ब्रेकिंग न्यूज : DP ज्वैलर्स (आभूषण) ने बिना अनुमति लिए तान दिए 400 होर्डिंग और स्वागत द्वार, नगर निगम ने थमाया 1.80 लाख रुपए का नोटिस

रतलाम । नगर निगम ने डीपी ज्वैलर्स (आभूषण) को 1 लाख 80 हजार रुपए का नोटिस जारी किया है। यह नोटिस शहर में बिना अनुमिति होर्डिंग और स्वागत द्वारा लगाने के लिए जारी हुआ है।

ब्रेकिंग न्यूज : DP ज्वैलर्स (आभूषण) ने बिना अनुमति लिए तान दिए 400 होर्डिंग और स्वागत द्वार, नगर निगम ने थमाया 1.80 लाख रुपए का नोटिस
नगर निगम ने बिना अनुमति होर्डिंग और स्वागत द्वार लगाने पर डीपी ज्वैलर्स को 1 लाख 80 हजार रुपए का नोटिस भेजा है।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । नगर निगम द्वारा शहर की डीपी ज्वैलर्स (DP Jewellers) फर्म को पौने दो लाख रुपए का नोटिस जारी किया है। यह नोटिस ज्वैलर्स द्वारा शहर भर में लगाए गए होर्डिंग्स और स्वागत द्वार के लिए जारी किया गया है। नोटिस में बताया गया है कि यदि होर्डिंग्स नहीं हटाए गए ते प्रति दिन 60 हजार रुपए के हिसाब से जुर्माना बढ़ता जाएगा। 

हाल ही में देश में अपना 11 और सबसे बड़ा ज्वैलरी शोरूम स्थापित करने वाले डीपी ज्वैलर्स (आभूषण) ने बागेश्वरधाम के धीरेंद्र शास्त्री के रतलाम में आयोजित समारोह के लिए शहर भर में होर्डिंग्स लगाए थे। ये होर्डिंग्स नगर निगम से अनुमिति मिले बिना ही टांग दिए गए थे। शेयर बाजार में लिस्टेड और 3000 करोड़ रुपए वाले संस्थान द्वारा चंद रुपए बचाने के लिए इस तरह अवैध होर्डिंग टांगना प्रबंधन की निम्न सोच का नतीजा जान पड़ती है। इसके लिए नगर निगम प्रशासन द्वारा डीपी ज्वैलर्स को जुर्माने का नोटिस थमाया गया है। नोटिस जारी किए जाने की पुष्टि आयुक्त हिमांशु भट्ट ने की है। उन्होंने बताया कि राजस्व विभाग द्वारा फर्म को नोटिस जारी किया गया है।

60 हजार रुपए प्रतिदिन लगाया जुर्माना

नगर निगम उपायुक्त करुणेश दंडोतिया के अनुसार डीपी ज्वैलर्स द्वारा शहर भर में होर्डिंग्स लगाए गए हैं। इनकी निगम अमले द्वारा गिनती कराई गई थी। शहर में ऐसे 400 होर्डिंग्स पाए गए हैं। इन होर्डिंग्स का एक दिन का शुल्क 60 हजार रुपए होता है। होर्डिंग तीन दिन के लिए लगाए गए। इस हिसाब से कुल 1 लाख 80 हजार रुपए अदा करने का नोटिस दिया गया है। उपायुक्त के अनुसार यदि संस्थान द्वारा होर्डिंग्स नहीं हटाए जाते हैं तो 60 हजार रुपए प्रति दिन के हिसाब शुल्क बढ़ता जाएगा।

इस पर अभी कोई खुलासा नहीं

बता दें कि, फर्म द्वारा होर्डिंग्स और बैनर के अलावा डिवाइडर के पौधों और ट्री गार्ड को भी अपने पोस्टर और बोर्ड से ढक दिया गया है। इसके लिए उपयोग हुए बोर्ड और पोस्टरों की संख्या हजारों में है। चर्चा तो शोरूम की ऊंचाई को लेकर भी है। कहा जा रहा है कि उक्त शोरूम की ऊंचाई निर्धारित मापदंड से काफी अधिक है। एमओएस के पालन को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, नगर निगम द्वारा अभी इस बारे में खुलासा नहीं किया गया है कि उसने इनके लिए भी कोई कार्रवाई सुनिश्चित की गई है या नहीं। जानकारों की मानें तो नगर निगम द्वारा की गई होर्डिंग की साइज की गणना में भी त्रुटि है। निगम के अनुसार अवैध होर्डिंग का आकार 2.5x3 बताई गई है जबकि उसका वास्तविक आकार 5x3 है। वहीं इनकी संख्या भी 400 न होकर इससे दो गुना अधिक है।

कर्मचारियों के शोषण की आती रही हैं शिकायतें

बताते चलें कि, डीपी ज्वैलर्स (अब डीपी अभूषण) के प्रबंधन के विरुद्ध पूर्व में श्रम कानूनों के उल्लंघन की चर्चाएं सुनी जाती रही हैं। आरोप लगते रहे हैं कि यहां के श्रमिकों और कारीगरों की योग्यता के अनुरूप वेतन नहीं दिया जाता है।

नकली हालमार्क के उपयोग का भी लग चुका है आरोप

पूर्व में डीपी ज्वैलर्स पर नकली हालमार्क के उपयोग करने जैसे आरोप भी लगे थे। यह मामला न्यायालय तक भी गया था। हालांकि, प्रबंधन इसे व्यवसायिक प्रतिद्वंद्विता के चलते साजिश होने की बात ही कहता रहा है।

नोटिस प्राप्त हुआ है, भुगतान करेंगे

बागेश्वर धाम के शास्त्री जी के आगमन की जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिल सके इसके लिए होर्डिंग्स लगाए थे। इसके लिए संस्था द्वारा नगर निगम से अनुमति लेने के लिए अनुरोध भी किया गया था। निगम से नोटिस प्राप्त किया है। जो भी शुल्क निगम द्वारा बताया गया है, उसका भुगतान किया जाएगा।

तरुण बोहरा, प्रभारी- एडवरटाइजिंग एंड मार्केटिंग विभाग, डीपी ज्वैलर्स, रतलाम