रतलाम में 2 और कोरोना मरीज मिले, प्रतापनगर की महिला व त्रिपोलिया गेट क्षेत्र का पुरुष संक्रमित, जानें- अभिभाषकों ने क्या की अपील

रतलाम में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मंगलवार को दो और लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिले में किशोरों को टीके लगाने का काम भी जारी है। कोविड को देखते हुए रतलाम अभिभाषक संघ ने लोगों से बेवजह न्यायालय नहीं आने की अपील की है।

रतलाम में 2 और कोरोना मरीज मिले, प्रतापनगर की महिला व त्रिपोलिया गेट क्षेत्र का पुरुष संक्रमित, जानें- अभिभाषकों ने क्या की अपील

मंगलवार को 154 स्कूलों में लगे कैंप, 12 हजार किशोरों का हुआ वैक्सीनेशन

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। मंगलवार को भी दो मरीज संक्रमित पाए गए। इनके सहित आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों की संख्या 9 पहुंच गई है। संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता देख रतलाम अभिभाषक संघ ने लोगों से अनावश्यक न्यायालय नहीं आने की अपील की है। इसके साथ जिले में किशोरों को टीके लगाने का काम भी तेजी से किया जा रहा है। बुधवार को 1300 किशोरों को टीके लगाए जाएंगे।

कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को रतलाम शहर में दो नए लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। इनमें प्रतापनगर की एक 54 वर्षीय महिला और त्रिपोलिया गेट क्षेत्र का 42 वर्षीय एक पुरुष शामिल है। इससे पहले भी दो दिन से कोरोना मरीज मिल रहे हैं। एक दिन पूर्व जीआरपी द्वारा एक आरोपी को न्यायालय में पेशी के लिए ले जाने से पहले जांच कराई गई थी। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। पूरे कोरोना कॉल में अब तक जिले में 17 हजार 518 लोग संक्रमित पाए गए हैं। वर्तमान में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों की संख्या 9 है। फिलहाल अभी एक भी मरीज डिस्चार्ज नहीं हुआ है।

उधर, रतलाम जिले में कोरोना के विरुद्ध किए जा रहा किशोरों का टीकाकरण मंगलवार को भी जारी रहा। इस दिन 154 स्कूलों में कैंप आयोजित किए गए। इनमें 12 हजार 993 बच्चों का वैक्सीनेशन किया गया। 

मंगलवार को जिले में कहां कितने किशोरों को लगे टीके

बुधवार को इन सेंटरों पर लगेंगे 15 से 18 साल के किशोरों को टीके

जिला अभिभाषक संघ ने कहा बिना काम के आमजन न आएं न्यायालय 

देश-प्रदेश में कोरोना के ओमीक्रॉन वेरियंट के मरीजों  की संख्या में धीरे-धीरे वृद्धि हो रही है। रतलाम में भी कोरोना के पॉजिटिव मरीज आए हैं। इससे चिंतित जिला अभिभाषक संघ ने आमजन  से जिला न्यायालय में बिना काम के नहीं आने की अपील की है।
जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष अभय शर्मा ने बताया न्यायालय परिसर में भी किसी एक व्यक्ति की पेशी होने पर उसके साथ अन्य ऐसे व्यक्ति भी आ रहे हैं, जिनका न्यायालय में कोई काम नहीं है।

अध्यक्ष शर्मा ने बताया वर्तमान में न्यायालय परिसर में प्रवेश द्वार पर ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है, जो ऐसे व्यक्ति की पहचान करे कि जिस व्यक्ति ने प्रवेश किया है। प्रवेश करने वाले को वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं या नहीं। न्यायालय में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की कोरोना जाँच की व्यवस्था भी अभी नहीं है। ऐसे में अपने व परिवार की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अतिआवश्यक होने पर ही न्यायालय में आना चाहिए। पक्षकार अपने साथ अन्य किसी व्यक्ति को नहीं लाएं और शासन द्वारा निर्धारित गाइडलाइन का पालन करें। यह सावधानी बरत कर ही शहर में इस गंभीर बीमारी को बढ़ने से रोका जा सकता है और परिवार की सुरक्षा की जा सकती है।