रतलाम : शहर के औद्योगिक क्षेत्र में तेंदुए की मौजूदी की सूचना ने बढ़ाई दशहत, सर्चिंग में नहीं मिला, खेतान फैक्टरी में दिखे वन्यप्राणी को वन विभाग ने लकड़बग्घा बताया
रतलाम शहर में तेंदुए की दहशत चार दिन बाद भी नहीं थमी है। बुधवार को फिर तेंदुआ नजर आने की खबरों वायरल होती रहीं।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शहर में तेंदुए की मौजूदगी की खबरों से लोगों में दहशत व्याप्त है। बुधवार को औद्योगिक क्षेत्र में बंद खेतान फैक्टरी परिसर में तेंदुआ नजर आने की सूचना पर वनकर्मियों ने पुनः सर्चिंग की लेकिन वह नहीं मिला। इससे पहले भी सर्चिंग हुई थी लेकिन सफलता नहीं मिली थी। इसलिए वन विभाग ने लोगों को डरने के बजाय सावधानी बरतने की सलाह दी है।
रविवार और सोमवार को शहर की रेलवे कॉलोनी में तेंदुआ घुसने की जानकारी मिली थी। तेंदुए ने एक रेलकर्मी पर हमला कर उसे घायल भी कर दिया था। जानकारी मिलने पर वन विभाग के अमले ने कई घंटे तक सर्चिंग की थी लेकिन तेंदुआ नहीं मिला था। इससे वन विभाग ने सर्चिंग बंद कर दी थी। बुधवार को पुनः तेंदुआ देखे जाने की खबरें वायरल हो गई। बताया गया कि औद्योगिक क्षेत्र स्थित खेतान फैक्टरी के परिसर में तेंदुआ देखा गया है। सूचना मिलते ही वन विभाग का अमला हरकत में आ गया और औद्योगिक क्षेत्र में सर्चिंग शुरू कर दी। काफी देर इंतजार के बाद भी तेंदुआ कहीं नहीं मिला।
जंगल तरफ जाने का दावा
वन विभाग के अफसरों का कहना है कि बीते 48 घंटे के दौरान तेंदुआ शहर या आसपास कहीं नजर नहीं आया है। इससे स्पष्ट है कि वह जंगल की तरफ जा चुका है। उन्होंने सोशल मीडिया पर तेंदुए को लेकर आ रही खबरों और वीडियो नहीं घबराने की सलाह दी है। वन विभाग के अधिकारियों ने सावधानी बरतने की सलाह जरूर दी है। इधर, वन विभाग की मानें तो खेतान फैक्टरी में जो वन्य प्राणी नजर आया था उसके पगचिह्न तेंदुए के न होकर लकड़बग्घे के हैं। स्थानीय बोली में इसे जरक भी कहते हैं।