टोल प्लाजा और थाने पर किन्नरों का हंगामा, 11 के खिलाफ अवैध वसूली व मारपीट सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज, पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा

रतलाम में टोल नाके पर अवैध वसूली, राहगीर से मारपीट और हंगामा करने के आरोप में पुलिस ने 11 किन्नरों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

टोल प्लाजा और थाने पर किन्नरों का हंगामा, 11 के खिलाफ अवैध वसूली व मारपीट सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज, पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा
टोल प्लाजा पर अवैध वसूली, मारपीट और शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किन्नरों को जेल भेजा गया है।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जबरिया वसूली को लेकर पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से भड़के किन्नरों लेबड़-नयागांव फोरलेन स्थित चिकलिया टोल नाके पर हंगामा बरपा। उन्होंने कपड़े उतारकर अभद्रता भी की। पुलिस ने इस मामले में 9 और पूर्व से फरार 2 किन्नरों के सह कुल 11 किन्नरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

जानकारी के अनुसार किन्नरों द्वारा टोल नाले पर की जाने वाली अवैध वसूली  को लेकर एक शिकायत पुलिस के पास पहुंची थी। इसके चलते गत 20 अप्रैल 2024 को बिलपांक थाने में किन्नरों के विरुद्ध केस दर्ज किया गया था। इससे नाराज किन्नर एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के पास पहुंचे और शिकायतकर्ता के खिलाफ अवैध मांग करने की शिकायत की। उन्होंने विरोध स्वरूप मंगलवार को आचार संहिता का उल्लंघन कर प्रदर्शन किया। इसके चलते उन पर कलेक्टर के आदेश का पालन नहीं करने पर धारा 188 में कार्रवाई की गई।

दिनभर बरपा हंगामा

इससे नाराज किन्नरों ने बुधवार को दिनभर हंगामा बरपा। वे सुबह बिलपांक थाने पहुंचे और आपत्ति दर्ज कराई। इसके बाद वे टोल नाके पर हंगामा किया। थाना प्रभारी प्रीति कटारे और ग्रामीण एसडीओपी मौके पर पहुंचे तो उनके साथ झूमाझटकी तक कर डाली। एडिशनल एसपी राकेश खाखा ने अमले के साथ पहुंचकर समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने। नतीजतन सभी किन्नरों को पुलिस वाहन में बैठाकर स्टेशन रोड थाने लाया गया। किन्नरों ने यहां भी खूब हंगामा काटा।

थाने पर भी पीटी तालियां

पुलिस अधिकारियों ने उन्हें बताया कि किन्नर तीज-त्योहर के अलावा भी बच्चे के जन्म और विवाह समारोह में जाते हैं लेकिन उन्हें नहीं रोका जाता है। परंतु विगत कुछ माह से चिकलिया टोल नाके पर वाहन चालकों और परिवार से अभ्रदता कर जबरदस्ती वसूली करने और रुपए नहीं देने पर मारपीट करने की शिकायतें बढ़ रही हैं जो गलत है। किन्नरों को यह बात भी रास नहीं आई और वे तालियां पीटने लगे। इसके चलते एडिशनल एसपी खाखा ने किन्नरों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करने के आदेश दिए।

भेज दिया 11 किन्नरों को जेल

अवैध वसूली को लेकर एफआईआर दर्ज होने पर हंगामा करने के आरोप में रागिनी, दिशा, जोया, अप्सरा, काजल, सोनू, देविका, डिंपल, खुशी सहित 11 किन्नरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। दो किन्न मनीषा और गौरी शामिल हैं जो बिलपांक पुलिस द्वारा दर्ज प्रकरण में आरोपी होकर चार दिन से फरार थे। किन्नरों के विरुद्ध 327, 323, 294, 506 सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया।

यहां से शुरू हुआ मामला

बता दें कि, 43 वर्षीय हारून पिता नाहर शाह निवासी धराड़ ने 20 अप्रैल को बिलपांक थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। हारून ने बताया था कि वे 18 अप्रैल की रात करीब 11 बजे परिवार के साथ कार से घर लौट रहे थे। तभी चिकलिया टोल नाके पर किन्नरों ने उनसे रुपए मांगे। हारून ने उनसे कहा कि मैं तो धराड़ में ही रहता हूं और मेरा दिन-रात यहां से आना-जाना होता, मैं रुपए क्यों दूं। इस पर किन्नर कृतिका, गौरी, दिव्या और मनीषा सभी निवासी ग्राम नलकुई गालियां देकर विवाद करने लगे। इतना ही नहीं उन्होंने अपने कपड़े तक उठा दिए और हारून के साथ मारपीट की। पुलिस ने हारून की शिकायत पर चार किन्नरों के विरुद्ध अवैध वसूली सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था।