रतलाम में शीत(लहर) युद्ध : DM ने कहा- आंगनवाड़ी का समय बदला, स्कूलों के लिए DEO तैयार कर रहे आदेश, DEO बोले- तापमान 5 डिग्री से कम होने पर ही बदलेंगे समय

शीतलहर के चलते कलेक्टर के आदेश पर आंगवाड़ियों लगने का समय बदल गया है लेकिन स्कूलों का समय बदलने के लिए तापमान 5 डिग्री से कम होने का इंतजार है।

रतलाम में शीत(लहर) युद्ध : DM ने कहा- आंगनवाड़ी का समय बदला, स्कूलों के लिए DEO तैयार कर रहे आदेश, DEO बोले- तापमान 5 डिग्री से कम होने पर ही बदलेंगे समय
फाइल फोटो...।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शीतलहर से प्रभावित बच्चों की करुण पुकार ने कलेक्टर अंकल (नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी) को प्रभावित कर दिया है। उन्होंने आंगनवाड़ी और स्कूलों के समय बदलने का आदेश दिया है। इसके चलते महिला एवं बाल विकास विभाग ने तो आंगनवाड़ी खुलन के समय को लेकर आदेश भी जारी कर दिया लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) को अभी जिले का तापमान 5 डिग्री से कम होने का इंतजार है।

शीतलहर को लेकर कुछ अभिभावकों द्वारा एसीएन टाइम्स से अनुरोध किया गया था कि इस बारे में कलेक्टर सूर्यवंशी को अवगत कराएं। जब इस बारे में कलेक्टर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी का समय बदलने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी रजनीश सिन्हा को निर्देश किया है। वे आदेश जारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया स्कूलों के समय में बदलाव के लिए DEO आदेश तैयार कर रहे हैं।

...और जारी हो गया आंगनवाड़ी के लिए आदेश

महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी सिन्हा ने कलेक्टर का निर्देश मिलते ही आंगनावड़ियों का समय सुबह 10 से दोपहर 1 बजे तक करने का आदेश जारी भी कर दिया। सिन्हा के अनुसार विभाग के आयुक्त जनवरी 2015 को जारी एक आदेश को ध्यान में रखते हुए मौसम में आए बदलाव के चलते कलेक्टर द्वारा रतलाम जिले की सभी परियोजनाओं की आंगनवाड़ी लगने (बच्चों के लिए) का समय सुबह 10 से दोपहर 1 बजे तक किया गया है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका दोपहर 1 से शाम 5 बजे तक आंगनवाड़ी केंद्र का रिकॉर्ड संधारण एवं गृह भेंट का कार्य पूर्वानुसार संपादित करती रहेंगी। यह आदेश तत्काल प्रभावशील हो गया है।

स्कूल के बच्चों को 5 डिग्री से कम तापमान होने पर लगेगी ठंड

कलेक्टर सूर्यवंशी ने स्कूलों के लिए DEO द्वारा आदेश तैयार किए जाने की बात कही गई लेकिन लगता है DEO के. सी. शर्मा के लिए कलेक्टर के आदेश-निर्देश कोई मायने नहीं रखते। DEO शर्मा का कहना है कि हमारे स्कूल (सरकारी) तो पहले से ही 10 बजे से लग रहे हैं। जब उनसे निजी स्कूलों के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्हें जो विभागीय आदेश मिला है उसके अनुसार 5 डिग्री से कम तापमान होने पर ही स्कूलों का समय बदला जा सकता है। चूंकि अभी तापमान 5 डिग्री से कम नहीं हुआ है इसलिए स्कूलों का समय बदलने का कोई प्रस्ताव नहीं रखा गया है।

बड़ा सवाल ? क्या सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के बच्चों के लिए ठंड लगने के अलग पैमाने हैं

एक ओर आंगनवाड़ी केंद्रों का समय बदल चुका है, बकौल DEO- सरकारी स्कूल भी सुबह 10 बजे से ही लगते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सरकारी स्कूलों और प्राइवेट स्कूलों के बच्चों को ठंड लगने (महसूस होने) के अलग-अलग पैमाने हैं।