एक मां के अपने बच्चों के प्रति प्रेम और समर्पण को शब्दों में परिभाषित करना संभव नहीं, यह सिर्फ महसूस कर सकते हैं- डॉ. सुलोचना शर्मा

विभिन्न संस्थाओं द्वारा मदर्स-डे पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस मौके पर श्री गुर्जर गौड़ ब्राह्मण महिला सभा ने मां का बच्चों के प्रति समर्पण विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया।

एक मां के अपने बच्चों के प्रति प्रेम और समर्पण को शब्दों में परिभाषित करना संभव नहीं, यह सिर्फ महसूस कर सकते हैं- डॉ. सुलोचना शर्मा
श्री गुर्जर गौड़ ब्राह्मण महिला नगर सभा केक काटकर मदर्स-डे सेलिब्रेट करते हुए।

श्री गुर्जर गौड़ ब्राह्मण महिला नगर सभा ने सेलिब्रेट किया मदर्स-डे, एक मां का अपने बच्चों के प्रति प्रेम और समर्पण विषय पर व्याख्यान भी हुआ

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । एक मां के अपने बच्चों के प्रति प्रेम और समर्पण को शब्दों में परिभाषित नहीं किया जा सकता। यह सिर्फ महसूस किया जा सकता है। मां जिस बच्चे को 9 माह तक अपनी कोख में रखती है उसकी खुशी के लिए लिए अपनी हर खुशी और जिंदगी तक न्योछावर करने से पीछे नहीं हटती। बच्चे को छींक भी आ जाए तो वह विचलित हो जाती है, वह बच्चे की खुशी के लिए अपना इसलिए मां का कभी निरादर नहीं करना चाहिए।

यह बात पूर्व उप संचालक शिक्षा डॉ. सुलोचना शर्मा ने कही। वे श्री गुर्जर गौड़ ब्राह्मण महिला नगर सभा द्वारा मदर्स-डे पर आयोजित कार्यक्रम में एक मां का अपने बच्चों के प्रति प्रेम और समर्पण विषय पर संबोधित कर रहीं थी। आयोजन दोबत्ती चौराहा स्थित होटल स्वीट एवेन्यू में अध्यक्ष सविता तिवारी, सचिव पद्मा चास्टा एवं कोषाध्यक्ष सुनंदा पंडित के नेतृत्व में हुआ। इस मौके पर डॉ. शर्मा ने मां की महिमा पर गीत प्रस्तुत कर मां के प्रति स्नेह और श्रद्धा भाव व्यक्त किए।

केक काटकर मनाया मदर्स-डे

समारोह में उपस्थित महिलाओं ने भी विचार व्यक्त किए और केक काटकर मदर्स-डे सेलिब्रेट किया। चार्य, अर्चना चास्टा, नेहा पुरोहित, उषा जोशी, उर्मिला पंचोली, वीणा पंडित, सहित अन्य महिलाएं मौजूद रहीं। लीला तिवारी, यामिनी जोशी साधना तिवारी और कृष्णा तिवारी का विशेष सहयोग रहाl। इस मौके पर समाज की ज्योति पौराणिक, जया शर्मा, दुर्गा आचार्य, सुनीता साखी, रीता तिवारी, सरोज जोशी, पूनम जोशी, अमिता बटवाल, कुसुम आचार्य, अनीता आचार्य आदि मौजूद रहीं।