पते की बात : बच्चे कच्ची मिट्टी के समान जिन पर अभिभावक, शिक्षक और संगत का ही रंग चढ़ता है, साइबर अपराध होने पर अवसाद में न आएं- यशोदाकुंवर राजावत
महिला बाल विकास विभाग द्वारा रतलाम और जावरा के शिक्षण संस्थाओं में हब योजना के तहत विद्यार्थियों को नए कानूनो की जानकारी देने के साथ उनसे बचने और लक्ष्य बना कर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया गया।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । बच्चे कच्ची मिट्टी के समान होते हैं। उन पर वही रंग चढ़ता है जो अभिभावक, शिक्षक और संगत चढ़ाती है। इसलिए विभिन्न अपराधों को रोकने के लिए सभी परिस्थितियों का सुसंगत समन्वय जरूरी है। विद्यार्थी अपने लक्ष्य पर केन्द्रित रहते हुए आगे बढ़ें। बालक-बालिकाएं अपराधों से बचें। यदि अनजाने में साइबर अपराध हो जाता है तो मानसिक अवसाद में न जाते हुए कानून की शरण लें।
यह बात महिला एवं बाल विकास विभाग की ‘हब’ प्रभारी यशोदाकुंवर राजावत ने कही। वे आरोग्य इंस्टिट्यूट ऑफ नर्सिंग में आयोजित कार्यक्रम को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहीं थी। उन्होंने भारत सरकार की हब सहित अन्य योजनाओं की जानकारी भी दी। आयोजन की मुख्य अतिथि सरपंच निर्मला डाबी और विशेष अतिथि उपसरपंच कन्हैयालाल जाट रहे। प्रारंभ अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया। कॉलेज स्टाफ ने अतिथियों का स्वागत किया। रतलाम ग्रामीण-2 की सीडीपीओ प्रेमलता माकल ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। महिला थाना टीआई पार्वती गौड़ ने बढ़ते अपराधों की जानकारी देते हुए उससे बचने के उपाय बताए। उन्होंने स्वीकार किया कि बालक-बालिकाओं द्वारा मोबाइल के विभिन्न एप का उपयोग करने से समाज में भटकाव की स्थिति निर्मित हो रही है।
पीपीटी के माध्यम से दी नए कानून की जानकारी
वनस्टॉप सेंटर रतलाम की प्रशासक शकुन्तला मिश्रा ने सेंटर द्वारा महिलाओं को दी जाने वाली सेवाओं से अवगत कराया। मुख्य अतिथि सरपंच ने प्रति सप्ताह महिलाओं, किशोरियों और बालिकाओं के बीच संवाद की अपील की ताकि वे अपने मन की बात से अवगत करा सकें। मुख्य वक्ता और अतिथियों ने संस्था के सहयोग की प्रशंसा की। इस मौके पर मुख्य वक्ता राजावत ने 3 नए कानून की समझाइश पीपीटी के माध्यम से दी।
ये उपस्थित रहे
आयोजन में भारत द्विवेदी, हिमांशु जोशी, धर्मेन्द्र, राहुल, एंजल तथा नैना, महिला एवं बाल विकास विभाग की क्षेत्रीय पर्यवेक्षक शशिकला मंडराह, ऑगनवाड़ी कार्यकर्ता स्वाति जोशी, लताकुंवर सिसौदिया, सहायिका लीला मचार, केस वर्कर कल्पना योगी व ऑपरेटर अभिषेक श्रीवास्तव उपस्थित रहे। संचालन शिक्षक पवन शर्मा ने किया। आभार डॉ. आर. आर. पांडेय ने माना।
जावरा के भगतसिंह कॉलेज में भी हुआ आयोजन
बता दें कि, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला रतलाम में जिला कार्यक्रम अधिकारी रजनीश सिन्हा के मार्गदर्शन, हब की नोडल अधिकारी अंकिता पण्ड्या के नेतृत्व तथा वन स्टॉप सेंटर रतलाम की प्रशासक शकुन्तला मिश्रा के सहयोग ‘महिला केंद्रित विधान सप्ताह’ मनाया जा रहा है। इसके तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में जावरा के भगतसिंह कॉलेज में भी आयोजन हुआ।