नेत्रदान महादान : विमलादेवी पावेचा के नेत्रों से रोशन होगी दृष्टिहीनों की जिंदगी, देखेंगे जिंदगी और दुनिया के रंग

रतलाम की विमलादेवी पावेचा का निधन होने पर परिजन ने उनके नेत्रदान करवाए।

नेत्रदान महादान : विमलादेवी पावेचा के नेत्रों से रोशन होगी दृष्टिहीनों की जिंदगी, देखेंगे जिंदगी और दुनिया के रंग
विमलादेवी पावेचा, जिनके निधन पर परिजन ने नेत्रदान करवाए।

परिजन ने समाजहित में कराए दिवंगत विमलादेवी के नेत्रदान

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । हम जीते जी तो सेवा करते ही हैं लेकिन कुछ सेवाएं ऐसी भी होती हैं जो हमारे नहीं रहने के बाद भी हो सकती हैं। ऐसी ही सेवा है दृष्टिहीन व्यक्ति का जीवन रोशन करने की। धर्मनिष्ठ समाजसेवी विमलादेवी पावेचा भी अब ऐसी ही सेवा का हिस्सा बन गई हैं। पावेचा परिवार द्वारा निधन के पश्चात उनके नेत्रदान कराए जाने से अब वे लोग भी दुनिया को देख सकेंगे जो अब तक नहीं देख सके।

रतलाम शहर के के बिचलवास निवासी अभयकुमार पावेचा की धर्मसहायिका विमलादेवी पावेचा का असमय निधन हो गया। पौत्री दामाद यश जैन की प्रेरणा से पुत्र जम्बू पावेचा ने समाज हित में उनके दोनों नेत्रों का दान किया। इन नेत्रों से अब ऐसे लोग इस संसार को देख सकेंगे जिन्होंने आज तक कुछ नही देखा सिर्फ महसूस किया है।

दूसरों की जिंदगी में रोशनी लाने के इस पुनीत कार्य को अंजाम देने में नेत्रंम् संस्था रतलाम के माध्यम से डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में नेत्रदान हुए। नेत्रदान की प्रक्रिया डीन डॉ. जितेन्द्र गुप्ता, नेत्र विभाग के अध्यक्ष डॉ. रिशेन्द्र सिंह सिसौदिया के नेतृत्व में डॉ. महक गुप्ता, नर्सिंग ऑफिसर विनोद कुशवाह, रिक्ता मंडल, बद्री धाकड़ ने संपन्न कराए। इस दौरान हेमन्त मूणत, ओमप्रकाश अग्रवाल सहित अन्य मौजूद रहे।

पावेचा परिवार का जताया आभार

नेत्रम् संस्था के नवनीत मेहता, सलभ अग्रवाल, राकेश पोरवाल, प्रशांत व्यास, शीतल भंसाली, इंजीनियर शैलेन्द्र अग्रवाल, CA रीतेश नागोरी, CA गौरव गांधी, भगवान ढलवानी, मंजुला माहेश्वरी, सपना दुबे, रीना टांक, राखी व्यास, कश्मीरा पाठक ने पावेचा परिवार के प्रति आभार ज्ञापित किया।