Tag: आशीष दशत्तर
व्यंग्य : सहमे पौधे का सेटलमेंट- आशीष दशोत्तर
पेड़ की आत्मा और रोपे जाने का इंतजार करते पौधे का अनूठा संवाद व्यंग्यकार आशीष दशोत्तर...
क़िताब के पन्नों से : दिलों के दरवाज़े पर दस्तक देती आवाज़-...
आओ झांकें किताब के पन्नों में और पिता की उंगली, कंधा, बाज़ू और गोदी के स्पर्ष का...
क़िताब के पन्नों से : दिलों के दरवाज़े पर दस्तक देती आवाज़-...
आओ झांकें किताब के पन्नों में और पिता की उंगली, कंधा, बाज़ू और गोदी के स्पर्ष का...
10वें सोपान पर पहुंचा ‘सुनें सुनाएं’, 10 रचनाकार आज सुनाएंगे...
रचनाधर्मिता पर संवाद का सिलसिला सुनें सुनाएं का 10वां सोपान 2 जुलाई को है। इसमें...
जनवादी लेखक संघ की पहल, प्रतिवर्ष दिया जाए 'दानिश अलीगढ़ी...
जनवादी लेख संघ द्वारा मरहूम शायर दानिश अलीगढ़ी के नाम पर सम्मान स्थापित किया गया...
कथा रंग कहानी महोत्सव में आशीष दशोत्तर 'फणीश्वर नाथ रेणु...
'कथा रंग' कहानी महोत्सव एवं अलंकरण समारोह 'लिटरेरी फेस्टिवल' का आयोजन गाजियाबाद...
रतलाम के आशीष दशोत्तर 21 मई को 'कथा रंग कहानी पुरस्कार'...
रतलाम के युवा साहित्यकार आशीष दशोत्तर रविवार को गाजियाबाद में आयोजित लिटरेरी फेस्टिवल...
कबीर में कोई द्वैत नहीं, कोई भेद नहीं, वे जैसे भीतर, वैसे...
हम लोग संस्था द्वारा पद्मश्री प्रहलाद टिपाणियां का अभिनंदन किया गया। इस मौके पर...
रचनाशील व्यक्ति हमेशा समाज के लिए सोचता है, डॉ. जलज समाज...
पूर्व प्राचार्य एवं साहित्यकार डॉ. जयकुमार जलज की पुस्तक “मैं प्राचार्य बना” का...
व्यंग्य : लू ! बड़ी बेरहम है तू- आशीष दशोत्तर
युवा व्यंग्यकार आशीष दशोत्तर का यह व्यंग्य कहने को तो लू पर केंद्रित है लेकिन यह...
आज की रचनात्मक सोच ही भविष्य को संवारेगी, 'सुने सुनाएं'...
रचनाधर्मिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू हुए सुनें सुनाएं का आठवां सोपान रविवार...
समीक्षा : दो मिसरों में सार्थक बात कहने का हुनर... आप भी...
कोई छोटी सी बात समझाने या सीख देने के लिए पूरा ग्रंथ लिख देता है तो कोई दो शब्द...
व्यंग्य के पंच-प्रपंच : विद्रूपताओं और विसंगतियों पर कम...
जनवादी लेखक संघ द्वारा व्यंग्य विधा को लेकर अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें व्यंग्यकारों...
"व्यंग्य के पंच-प्रपंच" का आयोजन 30 अप्रैल को, जनवादी लेखक...
जनवादी लेखक संघ द्वारा अनूठा आयोजन किया जा रहा है। यह 30 अप्रैल को होगा। इसमें व्यंगकार...
संस्मरण : कबाड़ी की दुकान चलाने की तमीज़ नहीं जिनको ! आशीष...
युवा लेखक आशीष दशोत्तर बता रहे हैं नाट्य विधा से जुड़ा एक प्रसंग। उनका यह संस्मरण...