प्रीमियर शो : रतलाम के फिल्मकार हरीश दर्शन शर्मा की फिल्म ‘टेक्निकल टीचर’ ने दिया बड़ा संदेश, दर्शक बोले- यह फिल्म नहीं, सच्चाई है  

रतलाम के मल्टी टैलेंटेड कलाकार हरीश दर्शन शर्मा की एक और फिल्म ‘टेक्निकल टीचर’ तैयार हो चुकी है। सामाजिक सरोकार से जुड़ी फिल्म का प्रीमियर शो मीडिया पार्टनर रतलाम प्रेस क्लब द्वारा किया गया।

प्रीमियर शो : रतलाम के फिल्मकार हरीश दर्शन शर्मा की फिल्म ‘टेक्निकल टीचर’ ने दिया बड़ा संदेश, दर्शक बोले- यह फिल्म नहीं, सच्चाई है  
फिल्म टेक्निकल टीचर।

मीडिया पार्टनर रतलाम प्रेस क्लब ने किया भव्य प्रीमियर शो का आयोजन, पुलिस विभाग ने भी सहभागिता

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । आज भी ग्रामीण इलाकों में शिक्षा का स्तर बहुत अच्छा नहीं है। इसकी वजह है सरकारी स्कूलों और सिस्टम का सरकारी ढर्रे पर चलना। ऐसे में अभिभावकों के मन में शिक्षकों के प्रति मान-सम्मान तथा शिक्षा का महत्व कम होना स्वाभाविक है। रही सही कसर बाल विवाह जैसी कुरीतियां पूरी कर देती हैं। इनके चलते कई अभिभावक तो अपनी बच्चियों से उनके पढ़ने का अधिकार ही छीन लेते हैं। परंतु सकारात्मक सोच के साथ थोड़े से सुधार का प्रयास भी हो जाए तो तस्वीर बदल सकती है और यही समझाने का प्रयास कर रही है ‘टेक्निकल टीचर’।

यह टेक्निकल टीचर कोई और नहीं ‘ईशान फिल्म प्रोडक्शन’ के बैनर तले बनी एक फिल्म है। इस फिल्म के निर्माता और निर्देश हैं रतलाम के मल्टी टैलेंटेड कलाकार हरीश दर्शन शर्मा। सामाजिक सरोकार से जुड़ी इस फिल्म का मीडिया पार्टनर है रतलाम प्रेस क्लब जिसने फिल्म के भव्य प्रीमियर शो का आयोजन स्थानीय गायत्री मल्टीप्लेक्स में किया। खचाखच भरे हाल में जिसने भी इस फिल्म को देखा, उसने यही कहा कि यह सिर्फ एक फिल्म नहीं बल्कि सच्चाई है। आयोजन के दौरान रतलाम के एसपी अमित कुमार, एएसपी राकेश खाका, सीएसपी सत्येन्द्र घनघोरिया, ट्रैफिक डीएसपी आंनद सोनी, स्टेशन रोड थाना प्रभारी स्वराज डाबी, रतलाम प्रेस क्लब अध्यक्ष मुकेश पुरी गोस्वामी, सचिव यश शर्मा बंटी, फिल्मकार हरीश दर्शन शर्मा सहित बड़ी संख्या में पत्रकार और गणमान्यजन और फिल्म की स्टार कास्ट मौजूद रही।

रूढ़ियों और बालिका शिक्षा की चुनौतियों का प्रभावी प्रस्तुतिकरण- एसपी अमित कुमार

एसपी अमित कुमार ने रतलाम प्रेस क्लब के इस प्रयास को सार्थक बताया। उन्होंने कहा कि इस फिल्म के माध्यम से समाज में व्याप्त रूढ़ियों और बालिकाओं की शिक्षा में आ रही चुनौतियों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने ऐसे सार्थक प्रयासों में हर संभव मदद की बात कही है। वहीं उपस्थित दर्शकों ने फिल्म की विषयवस्तु की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल निश्चित ही समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में प्रेरक सिद्ध होगी। भावुक कर देने वाले दृश्यों के दौरान तो कई दर्शकों की आंखें तक छलक पड़ीं। प्रीमियर शो में मौजूद पत्रकारों और उनके परिजन ने फिल्म टेक्निकल टीचर का आंनद लेने के साथ ही उसके संदेश को अधिक से अधिक लोगों तक प्रसारित कर सामाजिक सरोकार की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

सुधार का संदेश देने वाली प्रभावी पटकथा

फिल्म ‘टेक्निकल टीचर’ की कहानी ग्रामीण परिवेश, गांव की एक बालिका ‘फुलवा’ और उसकी अंग्रेजी की शिक्षिका (लतिका भंडारी) के इर्द-गिर्द घुमती है। फिल्म की पटकथा में गांव में व्याप्त बाल विवाह की कुरीति, स्कूल छोड़ने को मजबूर बच्चियों और  सरकारी स्कूल की पढ़ाई व्यवस्था का बहुत अच्छे से प्रदर्शित करती है। यह फिल्म यह संदेश देने में सफल होती नजर आती है कि थोड़ा सा सुधार और तकनीक का उपयोग न सिर्फ शिक्षा का स्तर सुधर सकता है अपितु समाज से कुरीति दूर की जा सकती है और परीक्षा परिणाम भी सुधारा जा सकता है। खास बात यह है कि फिल्म के कलाकारों से लगाकर फिल्म के सारे पात्र भी रतलाम जिले से ही लिए गए हैं। इसकी शुटिंग भी रतलाम शहर और जिले के नामली क्षेत्र के गांव बड़ौदा में हुई।

फिल्म में कौन-क्या

निर्माता, निर्देश, पटकथा लेखक और एडिटिंग

हरीश दर्शन शर्मा

गीतकार

दीपक चरपोटा

संगीत

नागेश काठा, हरीश दर्शन शर्मा

गायक

दलविंदर सिंह गुरुदत्ता, संगीता जैन, हेमेंद्र काठा, दीपक चरपोटा

स्क्रीन प्ले

अमजद खान

कलाकार

अंग्रेजी की शिक्षिका लतिका भंडारी

नेहा पंवार कोचे

फुलवा

कुमकुम शर्मा

हिंदी की शिक्षिका

आकांक्षा शर्मा

प्राचार्य (मंगू मास्टर)

प्रकाश गोलानी

शिक्षक

मनोज जोशी

गणेश

डॉ. पवन मुजावदिया

फुलवा का पिता भैरव

राजेंद्र व्यास

(इनके अलावा भी कई कलाकार हैं और वे सब भी स्थानीय ही हैं।)