थाने पर पथराव व पुलिसकर्मियों से मारपीट मामले में भाजपा नेता व पूर्व जावरा नपा अध्यक्ष अनिल दसेड़ा दोषी करार, 2 साल की सजा, 10 हजार रुपए अर्थदंड भी
जावरा के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष और भाजपा नेता अनिल दसेड़ा को दो साल की सजा सुनाई गई है। उन्हें थाने पर पथराव और पुलिसकर्मी से मारपीट का दोषी पाया गया है।
2014 के मामले में हुई सजा, तब भाजपा से बगावत कर लड़े थे नपा अध्यक्ष का चुनाव, 4 आरोपी हुए बरी
एसीएन टाइम्स @ जावरा / रतलाम । न्यायालय ने भाजपा नेता एवं पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अनिल दरोड़ा को थाने पर पथराव और पुलिसकर्मियों से मारपीट मामले में दोषी करार दिया है। आरोप सिद्ध पर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी एन. एस. ताहेड़ द्वारा उन्हें 2 साल की कैद और 10 हजार रुपए अर्थदंड से दंडिद किया गया है। साक्ष्य के अभाव में चार लोगों को दोष मुक्त कर दिया गया है।
करीब आठ साल पुराने एक मामले में मंगलवार को प्रथम श्रेणी न्ययायिक दंडाधिकारी एन. एस. ताहेड़ की न्यायालय में सुनवाई हुई। मामला जावरा नगर पालिका के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अनिल दसेड़ सहित अन्य पर लगे थाने में पथराव और पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट का था। आठ साल से ज्यादा चली चुनवाई के दौरान बयानों और साक्ष्यों की विवेचना के बाद न्यायालय ने दसेड़ा को दोषी पाते हुए दो साल की सजा सुनाई। इसके अलावा 10 हजार रुपए का अर्थ दंड भी दिया गया है। चूंकि सजा 3 साल से कम की है इसलिए दसेड़ा को जमानत पर रिहा कर दिया गया है। मामले में अन्य आरोपी नीलेश दसेड़ा, राजेश दसेड़ा, दीपक पोरवाल और फतेहलाल जैन को साक्ष्य के अभाव में बरी किया।
जानिए, क्या है पूरा मामला
2014 में अनिल दसेड़ा ने भाजपा से बगावत कर नपा अध्यक्ष पद के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। तब पुलिस ने प्रचार के पर्चे के साथ रुपए बांटने के आरोप में पुलिस ने अनिल दसेड़ा के चचेरे भाई राजेश को हिरासत में लिया था। पुलिस का आरोप था कि राजेश 1 दिसंबर, 2014 की शाम करीब 6 बजे राजेश स्टेशन रोड क्षेत्र में पर्चे के साथ रुपए बांट रहा था। पुलिस ने उसके पास से 24 हजार पर्चे जब्त होने का दावा किया था।
समर्थकों ने घेर लिया था थाना
राजेश को हिरासत में लेते ही दसेड़ा समर्थकों ने थाना घेर लिया और हंगामा कर दिया। गुस्साए अनिल दसेड़ा भी थाने पहुंच गए थे जहां उनका पुलिस से विवाद हो गया। मामला इतना तूल पकड़ा कि अनिल दसेड़ा ने एसआई हिमांशु मालवीय को थप्पड़ जड़ दिया। किसी अन्य समर्थक ने अन्य पुलिसकर्मी के साथ भी मारपीट कर दी थी। इससे भड़के पुलिसकर्मियों ने दसेड़ा समर्थकों पर जमकर लाठियां भांजी। इतना ही नहीं पुलिस ने मारपीट और थाने पर पथराव के आरोप में अनिल दसेड़ा, राजेश दसेड़ा, नीलेश दसेड़ा, फतेहलाल जैन और दीपक पोरवाल के विरुद्ध धारा 353, 147, 186, 188, 332, 323, 294 में प्रकरण दर्ज उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया था।
जेल से लड़ा था चुनाव, जीते भी
नप अध्यक्ष के लिए जिस दिन मत डाले जाने थे उस दिन अनिल दसेड़ा जेल में ही थी। बावजूद जब परिणाम घोषित हुआ तो उन्होंने भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी अभय कोठारी को 3619 वोटों से हरा दिया था। दसेड़ा को 13 हजार 212 जबकि कोठारी 9 हजार 593 वोट ही मिल सके थे।
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