शुरू होगा नया पाठ्यक्रम ! अब स्टूडेंट रॉयल कॉलेज से प्राप्त कर सकेंगे एम. फार्मा शिक्षा, फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने दी अनुमति
रतलाम के रॉयल कॉलेज को फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने एम. फार्मा पाठ्यक्रम शुरू करने की अनुमति दी है। रॉयल कॉलेज यह पाठ्यक्रम शुरू करने वाला जिले का पहला संस्थान बन गया है।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) नई दिल्ली ने रतलाम के रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड एडवांस्ड स्टडीज को एम. फार्मा (M. Pharma) पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने की अनुमति प्रदान की है। यह पाठ्यक्रम इसी शिक्षा सत्र (2025-26) से शुरू हो जाएगा। इससे विद्यार्थियों को इसकी शिक्षा हासिल करने के लिए शहर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
यह जानकारी रॉयल कॉलेज के चेयरमैन प्रमोद गुगालिया ने दी। उन्होंने बताया कि रॉयल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स वर्ष 2008 से बैचलर ऑफ फार्मेसी (बी. फार्मेसी) तथा वर्ष 2020 से डिप्लोमा इन फार्मेसी (डी. फार्मेसी) पाठ्यक्रमों को सफलतापूर्वक संचालित कर रहा है। गुगालिया के अनुसार रॉयल कॉलेज फार्मेसी में डिग्री एवं डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने वाला रतलाम जिले का सबसे पहला महाविद्यालय है। गुगालिया के अनुसार फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) द्वारा रॉयल कॉलेज की अधोसंरचना, प्राध्यापकों एवं उपलब्ध संसाधनों को दृष्टिगत रखते हुए एम. फार्मा पाठ्यक्रम को इसी सत्र से प्रारम्भ करने की अनुमति प्रदान की गई है। रॉयल कॉलेज में एम. फार्मा फार्मास्युटिक्स ब्रांच में अध्ययन करवाया जाएगा।
मेडिकल लाइसेंस कर सकते हैं प्राप्त
गुगालिया ने बताया कि रॉयल कॉलेज में संचालित बी. फार्मेसी एवं डी. फार्मेसी पाठ्यक्रम को फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) से अनुमोदन पूर्व से प्राप्त है। साथ ही साथ इन दोनों पाठ्यक्रमों को फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) की सेक्शन 12 की अनुमति भी प्राप्त है। इससे रॉयल महाविद्यालय से अध्ययनरत विद्यार्थियों को मेडिकल लायसेंस प्राप्त करने की पात्रता बन जाती है। रतलाम जिले में केवल रॉयल इंस्टीट्युट ऑफ मैनेजमेंट एंड एडवांस्ड स्टडीज को ही फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) से अनुमति के साथ साथ सेक्शन 12 की अनुमति भी प्राप्त है। इससे यहां अध्ययनरत विद्यार्थी अपने मेडिकल लायसेंस प्राप्ति की अग्रिम प्रक्रिया में सम्मिलित हो सकते हैं।
यह फायदा होगा इस पाठ्यक्रम से
फार्मास्युटिक्स विषय में विद्यार्थियों को दवाइयों के निर्माण, विकास और वितरण संबंधित समस्त पहलुओं का अध्ययन कराया जाता है। इससे विद्यार्थियों को फार्मास्युटिक्स कंपनियों के विभिन्न विभागों जैसे पैकेजिंग, मार्केटिंग, गुणवत्ता नियंत्रण और उत्पादन संबंधित रोजगार आसानी से प्राप्त हो जाते हैं।
ये पाठ्यक्रम भी होंगे शुरू
चेयरमैन गुगालिया ने बताया कि, अगले शैक्षणिक सत्र से महाविद्यालय में फार्मास्युटिकल कैमेस्ट्री, फार्माकोग्नॉसी, फार्माकोलॉजी ब्रांच में एम. फार्मा प्रारम्भ किया जाएगा। रॉयल महाविद्यालय में एम. फार्मा पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने की अनुमति प्राप्त होने पर संस्था के निर्देशक, प्राचार्यगण, प्राध्यापकगण एवं समस्त स्टाफ ने हर्ष व्यक्त किया।