकी जानकारी विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट के माध्यम से दी थी। उन्होंने बताया कि यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा का कॉल आया। उन्होंने मौजूदा स्थिति को लेकर अपना आकलन साझा किया। जयशंकर के मुताबिक- उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत समाधान निकालने के लिए कूटनीति और बातचीत का समर्थन करता है। विदेश मंत्री ने कहा कि छात्रों सहित भारतीय नागरिकों की स्थिति के बारे में चर्चा की गई और सुरक्षित निकासी में उनके सहयोग की सराहना भी की। इससे पूर्व भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन से टेलीफोन पर बातचीत कर चुके हैं। उन्होंने भारतीयों की देश वापसी को लेकर भी चर्चा की थी और हिंसा समाप्त कर सभी पक्षों से राजनयिक बातचीत का रास्ता अपने की अपील की थी।