व्यापारी हैं या अपराधी ? रत्न सम्पत ज्वैलर्स के संचालक पिता-पुत्र पर व्यापारी के घर घुसकर मारपीट करने का केस दर्ज, सोने की पोची के बकाया रुपए वसूलने के लिए गुंडागर्दी करने का है आरोप
रतलाम के रत्न सम्पत ज्वैलर्स के संचालक पिता-पुत्र के विरुद्ध एक लकड़ी व्यापारी ने घर में घुसकर मारपीट करने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड भी बताया जा रहा है।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शहर के रत्न सम्पत ज्वैलर्स के संचालक सराफा व्यवसायी श्रीपाल मांडोत एवं उसके बेटे सचिन माण्डोत के खिलाफ माणकचौक थाने पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है। व्यवसायी पर लकड़ी के व्यापारी अशोक कुमार खिमेसरा के घर में घुसकर मारपीट और गुंडागर्दी करने का आरोप है।
जानकारी के अनुसार फरियादी अशोक कुमार खिमेसरा ने माणक चौक पुलिस थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई है। खिमेसरा ने पुलिस को बताया कि वे लक्कड़पीठा रोड रतलाम पर रहता हूं और लकड़ी का व्यापार करते हैं। उन्होंने रत्न सम्पत ज्वैलर्स से 18.860 ग्राम वजनी सोने की पोची खरीदी थी। इसका मूल्य 1 लाख 80 हजार 678 रुपए है। इसके एवज में उन्होंने 1 लाख 65 हजार रुपए नकद भुगतान किए थे और शेष राशि उधार थी जो उन्हें देना थी।
खिमेसरा के अनुसार 20 मई 2025 को आरोपी श्रीपाल मांडोत (जैन) व उसका बेटा सचिन मांडोत (जैन) उनके घर पहुंचे और पोची के बकाया रुपए चुकाने के लिए कहा। आरोपीद्वय ने कहा कि- ‘मुझे बकाया रुपए आज ही चाहिए।‘ इस पर खिमेसरा ने कहा कि आज मेरे पास रुपयों की व्यवस्था नहीं है। यह सुनते ही आरोपी सचिन व उसके पिता श्रीपाल ने अश्लील गालियां देनी शुरू कर दीं। इतना ही नहीं उन्होंने खिमेसरा के साथ लात-घूंसों से मारपी शुरू कर दी और थप्पड़ भी मारे।
जान से मारने की धमकी भी दी
आरोपियों द्वारा मारपीट किए जाने पर मेसरा की पत्नी मीना कुमारी, पुत्री अंजलि और दामाद रीतीश जैन ने बीच-बचाव करने लगे। इससे दोनों आरोपियों ने उनके साथ भी बेल्ट से मारपीट करनी शुरू कर दी। गुंडागर्दी पर उतारू आरोपी जाते-जाते यह भी कह गए कि बकाया राशि दे देना, नहीं तो जान से हाथ धोना पड़ेगा। फरियादी द्वारा एसपी से मामले में आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई है।
आपराधिक रिकॉर्ड भी है आरोपियों का
बताया जा रहा है कि आरोपी सराफा व्यवसायी का पूर्व से आपराधिक रिकॉर्ड है। उनके विरुद्ध महिला उत्पीडऩ एवं दहेज प्रताड़ना के आरोप में भी प्रकरण चल चुका है। इतना ही नहीं पिछले साल आरोपियों के पास से बड़ी मात्रा में बेनामी सोना भी बरामद किया गया था।
यह कैसी समाजसेवा ?
जानकारी के अनुसार, आरोपी सचिन मांडोत सामाजिक संगठन जैन सोशल ग्रुप मैत्री के सचिव पद पर आसीन है। क्त प्रकरण दर्ज होने से समाज में आरोपी मांडोत के कृत्यों की काफी चर्चा हो रही है। इससे जैन सोशल ग्रुप और समाज की भी बदनामी हो रही है।