500 वर्षों में अनेकों योद्धाओं के प्राणों की आहुति के बाद बन सका श्री राम जन्म भूमि पर आलौकिक मंदिर- गोविंद काकानी

श्री राम मंदिर के उद्घाटन समारोह के आमंत्रण का अयोध्या से भेजे गए अक्षत घर-घर वितरित कर दिया जा रहा है। इसी क्रम में रतलाम की रिद्धि-सिद्धि कॉलोनी में अक्षत कलश यात्रा निकाली गई।

500 वर्षों में अनेकों योद्धाओं के प्राणों की आहुति के बाद बन सका श्री राम जन्म भूमि पर आलौकिक मंदिर- गोविंद काकानी
रतलाम स्थित रिद्धि-सिद्धि कॉलोनी में अक्षत कलश यात्रा निकाल कर घर-घर अक्षत वितरित कर अयोध्या आने हेतु आमंत्रित किया गया।

रिद्धि-सिद्धि कॉलोनी में अक्षत कलश यात्रा के दौरान कार सेवक ने कहा

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । 500 वर्षों से अनगिनत बार अनेक योद्धाओं ने अपने प्राणों की आहुति देकर राम जन्म भूमि के लिए अपना जीवन बलिदान किया। इस बलिदान के कारण ही आज श्री राम जन्म भूमि पर विश्व प्रसिद्ध अलौकिक मंदिर बन गया है।

उक्त विचार  कार सेवक गोविंद काकानी ने रिद्धि-सिद्धि कॉलोनी में अक्षत कलश यात्रा के दौरान  व्यक्ति किए। काकानी ने कहा कि जहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता था, वहां उस चुनौती को स्वीकार करते हुए कार सेवकों ने अपना पराक्रम दिखाते हुए अपमानित ढांचे को ध्वस्त करते हुए राम मंदिर निर्माण का कार्य प्रशस्त किया। आज भव्य मंदिर लोकार्पण के लिए तैयार है। हम सभी को अब  प्रभु श्री राम के भव्य मंदिर दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होगा।

कलश यात्रा की शुरुआत में रिद्धि-सिद्धि कॉलोनी के अध्यक्ष अतुल शर्मा, सचिव ओम रोहिल्ला, द्वारा  कारसेवक गोविंद काकानी का पुष्पा माला से स्वागत किया गया। धार्मिक कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाने पर सम्मानित भी किया गया। इसके पश्चात अतिथियों ने अक्षत कलश यात्रा का  पूजन अर्चन कर शुभारंभ किया। इस मौके पर सुमधुर गीत ‘सभी करो  कार सेवा, वक्त की पुकार है…’, मेरी झोपड़ी  के…’, ‘राम जी की सेना चली…’ गाए और भगवान श्री राम के जयकारे लगाए। यात्रा में कलश धारण कर मातृशक्ति शामिल हुईं।

इन्होंने धारण किया कलश, घर-घर हुई पूजा-अर्चना

इनमें अनुसूईया भाटी, साधना  माहेश्वरी, साधना मांदलिया, नीलू मालवीय, चंद्रलेखा मोड़, अनामिका आचार्य, मेधा सरवटे, जय शर्मा, रंजना सिंह, जया शर्मा, प्रियंका मांदलिया, नेहा मोड़, आशा जोशी, रीना बलदेवा आदि ने रिद्ध-रिद्धि कॉलोनी के प्रत्येक घर में अयोध्या से लाए गए अक्षत वितरित किए। परिवारों ने कलश की पूजा अर्चन एवं आरती उतारी और रामलला और मंदिर के दर्शन करने का संकल्प लिया। इस दौरान उत्साह और जोश से भरपूर नन्हे-मुन्ने बच्चों के साथ कॉलोनी निवासी महेश माहेश्वरी, डी. पी. मालवीय,  सुमित मोड़, प्रशांत सरवटे, इंद्रसेन सिंह, विजय सिरसाट, अजीत सिंह राठौड़, महेंद्र मांदलिया, जितेंद्र आचार्य सहित बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे।