यूरिया की कालाबाजारी में सैलाना अव्वल, रतलाम दूसरे व आलोट तीसरे नंबर पर, DM बोले- FIR दर्ज कराओ, NSA में कार्रवाई कर सभी को जेल भेजेंगे

यूरिया की कालाबाजारी को लेकर चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है। टॉप-20ा कालाबाजारियों में जिले के 261 लोगों में 143 सैलाना के हैं। दूसरे नंबर पर रतलाम व तीसरे पर आलोट है। कलेक्टर ने सभी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने और एनएसए की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

यूरिया की कालाबाजारी में सैलाना अव्वल, रतलाम दूसरे व आलोट तीसरे नंबर पर, DM बोले- FIR दर्ज कराओ, NSA में कार्रवाई कर सभी को जेल भेजेंगे

सैलाना बना यूरिया की कालाबाजारी का अड्डा, TOP-20 कालाबाजारियों में जिले के 261 लोग, 143 सिर्फ सैलाना के, एसडीओ को शोकॉज नोटिस जारी 

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जिले का सैलाना यूरिया की कालाबाजारी का अड्डा बन गया है। प्रशासन द्वारा तैयार की गई टॉप-20 कालाबाजारियों की सूची में जिले के 261 लोग शामिल हैं। इनमें से143 सिर्फ सैलाना के हैं। रतलाम दूसरे और आलोट तीसरे नंबर पर है। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने सभी कलाबाजारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और सैलाना के कृषि विभाग के निष्क्रिय अमले पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने शुक्रवार को कृषि, उद्यानिकी, सहकारिता आदि विभागों की समीक्षा की। कलेक्टर उस समय चौंक गए जब अधिकारियों ने जिले में यूरिया के टॉप-20 खरीददारों की जानकारी दी। आखिरी जानकारी थी है चौंकाने वाली। बताया गया कि अप्रैल से सितंबर तक जिले में 261 व्यक्ति ऐसे हैं जो यूरिया की खरीदी करने वाले टॉप-20 में शामिल हैं। इसमें 143 लोग तो सिर्फ सैलाना के ही हैं। इसके बाद क्रमशः रतलाम (45), जावरा (23), आलोट (32), बाजना (12) और पिपलौदा (6) हैं।

डीएम को आंकड़े नागवार गुजरे और उन्होंने कृषि विभाग सहित पूरे अमले को आड़े हाथ लिया। उन्होंने तल्ख लहजे में कहा कि सैलाना में इतने ज्यादा लोगों द्वारा इतनी बड़ी मात्रा में यूरिया खरीदना शंका को जन्म देता है। इससे साफ है कि सैलाना में पदस्थ कृषि विभाग का अमला कार्य नहीं कर रहा है। उन्होंने कृषि उपसंचालक को ऐसे सभी निष्क्रिय अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने और भौतिक सत्यापन कर कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि ऐसे सभी व्यक्तियों के खिलाफ एनएसए में कार्रवाई कर 6 माह के लिए भेजा जाएगा। उन्होंने शंका जताई कि सैलाना संभवताः यूरिया खरीदी के बाद पड़ोसी राज्य राजस्थान व अन्य स्थानों पर कालाबाजीर की गई।

सैलाना एसडीएम से बोले- आपके यहां सत्यापन इतना धीरे क्यों ? 

डीएम पुरुषोत्तम ने सैलाना के कृषि विभाग के एसडीओ नानसिंह मंडलोई और एसएडीओ यशवंत सिंह रावत को शोकॉज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इतना ही नहीं उन्होंने समीक्षा बैठक के दौरान ही सैलाना एसडीएम कामिनी ठाकुर को दूरभाष पर कॉल कर अनुविभाग में भौतिक सत्यापन का कार्य धीमा चलने पर आपत्ति जताई। उन्होंने पूछा- आपके यहां भौतिक सत्यापन का कार्य इतना धीरे क्यों चल रहा है ? कलेक्टर ने एसडीएम से कहा- सैलाना के टॉप 20 यूरिया खरीददारों का भौतिक सत्यापन तत्काल पूरा हो।

सहकारी समितियों की भूमिका भी संदिग्ध, प्रबंधक व सेल्समैन को दंडित करने के निर्देश

समीक्षा के दौरान यूरिया बेचने के मामले में कई सहकारी समितियों की भूमिका संदेहास्पद होने की बात भी सामने आई। जिससे कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए। उन्होंने दोषी पाए जाने पर समिति प्रबंधक तथा सेल्समैन को भी दंडित करने का कहा। इतना ही नहीं कार्य में ढिलाई के लिए सीसीबी महाप्रबंधक आलोक. जैन, परियोजना अधिकारी आत्मा नरगेश पर भी नाराजगी जताई। कलेक्टर ने कहा- आप लोगों को शासन भारी भरकम सैलरी देता है। इसलिए दायित्व का निर्वाह कर सकें और टाइम पास न करें। मन की संतुष्टि स्तर तक जाकर कार्य करें।

ये रहे मौजूद

बैठक में उप संचालक कृषि विजय चौरसिया, उप संचालक उद्यानिकी पी. एस. कनेल, जीएम सीसीबी आलोक जैन, सहायक संचालक मत्स्य सोना यादव, उपायुक्त सहकारिता सिंह आदि उपस्थित थे।