जन्म देने वाली माताएं अपनी किडनी देकर अपने बच्चों को देंगी जीवन, संभागीय अंगदान प्रत्यारोपण प्राधिकार समिति ने दी अनुमति

संभागीय अंगदान प्राधिकार समिति ने 3 मरीजों की किडनी प्रत्यारोपण के लिए स्वीकृति प्रदान की है। सभी मामलों में किडनी मरीजों की माताओं द्वारा दी जा रही है।

जन्म देने वाली माताएं अपनी किडनी देकर अपने बच्चों को देंगी जीवन, संभागीय अंगदान प्रत्यारोपण प्राधिकार समिति ने दी अनुमति
अंगदान के लिए अनुमति जारी।

डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय मेडिकल कॉलेज से 3 और मरीजों को मिली अंग प्रत्यारोपण की स्वीकृति

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । किसी भी संतान के लिए मां से बढ़कर और कोई रिश्ता नहीं होता। मां जिसे नौ माह तक अपनी कोख में रखकर अपने लहू से सींचती है और जीवन देती है यदि उसकी जान पर बन आए तो वह खुद को न्योछावर करने तक से पीछे नहीं हटती। ऐसी ही तीन माताओं ने अपने बेटे और बेटियों का जीवन बचाने के लिए अपनी किडनी देने का निर्णय लिया है। उन्हें इसके लिए संभागीय अंगदान प्रत्यारोपण प्राधिकार समिति ने अनुमति भी दे दी है।

डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय मेडिकल कॉलेज रतलाम की संभागीय अंगदान प्रत्यारोपण प्राधिकार समिति की बैठक गत दिवस संपन्न हुई। इसमें किडनी प्रत्यारोपण के तीन प्रकरणों को समिति द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई। तीनों ही मामले में किडनी मरीजों की माताओं द्वारा ही दी जा रही हैं। काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव गोविंद काकानी ने बताया समिति के समक्ष प्रकरण रखे गए थे। इसमें किडनी  दान देने व लेने  की जानकारी के साथ ही सभी आवश्यक दस्तावेज देखे गए। उनकी कमियों को दूर कर तीन मामलों में अंग प्रत्यारोपण की स्वीकृति प्रदान की गई। पिछली बैठक में एक प्रकरण में परिवारजन उपस्थित नहीं हो सके थे, वे इस बार भी नहीं आए।

इन मरीजों की किडनी प्रत्यारोपण को मिली अनुमति

संभागीय प्राधिकार समिति ने जिन मरीजों की किडनी प्रत्यारोपण की अनुमति दी गई है उनमें से दो युवक और एक युवती शामिल है। ये हैं रतलाम के 31 वर्षीय गंधर्व चौहान, कायथा जिला उज्जैन के 41 वर्षीय गणेश पाटीदार तथा देवास जिले के चापड़ा गांव की 31 वर्षीय ममता पाटीदार शामिल हैं। प्रथम दो मामले में ब्लड प्रेशर अत्याधिक रहने के कारण और तीसरे प्रकरण में प्रसव के दौरान तबीयत ज्यादा खराब होने और उसके वेंटिलेटर पर जाने के कारण किडनी खराब हो गई थी।

समिति में ये रहे शामिल

मेडिकल कॉलेज में संभागीय अंगदान  प्रत्यारोपण प्राधिकार समिति में डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता, मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. आनंद चंदेलकर, मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. महेंद्र चौहान, सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. नीलम चार्ल्स, समाजसेवी गोविंद काकानी, समाज सेविका मनीषा ठक्कर, नोडल अधिकारी डॉ. अतुल कुमार व सहायक ओमप्रकाश गौर शामिल हैं। बिना किसी परेशानी के अंग प्रत्यारोपण के लिए अनुमति देने पर मरीजों के परिजन ने संभागीय प्राधिकार समिति के सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया।