Tag: श्री जितेशमुनिजी
प्रवृत्ति बदलोगे तो प्रकृति बदल जाएगी लेकिन लोग प्रवृत्ति...
नवकार भवन में रविवारीय विशेष प्रवचन देते हुए आचार्य श्री विजयराजजी म. सा. ने लोगों...
अपनी लाइन बढ़ाओ, दूसरे की लाइन मत काटो, दूसरे की लाइन काटने...
रतलाम के नवकार भवन और छोटू भाई की बगीचे में आचार्य और मुनिजनों के प्रवचन जारी हैं।...
‘हृदय में डोर, नहीं तो इनडोर बनाओ, पर दीवार मत बनाओ, दुर्मति...
आचार्य श्री विजयराजजी म.सा. के चातुर्मासिक प्रवचन रतलाम के समता शीतल पैलेस में जारी...
पात्रता से बदल जाती है, ताकत, तकदीर और तासीर, आत्म कल्याण...
आचार्य श्री विजयराजजी का चातुर्मास इस बार रतलाम में हो रहा है। वे यहां समता शीतल...