भरोसे पर चोट ! 20 साल बाद डोल गई मुनीम की नीयत, व्यापारी को लगा दी 10 लाख रुपए की चपत, खुद ही फरियादी बन लिखा दी चोरी की रिपोर्ट
रतलाम के बाजना थाने में दर्ज हुई 10 लाख रुपए की चोरी का पर्दाफाश हो गया है। वारदात को व्यापारी के मुनीम ने ही अंजाम दिया था।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । बाजना थाने में दर्ज हुई व्यापारी के 10 लाख रुपए की वारदात के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाने वाले व्यापारी के मुनीम और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया है। वारदात को व्यापारी के यहां 20 साल से मुनीम का काम करने वाले व्यक्ति ने अपने साथी के साथ मिल कर अंजाम दिया और चोरी की झूठी कहानी रच डाली।
मामले का खुलासा एसपी अमित कुमार ने बुधवार को पत्रकारवार्ता में किया। उन्होंने बताया कि फरियादी कैलाश पिता बापूलाल नागर (40) निवासी ग्राम पानिया थाना पचौर जिला राजगढ़ ने 20 जून 2025 को बाजना थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने पुलिस को बताया था कि वह 20 जून को बाजना से व्यापारी अनिल कुमार एवं सुनील कुमार गुप्ता पचौर के व्यापार के रुपए उगाकर बस में बैठकर रतलाम जा रहा था। उसके पास एक बैग था जिसमें 9,73,750 रुपए थे। इसी दौरान पास बैठे एक व्यक्ति ने उसके मुंह पर कुथ तरल पदार्थ उड़ाया। इससे उसकी आंखों में जलन हो गई और अगले ही पल उसे गहरी नींद लग गई। इसका फायदा उठाकर अज्ञात आरोपी उसका रुपयों से भरा बैग लेकर गायब हो गया। कैलाश ने बताया था कि वह पचौर के व्यापारी के यहां 20 वर्षों से मुनीम के रूप कार्य करता है और उनके रुपयों का कलेक्शन करता है। इस आधार पर बाजना थाने पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 302/2025 धारा 303(2) बीएनएस का पंजीबध्द कर विवेचना शुरू की थी।
मुनीम व साथी गिरफ्तार
एसपी ने बताया कि मामला जानकारी में आने पर उन्होंने चोरी गया मश्रुका बरामद करने एवं आरोपियों की शीघ्र धर-पकड़ के निर्देश दिए गए थे। साथ ही एएसपी राकेश खाखा, एसडीओपी नीलम बघेल के मार्गदर्शन और बाजना थाना प्रभारी रणजीत सिंगार के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी। टीम ने सघनता से विवेचना की तो फरियादी मुनीम कैलाश की भूमिका संदिग्ध नजर आई। इसके चलते उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने अपराध कबूल कर लिया। इस अपराध में उसका साथी मुकेश पिता राजेन्द्र सक्सेना (35) निवासी ग्राम पानिया थाना पचौर जिला राजगढ़ भी शामिल था। इससे दोनों को ही गिरफ्तार कर चुराए गए रुपए भी बरामद कर लिए गए हैं।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
एसपी अमित कुमार के अनुसार फरियादी मुनिम ने साथी मुकेश सक्सेना के साथ मिलकर साजिश रची थी। दोनों ने मिलकर व्यापारी अनिल कुमार, सुनील कुमार गुप्ता निवासी पचौर के रुपए चुराने और व्यापारी व पुलिस को झूठी जानकारी देने की योजना बनाई थी। उनका मानना था कि वे चोरी की झूठी कहानी बनाएंगे जिससे किसी को कोई शंका नहीं होगी। इसी के चलते मुनीम और उसका साथी रुपए वसूलने के बाद बस में सवार हो गए। आरोपी मुनीम ने साथी कैलाश से रुपए चोरी करवा लिए और खुद बस में बेहोश और गहरी नींद में सोने का नाटक करता रहा।
इसकी सक्रियता से हुआ वारदात का खुलासा
अपराध का पर्दाफाश करने में निरीक्षक रणजीत सिंगार, उप निरीक्षक के. एल. रजक, सहायक उप निरीक्षक योगेश निनामा, प्रधान आरक्षक लक्ष्मीनारायण सूर्यवंशी, आरक्षक विपुल भावसार, राहुल पाटीदार, सायबर सेल से प्रधान आरक्षक मनमोहन शर्मा, ज्ञानेन्द्र सिंह, शैलेन्द्र सिंह, दिलीप रावत (थाना माणक चौक), आरक्षक प्रेम निनामा, शंकरराव शिन्दे, किशन मचार, दरबार जमरा, नरवर मईड़ा की सराहनीय भूमिका रही।