जिसका कोई नहीं उसके श्री राम जी : 80 वर्षीय निःशक्त महिला का समाजसेवी गोविंद काकानी ने कराया अंतिम संस्कार, अग्नि को समर्पित करने से पहले सुनाए राम भजन
करीब तीन महीने से उपचाररत एक निःशक्त वृद्धा का अंतिम संस्कार काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव गोविंद काकानी ने किया। अग्नि को समर्पित करने से पहले राम भजन सुनाए गए।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । कहते हैं कि जिसका कोई नहीं होता उसका भगवान है। ऐसी ही एक 80 वर्षीय निःशक्त महिला का रतलाम के शासकीय मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में इलाज हुआ। तीन महीने उपचार के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। वृद्धा का अंतिम संस्कार समाजसेवी गोविंद काकानी के जरिये हुआ। अग्नि को समर्पित करने से पहले राम भजन सुनाए गए।
जानकारी के अनुसार 80 वर्षीय वृद्ध महिला को अक्टूबर में 108 एम्बुलेंस से डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया था। तभी से वृद्धा का इलाज जारी था। बाद में मेडिकल कॉलेज के डॉ. महेंद्र चौहान के अनुरोध पर उन्हें जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। शरीर इतना ज्यादा कमजोर था कि उनकी नसें ढूंढना भी काफी मुश्किल था। फिर भी नर्स राजू बाला ने काफी प्रयास कर उनकी नस ढूंढकर ड्रिप चढ़ाई। इस तरह इलाज जारी रहा लेकिन बुजुर्ग को बचाया नहीं जा सका।
दूसरों की अंतिम यात्रा में आए थे, निःशक्त की अर्थी सजाने लगे
यह जानकारी काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव गोविंद काकानी को मिली। उन्होंने सोमवार को श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के पश्चात भक्तन की बावड़ी मुक्तिधाम में वृद्धा का अंतिम संस्कार की व्यवस्था करवाई। मुक्तिधाम में अन्य दिवंगतों की अंतिम यात्रा में आए लोगों ने देखा तो वे भी निःशक्त वृद्धा की अर्थी सजाने में जुट गए। इसके पश्चात समाजसेवी काकानी ने विधि विधान के साथ समन्वय परिवार के राजेश ओझा द्वारा प्रदत्त राशि से अंतिम संस्कार किया। पार्थिव देह अग्नि को समर्पित करने के पूर्व श्री राम जी के भजन सुनाए गए। इस दौरान दिवंगत को समन्वय परिवार, प्रभु प्रेमी संघ, जिला रोगी कल्याण समिति, काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन और वहां अन्य दिवंगतों की अंतिम यात्रा में आए लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान लोगों ने कहा कि जिसका कोई नहीं उसके राम जी हैं।