Good news for Doctors ! एनेस्थीसिया, फैमिली मेडिसिन या गायनेकोलॉजी में PG डिप्लोमा करना है तो कहीं और क्यों जाना, अपना जिला अस्पताल है ना

रतलाम जिला अस्पताल प्रबंधन को एनेस्थीसिया, हायनेकोलॉजी और फैमिली मेडिसिन में पीजी डिप्लोमा के लिए मान्यता मिल गई है। मान्यता नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन ऑफ मेडिकल साइंसेज ने जारी की है।

Good news for Doctors ! एनेस्थीसिया, फैमिली मेडिसिन या गायनेकोलॉजी में PG डिप्लोमा करना है तो कहीं और क्यों जाना, अपना जिला अस्पताल है ना
जिला अस्पताल रतलाम।

रतलाम जिला अस्पताल को एनेस्थीसिया, फैमिली मेडिसिन व गायनेकोलॉजी में PG डिप्लोमा की मान्यता मिली

एसीएन टाइम्स @ रतलाम आप एमबीबीएस हैं और एनेस्थीसिया, फैमिली मेडिसिन या गायनेकोलॉजी में पोस्ट डिप्लोमा करना चाहते हैं तो अब कहीं और जाने की जरूरत नहीं है। आप ये डिप्लोमा रतलाम में ही कर सकते हैं। अब ये तीनों डप्लोमा जिला अस्पताल में ही कर सकते हैं।

दरअसल, हमारे जिला अस्पताल को एमबीबीएस करने के बाद पीजी डिप्लोमा कोर्स करने के लिए मान्यता मिल गई है। सिविल सर्जन डॉ. एम. एस. सागर ने बताया कि जिला अस्पताल में अब नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन ऑफ मेडिकल साइंसेज से पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा के लिए मान्यता मिली है। इस संबंध में एमबीबीएस करने के उपरांत चिकित्सक नीट परीक्षा के माध्यम से पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा इन एनेस्थीसिया, गायनेकोलॉजी और फैमिली मेडिसिन का डिप्लोमा प्राप्त कर सकेंगे।

डॉ. सागर के अनुसार जिला अस्पताल के सर्जन डॉ. बी. एल. तापड़िया को डिप्लोमा कोर्स के लिए प्रभारी नामांकित किया गया है गायनेकोलॉजी की फैकल्टी के रूप में डॉ. ममता शर्मा स्त्री रोग विशेषज्ञ, एनेस्थीसिया के लिए डॉ. महेश मौर्य, फैमिली मेडिसिन के लिए डॉ. जीवन चौहान चुने गए हैं। डॉ. बी. एल. तापड़िया, डॉ. ममता शर्मा, डॉ. नावेद अंजुम कुरैशी फैकल्टी के रूप में सेवाएं देंगे।  प्रत्येक विधा के लिए दो-दो सीट जिला चिकित्सालय में आवंटित की गई हैं।

4 माह की मेहनत के बाद मिली सफलता

सिविल सर्जन ने बताया कि नेशनल बोर्ड से विधिवत सूक्ष्म निरीक्षण और मूल्यांकन के उपरांत समस्त आवश्यक शर्तों को पूर्ण करने के उपरांत जिला अस्पताल को मान्यता मिल सकी है। मान्यता के पूर्व मूल्यांकन के लिए डॉ. बी. एल. तापड़िया को प्रभारी नियुक्त किया गया था। लगभग चार माह से अधिक समय से अथक परिश्रम करने के उपरांत मान्यता हालिस करने में सफलता मिली। इसके लिए विभिन्न विषय विशेषज्ञों का प्रयास सराहनीय रहा है।