कलेक्टर का फरमान : सीएम हेल्पलाइन के प्रत्येक शिकायतकर्ता से विभागीय अफसर को करना होगी बात, बातचीत का प्रमाण-पत्र भी देना होगा
कलेक्टर ने समय सीमा पत्रों की समीक्षा की और अधिकारियों को सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण के लिए नई व्यवस्था दी।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज होने वाली शिकायतों के निराकरण में कोताही बरतने वाले अफसरों पर नकेल कसने के लिए कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी नया फरमान जारी किया है। इसके अनुसार अब विभागीय अफसरों को शिकायतकर्ता से बात करना होगी और इसका प्रमाण-पत्र भी देना होगा।
उक्त निर्देश कलेक्टर सूर्यवंसी ने समय सीमा पत्रों की समीक्षा के दौरान दिए। उन्होंने कहा कि जिले में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 181 में जिन शिकायतकर्ताओं द्वारा शिकायत की गई है उनसे संबंधित विभाग का अधिकारी बातचीत करके शिकायत का विस्तृत विवरण प्राप्त करेगा। वह शिकायत का संतुष्टिदायक निराकरण करेगा। शिकायतकर्ता से हुई बातचीत का प्रमाण-पत्र भी अधिकारी कलेक्टर को उपलब्ध कराएगा।
कलेक्टर सूर्यवंशी ने खासतौर पर जिले के सभी एसडीएम, तहसीलदारों को ताकीद की कि सीएम हेल्पलाइन में शिकायतकर्ता से बातचीत करके इस बात का प्रमाण-पत्र दें कि हमने शिकायतकर्ता से बात कर ली है। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सीएम हेल्पलाइन में एक विभागीय अधिकारी सुनिश्चित करें कि माह की 5 तारीख तक 75 प्रतिशत, 10 तारीख तक 80 प्रतिशत तथा 15 तारीख तक 85 प्रतिशत वेटेज प्राप्त हो ही जाए।
कलेक्टर ने आयुष्मान कार्ड वितरण एवं सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा भी की। उन्होंने सके लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान उन्हें बताया गया कि जिले में सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन के तहत 3 लाख 90 हजार कार्ड का निर्माण किया जा रहा है। इसका वितरण 27 जून से होना है।