एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रबी फसल की बोवनी के लिए जिले के किसानों को बिना परेशानी पर्याप्त मात्रा में रासायनिक खाद की आपूर्ति हो। खाद का वितरण साख सहकारी समितियों के माध्यम से नकद किया जाना चाहिए। यह सुविधा ओवरड्यू किसानों को भी मिलनी चाहिए। इससे किसानों को बाजार से ऊंचे भाव में खाद नहीं खरादना पड़ेगी।
यह सुझाव जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के पूर्व अध्यक्ष भाजपा नेता अशोक जैन चौटाला ने दिया है। उन्होंने इस संबंध में कलेक्ट्र को पत्र लिखा है। इसमें बताया कि जिले के ओवरड्यू किसानों तथा छोटे किसानों को भी खाद आसानी से उपलब्ध हो, इसके लिए समिति स्तर पर नकद विक्रय की व्यवस्था करना उचित होगा।
चौटाला ने कहा कि विकासखंड स्तर पर और विपण विक्रय केंद्र बनाकर किसानों को पावती या जरूरी दस्तावेज के आधार पर नकद खाद उपलब्ध कराया जा रहा है। यह दायरा बढ़ाया जाना चाहिए और साख समिति के स्तर पर भी यह किया जाना चाहिए। चौटाला के अनुसार वर्तमान में जो नकद विक्रय केंद्र हैं वे गांव से काफी दूर होने से किसानों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
ओवरड्यू किसानों को ज्यादा दाम में खरादनी पड़ रही खाद, परिवहन का खर्च भी
चौटाला ने बताया कि जिले के कई गांवों के किसानों से यह सूचना मिल रही है कि समितियों में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। फिर भी ओवरड्यू किसानों को बाजार से महंगे भाव में खरीदना पड़ रही है। उन्हें परिवहन कर गांव ले जाना पड़ता है। इससे उन्हें ज्यादा राशि व्यय करना पड़ रही है। यदि प्रशासन उक्त व्यवस्था करता है तो किसानों को अपने गांव के नजदीकी केंद्रों से नकद खाद उपलब्ध हो जाएगी। इससे वे आसानी से बोवनी कर सकेंगे और आर्थिक नुकसान भी नहीं उठाना पड़ेगा।