रतलाम : इन स्कूलों के स्टूडेंट्स ने 10वीं और 12वीं में हासिल की उल्लेखनीय सफलता, शिक्षक व अभिभावक कर रहे गर्व, फेल होने वाले भी न हों निराश
माध्यमिक शिक्षा मंडल मप्र के कक्षा 10वीं और 12वीं के परिणाम में रतलाम के इस शासकीय और निजी विद्यालय के विद्यार्थियों ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। अगर कोई इसमें फेल भी हुआ है तो उसे निराश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि उसके लिए करने के लिए बहुत कुछ है।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । माध्यमिक शिक्ष मंडल मध्यप्रदेश की कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा में रतलाम के सीएम राइज विनोबा स्कूल और विवेक हायर सेकंडरी स्कूल के विद्यार्थियों ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। इससे विद्यार्थियों में तो खुशी है ही, उनके शिक्षक और अभिभावक भी गर्व कर रहे हैं। विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं देने का सिलसिला भी जारी है।
सीएम राइज विनोबा स्कूल रतलाम का कक्षा 10वीं का परीक्षा परिणाम 95 प्रतिशत रहा। संस्था के 54 में से 51 विद्यार्थी उत्तीर्ण रहे है। इनमें से 47 प्रथम श्रेणी। इनमें से भी 10 से ज्यादा 75 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित किए यानी ऐसे विद्यार्थियों का प्रतिशत 20 रहा। सर्वाधिक 92 प्रतिशत अंक अनुष्का पाटीदार के और 91 प्रतिशत रूपांजलि मंडोवरा के रहे। इसी प्रकार 12वीं में 40 में से 32 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। इस कक्षा का परिणाम 80 प्रतिशत रहा। इनमें 25 ने प्रथम श्रेणी प्राप्त की जिनमें से 10 को 75 फीसदी से ज्यादा अंक मिले यानी ऐसे विद्यार्थियों का प्रतिशत 32 रहा। 12वीं में सर्वाधिक 90 प्रतिशत अंक खुशी जैसवार और 88 प्रतिशत पार्थ मोयल ने प्राप्त किए।
लगातार बढ़ रहा रिजल्ट
विनोबा स्कूल के सीएम राइज बनने के बाद से यहां के परीक्षा परिणाम में लगातार वृद्धि हो रही है। 10वीं के परिणाम में 13 और 12वीं 32 की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उल्लेखनीय है सीएम राइज विनोबा स्कूल रतलाम जिले की एनसीईआरटी सिलेबस पर हिंदी और अंग्रेजी माध्यम में कक्षा 1 से 12 तक संचालित एकमात्र सरकारी संस्था है। विद्यार्थियों की इस गौरवमयी उपलब्धि पर प्राचार्य संध्या वोरा, उप प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर, परीक्षा प्रभारी सीमा अग्निहोत्री, सुनीता पंवार, भावना रावत, अमन सिंह राठौर, शोभा ओझा सहित पूरे स्टाफ ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दीं। विद्यार्थियों का मुंह भी मीठा कराया।
विवेक हायर सेकंडरी स्कूल का 12वीं का परिणाम शत-प्रतिशत
शहर के दिलीपनगर में स्थित विवेक हायर सेकंडरी स्कूल के विद्यार्थियों ने भी बोर्ड परीक्षा में उल्लेखनीय प्रदर्शन कर संस्था, अपने शिक्षकों और अभिभावकों का नाम गौरवान्वित किया है। संस्था का कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहा। 50 फीसदी विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण रहे जबकि शेष 50 फीसदी ने द्वितीय श्रेणी प्राप्त की। कक्षा 10वीं का परिणाम भी बेहतर रहा। संस्था प्राचार्य तृप्ती शुक्ला, संचालक मंडल के नीरज कुमार शुक्ला, कामिनी शुक्ला, मार्गदर्शक प्रकाश शुक्ला सहित स्टाफ ने सभी विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
बता दें कि, ज्ञान विवेक प्रसारण समिति द्वारा संचालित विवेक हायर सेकंडरी स्कूल की नींव स्व. डॉ. श्रवण कुमार शुक्ला द्वारा 1979 में डाली गई थी। तब से संस्था बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार देने में अग्रणी भूमिका निभा रही है। संस्था से शिक्षित विद्यार्थी आज विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय होकर अपने कर्त्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं।
जिले की प्रावीण्य सूची में उत्कृष्ट विद्यालय के तीन विद्यार्थी
उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रतलाम की कला संकाय की दो होनहार छात्राओं सलोनी और अजय भाटी ने 471 अंक (94.2%) प्राप्त कर जिले की प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त किया। जया रामलाल चौधरी ने 460 अंक (92%) प्राप्त कर जिले में दूसरे स्थान पर रहीं।
संस्था के कक्षा 12वीं के 243 विद्यार्थियों में से 228 (93.8%) उत्तीर्ण हुए जिसमें से 214 प्रथम श्रेणी तथा 14 द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। कक्षा 10वीं के 208 विद्यार्थियों में से 206 (99.03%) विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। इनमें से 185 प्रथम श्रेणी तथा 21 द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। विद्यालय परिवार ने उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम पर हर्ष व्यक्त किया।
फेल विद्यार्थी न हों निराश, गलत कदम उठाने की न करें नादानी, क्योंकि...
परीक्षा स्थानीय हों या बोर्ड की, उसमें मिली सफलता प्रश्न पत्र हल करते समय जितना हमने लिखा है उसके मूल्यांकन के आधार पर मिलती है। इसका मतलब यह नहीं कि हमने सालभर में जो पढ़ाई की और जो कुछ भी सीखा वह व्यर्थ हो गया और जिंदगी में कुछ भी करने को शेष नहीं रहा। इसलिए यदि अगर आप किसी परीक्षा में फेल हो गए हैं तो इसे अपनी संपूर्ण विफलता मानते हुए कोई गलत कदम न उठाएं। आपका एक गलत कदम आपके अभिभावकों और उन सभी के लिए बड़ा आघात साबित हो सकता है जिनके लिए आपसे ज्यादा कुछ भी कीमती नहीं है।
यह कहना है कि डायमंड ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन के डायरेक्टर जयप्रकाश शुक्ला है। शुक्ला के अनुसार परीक्षा हो, कोई कार्य हो या फिर खेल ही क्यों न हो, उसमें मिली असफलता / हार से निराश न हों बल्कि उससे सीख लेकर नई ऊर्जा और जोश के साथ पुनः खड़े हों और डट कर मुकाबला करें, क्योंकि ईश्वर ने आपको जो जीवन दिया है वह बहुत उल्लेखनीय करने के लिए दिया है। सभी विद्वान, हमारे संस्कार हमें यही सीख देते हैं। ‘12वीं फेल’, ‘छिछोरे’, ‘मांझी’, ‘सुपर-30’ जैसी फिल्में भी तो यही संदेश देती हैं। अगर आपने ये नहीं देखी हैं, एक बार अवश्य देखिए और असफल होने के बाद भी आप क्या कर सकते हैं, यह खुद महसूस कीजिए। जो हाल की परीक्षाओं में सफल हुए हैं उन्हें बधाई और शुभकामनाएं एवं जो किन्हीं कारणवश असफल हुए हैं उन्हें दो गुनी शुभकामनाएं नई ऊर्जा-जोश और नए संकल्प के साथ औरों से बेहतर कर सकने के लिए।