निर्माणाधीन प्लेटिनम वैली कॉलोनी के पास 5 लाख के MD ड्रग के साथ 1 तस्कर गिरफ्तार, आपराधिक गतिविधियों का अड्डा बन रहा इलाका
रतलाम की स्टेशन रोड पुलिस ने 50 ग्राम एमडी ड्रग के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। जब्त ड्रग की कीमत 5 लाख रुपए है।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शहर का प्रतापनगर और भक्तन की बावड़ी क्षेत्र आपराधिक गतिविधियों का अड्डा बनता जा रहा है। स्टेशन रोड पुलिस ने गुरुवार को भक्तन की बावड़ी क्षेत्र में निर्माणाधीन प्लेटिनम वैली कॉलोनी के पास से एक तस्कर को गिरफ्तार किया। आरोपी के पास से 50 ग्राम MD ड्रग जब्त हुआ। इसकी कीमत करीब 5 लाख रुपए बताई जा रही है।
एसपी अमित कुमार के निर्देश पर जिले में मादक पदार्थों के विरुद्ध सख्ती से अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में थाना स्टेशन रोड पुलिस द्वारा लगातार अवैध मादक पदार्थ की खरिद-फरोख्त करने वालो के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। गुरुवार को स्टेशन रोड पुलिस को मुखबिर से भक्तन की बावड़ी क्षेत्र में एमडी ड्रग के परिवहन की सूचना मिली। इस पर थाना प्रभारी निरीक्षक राजेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मुखबिर द्वारा बताए क्षेत्र में सर्चिंग की।
पारदर्शी प्लास्टिक की थैली में था ड्रग
पुलिस टीम सर्चिंग कर रही थी तभी क्षेत्र की प्लेटिनम वैली कॉलोनी के पास एक संदिग्ध मिला। पूछताछ कर तलाशी लेने पर उसके पास प्लास्टिक की पारदर्शी थैली में एमडी ड्रग मिला। पुलिस ड्रग जब्त कर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया। जब्तशुदा ड्रग का वजन 50 ग्राम (कीमत) करीब 5 लाख रुपए है। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम आबिद पिता अजीज मेवाती (39) निवासी बजरंगनगर (गुलशन बेकरी) के पास बताया।
जारी है पूछताछ
आरोपी आबिद मेवाती के विरुद्ध स्टेशन रोड थाने पर एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/22 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपी से यह जानने का प्रयास कर रही है कि वह एमडी कहां से लाया था और किसे देने जा रहा था। कार्रवाई में उप निरीक्षक शांतिलाल चौहान, सहायक उप निरीक्षक बबूल डागा, प्रधान आरक्षक मनोज पांडेय, महेन्द्र फतरोड़, नरेन्द्र चावड़ा, राजू अमलियार, बालाराम जाट, आरक्षक हर्षल शर्मा, दीपक मकवाना, विशाल सेन, हेमराज डामोर, विजय निनामा, ललित वर्मा की भूमिका रही।
पहले भी पकड़े जा चुके हैं आरोपी
भक्तन की बावड़ी और प्रतापनगर व आसपास का इलाका आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की शरण स्थली बनता जा रहा है। इस इलाके से पुलिस पहले भी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त कई आरोपियों को पकड़ चुकी है। आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की मौजूदगी के कारण लोग यहां जाने से भी कतराते हैं। क्षेत्र के आसपास की कॉलोनियों के रहवासियों को भी यह इलाका असुरक्षित लगने लगा है। इसका असर क्षेत्र में विकसित हो रहे आवासीय प्रोजेक्ट पर भी पड़ने का अंदेशा बढ़ गया है।