अभय वचन ! बदलाव के लिए तैयार हैं हम, किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगे, विरोधी फैला रहे अफवाह- डॉ. अभय ओहरी

जयस नेता डॉ. अभय ओहरी ने लोगों को विरोधियों की अफवाहों से सावधान रहने के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि वे किसी भी कीमत पर नामांकन वापस नहीं लेंगे। उनका यह संघर्ष जनसेवा के लिए ‘सत्ता’ और ‘साहबी’ से है।

अभय वचन ! बदलाव के लिए तैयार हैं हम, किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगे, विरोधी फैला रहे अफवाह- डॉ. अभय ओहरी
डॉ. अभय ओहरी।

कल 5 पंचायतों में होगा ग्रामीण प्रत्याशी डॉ. अभय ओहरी का जनसंपर्क, पर्यावरणविद खुशालसिंह पुरोहित से मिलकर लिया आशीर्वाद

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम ग्रामीण विधानसभा के चुनावी समर में उतरे निर्दलीय उम्मीदवार जयस (जय आदिवासी युवा शक्ति) नेता डॉ. अभय ओहरी ने कहा है कि विरोधी उनके बारे में अफवाहें फैला रहे हैं। अफवाहों पर भरोसा नहीं करें। उन्होंने स्पष्ट किया है कि वे बदलाव के लिए तैयार हैं, किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगे। अपने इस संसकल्प के साथ डॉ. ओहरी गांवों में चौपालें लगा कर ग्रामीणों से रूबरू हो रहे हैं।

डॉ. अभय ओहरी ने बताया कि इस बार ग्रामीण की जनता बदलाव चाहती है। ग्रामीण का हर व्यक्ति ना तो भाजपा को पसंद करता है और ना ही कांग्रेस को। विपक्षी दलों द्वारा एक नई अफवाह फैलाई जा रही है। इससे भोले-भाले ग्रामीण जन को बरगलाया जा सके। ऐसे किसी भी प्रयास और अफवाह को वे, उनके समर्थक और खुद ग्रामीण भी गलत साबित कर देंगे। उन्होंने विश्वास जिताया है कि जनता उनके साथ है और वह उन्हें हमेशा की तरह सेवा का अवसर जरूर देगी।

‘सत्ता’ व साहबी’ से ‘सेवक’ का संघर्ष

डॉ. ओहरी ने कहा है कि विरोधी दलों के सभी लोग कान खोलकर सुन लें कि जनता के इस सेवक ने ‘सत्ता’ और ‘साहबी’ से त्रस्त लोगों की सेवा के लिए कदम आगे बढ़ाया है जो किसी भी कीमत पर पास नहीं होगा। नामांकन फॉर्म वापस नहीं लिया जाएगा। डॉ. ओहरी के अनुसार एक तरफ ‘सत्ता’ का सुख भोग चुके प्रत्याशी सामने हैं जिनका कार्यकाल भी लोगों ने देखा है। बाद में भी उन्हीं की पार्टी के विधायक रहे जिनके रहते भी लोगों के हिस्से उपेक्षा और निराशा ही आई है। इसी तरह दूसरी ओर ‘साहब’ मैदान में हैं जिनके लिए कुर्सी आदेश चलाने का जरिया रही है, सेवा का साधन नहीं।

विपरीत उद्देश्यों वालों का समन्वय सफलता की पुष्टि

डॉ. ओहरी का कहना है कि उन्हें मिल रहा करणी सेना परिवार और भीम आर्मी का साथ और सहयोग ही सफलता की पुष्टि करता है। इस समन्वय का राज यह है कि मैं और हमारे साथी राणा पुंजा और महाराणा की परंपरा पर यकीन रखते हैं जो अपने राष्ट्र के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने और परस्पर सहयोग के लिए जाने जाते हैं। डॉ. ओहरी ने बताया कि उनकी इसी संकल्पना और समन्वय को ग्रामीण न सिर्फ पसंद कर रहे हैं, अपितु खुलकर समर्थन भी दे रहे हैं। बता दें कि, डॉ. ओहरी के नामांकन के दौरान करणी सेना परिवार के प्रदेश अध्यक्ष एवं जावरा विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी जीवनसिंह शेरपुर खुद मौजूद थे।

जारी है चौपाल बैठक, पर्यावरणविद् डॉ. पुरोहित का लिया आशीर्वाद

डॉ. ओहरी का गांवों में चौपाल बैठक के रूप में जनसंपर्क जारी है। सोमवार को उन्होंने लेखक, चिंतक व पर्यावरणविद् खुशालसिंह पुरोहित से आशीर्वाद लेकर "बदलाव के लिए तैयार हैं हम" अभियान की शुरुआत की। इस दौरान डॉ. पुरोहित ने डॉ. ओहरी को जीत का आशीर्वाद देकर शुभकामनाएं दीं। मंगलवार को डॉ. ओहरी समर्थकों के साथ पांच ग्राम पंचायतों में जनसपंर्क करेंगे, इनमें राजपुरा, सरवनी खुर्द, बिबड़ोद, रामपुरिया व पलसोड़ी शामिल हैं।