कोविड की सैंपलिंग में लापरवाही पर सैलाना बीएमओ को बदला, अनमोल पोर्टल पर गर्भवतियों का पंजीयन कम होने पर 8 एएनएम को शोकॉज नोटिस जारी

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने सैलाना बीएमओ के प्रभार में बदलाव किया गया है। 8 एएनएम को शोकॉज नोटिस भी जारी किए गए हैं। इन पर काम में लापरवाही का आरोप है।

कोविड की सैंपलिंग में लापरवाही पर सैलाना बीएमओ को बदला, अनमोल पोर्टल पर गर्भवतियों का पंजीयन कम होने पर 8 एएनएम को शोकॉज नोटिस जारी

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जिले में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर्गत सुधार के प्रयास जारी हैं। इसकी मॉनिटरिंग के लिए गर्भवती महिलाओं का पंजीयन अनमोल पोर्टल पर किया जा रहा है लेकिन इस मामले में जिले की प्रगति संतोषजनक नहीं है। इसके लिए जिम्मेदार मानते हुए 8 एएनएम को शोकॉज नोटिस जारी किया गया है। इसी तरह कोविड की सैंपलिंग के काम में लापरवाही बरतने पर सैलाना बीएमओ को भी बदल दिया गया है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया जिले में प्रतिदिन निर्धारित लक्ष्य के अनुसार कोविड के सैंपल लिए जा रहे हैं। इसकी रोज समीक्षा की जा रही है।  पिछले दिनों सैलाना विकासखंड में कोविड की सैंपलिंग की स्थिति संतोषजनक नहीं होने से कलेक्टर ने द्वारा सैलान के विकासखंड चिकित्सा अधिकारी का प्रभार तत्काल प्रभाव से बदल दिया गया है। अब यह जिम्मेदारी डॉ. जितेंद्र रायकवार को प्रदान किया गया है। सीएमएचओ ने स्पष्ट किया है कि कोविड सैंपल कार्य में  लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

नोटिस के जवाब के लिए 3 दिन की मोहलत, वरना रोक देंगे 2-2 वेतनवृद्धि

सीएमएओ डॉ. ननावरे के अनुसार जिले में गर्भवती माताओं का अनमोल एप में पंजीयन की स्थिति असंतोषजनक है। इसके चलते 8 महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर संबंधित एएनएम की दो-दो वेतन वृद्धि भी रोकी जाएंगी। डॉ. ननावरे के अनुसार सोनकली मौर्य (उप स्वास्थ्य केंद्र आक्याकलां), मंजुला शर्मा (उप स्वास्थ्य केंद्र तालोद), ममिता खराड़ी (उप स्वास्थ्य केंद्र रतनगढ़पीठ), मरियम जैकब (उप स्वास्थ्य केंद्र जमुनिया), दुर्गा मालवीय (उप स्वास्थ्य केंद्र प्रीतमनगर), संगीता वसुनिया (वार्ड क्रमांक 18), संगीता भूरिया (वार्ड क्रमांक 39) एवं मनीषा परमार (वार्ड क्रमांक 25) को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किए गए हैं। जवाब देने के लिए तीन दिन की मोहलत दी गई। उत्तर ना देने पर एक पक्षीय कार्यवाही की जाएगी।