बड़ी चोरी - बड़ा खुलासा : नौकर ने कम्पाउंडर व चौकीदार के साथ मिलकर डॉक्टर के यहां की थी 40 लाख से अधिक की चोरी, सभी गिरफ्तार, देखें वीडियो...

डॉ. आर. के. अग्रवाल के यहां हुई 40 लाख रुपए की चोरी के मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुराए गए रुपए बरामद किए हैं। वारदात डॉ. अग्रवाल के नौकर, कम्पाउंडर और चौकीदार ने की थी।

ललितपुर के पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुस्ताक ने पुलिस लाइन में किया वारदात का खुलासा

सुमन झा

एसीएन टाइम्स @ ललितपुर । शहर के प्रसिद्ध डॉ. आर. के अग्रवाल के यहां 40 लाख रुपए से अधिक की चोरी को उनके ही नौकर ने अंजाम दिया था। 23 साल से डॉ. अग्रवाल के यहां काम कर रहे नौकर ने डॉक्टर के कम्पाउंडर व चौकीदार के साथ मिलकर वारदात की थी। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर चुराए गए रुपए बरामद कर लिए हैं।

यह खुलासा ललितपुल के पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुस्ताक ने पुलिस में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान किया। उन्होंने बताया कि सर्जन डॉ. आर. के. अग्रवाल पुत्र स्व. शिवचरन निवासी अभिलाषा पेट्रोल पंप के पास थाना कोतवाली ललितपुर ने शिकायत दी थी। इसमें बताया था कि उनकी दादी की आलमारी से 40 लाख रुपए से अधिक चोरी हुए हैं। उन्होंने प्रकाश पुत्र बसंत कुशवाहा निवासी काशीराम कॉलोनी थाना कोतवाली ललितपुर पर संदेह जाहिर किया था क्योंकि वह वारदात के बाद से ही गायब था। पुलिस ने मामले में भादंवि की धारा 381 का प्रकरण दर्ज किया गया था। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक द्वारा 03 टीमें गठित कर आरोपी की तलाश की गई। उसकी मोटरसाइकिल रेलवे स्टेशन परिसर से बरामद हुई थी।

दो धाराएं बढ़ाई, न्यायालय में पेश किया

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर प्रकाश पुत्र बसंते कुशवाहा (35) निवासी कांशीराम कॉलोनी थाना कोतवाली ललितपुर, फूलचन्द्र पुत्र हरिचरण कुशवाहा (42) निवासी मजरा-सिद्धनपुरा मडवारी थाना कोतवाली ललितपुर, कंपाउंडर दीपक पुत्र प्रेमनरायण कुशवाहा (39) निवासी वर्णी जैन इंटर कॉलेज के पास सिविल लाइन थाना कोतवाली ललितपुर, चौकीदार भजन पुत्र मोहनलाल कुशवाहा (46) निवासी रामनगर थाना कोतवाली ललितपुर को मुखबिर की सूचना पर ललितपुर के ग्राम मडवारी से गिरफ्तार किया। पूछताछ और तालासी लेने पर आरोपियों के पास से डॉ. अग्रवाल के यहां से चुराए गए 41 लाख 59 हजार 500 रुपए बरामद हो गए। मामले में आरोपियों के विरुद्ध भादंवि की धारा 411, 120बी बढ़ा कर आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश किया।

22 साल से काम कर रहा था, रुपए देखे तो लालच आ गया

आरोपी प्रकाश कुशवाह ने पूछताछ में बताया कि मैं डॉक्टर साहब के यहां करीब 22 साल से काम कर रहा हूँ। डॉक्टर साहब मुझे अपने लड़के की तरह ही मानते थे। घर में मुझे पता था कि सारा पैसा कहां रखा रहता है। लालच में आकर मैंने अपने दोस्तों डॉ. के कम्पाउण्डर दीपक कुशवाहा, चौकीदार भजन कुशवाहा के साथ मिलकर चोरी की साजिश रची। डॉ. अग्रवाल दीपक कुशवाहा के साथ जब सुबह करीब 9.30 बजे अस्पताल चले गए और ॉपरेशन थियेटर में थे तो दीपक ने मुझे फोन करके बता दिया था।

वारदात से पहले काट दी थी सीसीटीवी कैमरे की सप्लाई

आरोपी नौकर प्रकाश ने बताया कि मैंने डॉक्टर साहब के शिव डायग्नोटिस्टक सेन्टर में लगे सीसीटीवी कैमरों की सप्लाई काट दी ताकि कैमरे में चोरी पकड़ी न जाए। इसके बाद उनके चौकीदार के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। चोरी के रुपए एक बैग में रखकर मड़वारी में रहने वाले अपने साले फूलचन्द के यहां चला गया। पूरी वारदात साले को बताकर उसे भी साजिश में शामिल कर लिया।