नामली पुलिस को सफलता ! 52 लाख रुपए के MDMA ड्रग सहित 2 आरोपी गिरफ्तार, डेढ़ किलो डोडाचूरा भी हुआ जब्त, जानिए- क्या है MDMA ड्रग और कितना घातक है यह जहर

रतलाम जिले की नामली पुलिस द्वारा दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से 525 ग्राम MDMA ड्रग और 1.5 किलो डोडाचूरा जब्त किया गया है।

नामली पुलिस को सफलता ! 52 लाख रुपए के MDMA ड्रग सहित 2 आरोपी गिरफ्तार, डेढ़ किलो डोडाचूरा भी हुआ जब्त, जानिए- क्या है MDMA ड्रग और कितना घातक है यह जहर
नामली पुलिस द्वारा मादक पदार्थ और तस्करों के विरुद्ध की गई कार्रवाई की जानकारी देते एसपी अमित कुमार और पीछ नकाब में आरोपी प्रहलाद परिहार एवं पुष्पेंद्र सिसौदिया।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । मादक पदार्थों की तस्करी रोकने और तस्करों की धरपकड़ के मामले में रतलाम जिले की पुलिस को लगातार सफलताएं हासिल हो रही हैं। जिले की नामली पुलिस को मिली सफलताओं की जानकारी एसपी अमित कुमार ने बुधवार को पत्रकार वार्ता में दी। एसपी के अनुसार दो अलग-अलग कार्रवाई में कुल 525 ग्राम MDMA मादक पदार्थ के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जब्त हुए MDMA का कुल अनुमानित मूल्य करीब 52 लाख 50 हजार रुपए है। पुलिस ने एक आरोपी के पास डेढ़ किलोग्राम डोडाचूरा भी बरामद हुआ है। आरोपियों से 2 मोबाइल फोन, 1 कार और 1 मोटरसाइकिल भी जब्त हुई है।

कार्रवाई – 1 : कार में मिला 510 ग्राम MDMA एवं 1.500 कि.ग्रा. डोडाचूरा

एसपी ने बताया एसडीओपी किशोर पाटनवाला के मार्गदर्शन में नामली थाना प्रभारी पी. आर. डावरे की टीम लगातार सक्रिय है। टीम ने 25 जून 2025 को मुखबिर की सूचना पर महू-नीमच फोरलेन रोड के भैंसासरी माता मंदिर फंटे पर कार सवार एक व्यक्ति को पकड़ा। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम प्रहलादसिंह पिता हरिसिंह परिहार (25) निवासी ग्राम पलेवना थाना नारायणगढ़ जिला मंदसौर बताया।

आरोपी के कब्जे से 510 ग्राम MDMA ड्रग्स (कीमत 51 लाख रुपए) एवं 1 किलो 500 ग्राम डोडाचूरा (कीमत 15 हजार रुपए), एक सफेद रंग कार क्रमांक MP14 CC7831 (कीमत 2 लाख रुपए), एप्पल कम्पनी का एक आईफोन-15 मोबाइल (कीमत 50 हजार रुपए) तथा 600 रुपए नकद सहित कुल 53,65,600 रुपए का माल जब्त हुआ। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध धारा 8/22, 8/15 एनडीपीएस एक्ट में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। आरोपी से अवैध मादक पदार्थ लाने ले जाने के संबंध में पूछताछ की जा रही है।

कार्रवाई – 2 : मोटरसाइकिल पर जा रहा था तस्कर, हो गया गिरफ्तार

एसपी अमित कुमार ने बताया कि नामली पुलिस को 24 जून को भी मुखबिर से एक सूचना मिली थी। इसके आधार पर पुलिस टीम ने महू-नीमच फोरलेन के बड़ौदा फंटे पर मोटरसाइकिल सवार एक व्यक्ति को पकड़ कर उससे पूछताछ मिली। उसने अपना नाम पुष्पेन्द्रसिंह पिता श्रवणसिंह सिसौदिया (34) निवासी ग्राम डोराना थाना कोटड़ी जिला प्रतापगढ़ (राजस्थान) बताया। उसके पास से 15 ग्राम अवैध मादक पदार्थ अवैध मादक MDMA (कीमत 1 लाख 50 हजार रुपए), मोटर साइकल (कीमत 50 हजार रुपए), एंड्रॉइड मोबाइल फोन (कीमत 10 हजार रुपए) एवं 500 रुपए नकद जब्त हुए। आरोपी के विरुद्ध धारा 8/22 एनडीपीएस एक्ट पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

हो रही पूछताछ, आपराधिक रिकॉर्ड भी निकाल रहे

एसपी ने बताया कि दोनों ही आरोपियों से पूछताछ जारी है। आरोपियों से यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि वे मादक पदार्थ कहां से और किससे लाकर कहां और किस देने जा रहे थे। इसके साथ ही आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड भी निकाला जा रहा है।

क्या है MDMA और क्यों बढ़ रहा उपयोग

मिथाइल एनीडियोक्सी मेथामफेटामाइन (MDMA) को बोलचाल की भाषा में एमडी के नाम से जाना जाता है। यह एक्सटैसी भी है। संरचनात्मक रूप से समझें तो एमडीएमए मेस्केलिन (एक साइकेडेलिक), मेथामफेटामाइन (एक उत्तेजक), साथ ही सेरोटोनिन, नॉरपेनेफ्रिन और डोपामाइन जैसे अंतर्जात मोनोमाइन न्यूरोट्रांसमीटर के समान है। यह कोकीन के बाद सबसे महंगा मादक पदार्थ है। इसका प्रचलन बॉलीवुड पार्टियों में काफी है जो अब सामान्य युवाओं द्वारा भी उपयोग किया जा रहा है। युवा इसका सेवन विभिन्न प्रकार के गुटखे के साथ कर रहे हैं। कुछ पानी में घोलकर भी पीते हैं। यह क्रिस्टल जैसा होता है और घुलनशील है और गोलियों के रूप में भी मिलता है।

सिर चढ़कर बोलता है नशा, खुदकुशी के लिए करता है प्रेरित

यह नशा सिर चढ़कर बोलता है। इसका सेवन करने वाले का शरीर सुन्न पड़ जाता है। इसका प्रभाव कई घंटे तक रहता है। इसके लगातार सेवन से तनाव बना रहता है। एनहेडोनिया, चिंता या व्यामोह, अवसाद, आवेग, अवसाद, चिड़चिड़ापन, स्मृति क्षीणता (मेमोरी लॉस), बेजैनी आदि इसके मनोवैज्ञानिक प्रभाव हैं। इसकी गिरफ्त में आने के बाद व्यक्ति धीरे-धीरे डिप्रेशन का शिकार हो जाता है और खुदकुशी जैसे कदम उठाने के बारे में सोचने लगता है।

सेवन और बंद करना दोनों ही घातक

MDMA का नशा करने वाले व्यक्ति पर शारीरिक प्रभाव भी काफी प्रतिकूल होते हैं। ब्रुक्सज्म (दांत पीसना और भींचना), निर्जलीकरण, दस्त लगना, स्तंभन दोष, अतिताप, अनिद्रा में बढ़ोतरी, पसीना आना और लगातार बढ़ना, हृदय गति और रक्तचाप में वृद्धि, साइकोमोटर गतिविधि में वृद्धि, भूख नहीं लगना, मतली और उल्टी होना, देखने और सुनने में मतिभ्रम जैसी स्थिति निर्मित होना आदि समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। यह भी देकने में आया है कि इसका सेवन बंद करने के बाद भी इसका प्रभाव एक सप्ताह तक रह सकता है।