UP : कोरोना संक्रमित बढ़ने से 14 जनवरी तक के लिए 10वीं तक के सभी स्कूल बंद, सरकार ने ताबड़तोड़ में बुलाई उच्चाधिकारियों की बैठक, बढ़ाई सख्ती
मुख्यमंत्री ने मंगलवार रात को उच्च स्तरीय बैठक ली। इसमें कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की रोकथाम के लिए कड़े निर्देश दिए। इसमें नाइट कर्फ्यू बढ़ाने के साथ 10वीं तक के स्कूलों को 14 जनवरी तक के लिए बंद करने जैसे सख्त निर्णय हुए।
24 घंटे में 1.33 लाख नमूनों की हुई जांच, 992 सैंपल मिले कोरोना संक्रमित, रात का कर्फ्यू 2 घंटे बढ़ा
एसीएन टाइम्स @ लखनऊ । अन्य प्रदेशों की ही तरह यूपी में कोरोना की तीसरी लहर तेजी से आगे बढ़ रही है। इससे सरकारें लगातार सख्त होती जा रही हैं। मंगलवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने प्रदेश में ज्यादा सख्ती बरतने के निर्देश दिए। यहां कक्षा 10वीं तक के लिए सभी स्कूल 14 जनवरी तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। नाइट कर्फ्यू में भी दो घंटे की वृद्धि के निर्देश सीएम ने दिए हैं।
उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटों में 1 लाख 66 हजार 33 नमूनों की जांच में 992 में कोरोना की पुष्टि हुई। इस अवधि में 77 लोग उपचार के बाद स्वस्थ्य हुए। प्रदेश में कुल एक्टिव कोरोना मामलों की संख्या 3173 है। कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ते देख सरकार पहले से ज्यादा अलर्ट है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 14 जनवरी तक के लिए कक्षा 10वीं तक के सभी स्कूल बंद रखने का ऐलान किया है। रात्रि कर्फ्यू भी दो घंटे बढ़ाया गया है। 6 जनवरी से नाइट कर्फ्यू रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक प्रभावी रहेगा। कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामले 1 हजार से अधिक होने पर संबंधित जिले में जिम, स्पा, सिनेमाहाल, बैंक्वेट हाल, रेस्टोरेंट और अन्य सार्वजनिक स्थलों को 50 फीसदी क्षमता के साथ ही संचालित किया जाएगा। बंद स्थल में शादी समारोह व अन्य आयोजन में एक समय में 100 से लोगों से ज्यादा उपस्थित नहीं रह सकेंगे। वहीं खुले स्थान पर मैदान की कुल क्षमता का 50 फीसदी से अधिक लोगों के शामिल होने की अनुमति नहीं रहेगी। फिरहाल उप्र के किसी जिले में 1000 से ज्यादा एक्टिव केस नहीं हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने लोगों को मास्क पहनने, टीका लगवाने व शरीरिक दूरी का पालन करने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। 10वीं तक के सभी शासकीय व निजी विद्यालयों में मकर संक्रांति तक का अवकाश रहेगा। इस दौरान 15 से 18 साल तक के बच्चों का टीकाकरण जारी रहेगा। सीएम का कहना है कि बदलती परिस्थितियों को देखते हुए राज्य स्तर पर गठित स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाहकार पैनल से परामर्श के आधार पर जनहित में सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। लोगों में अनावश्यक घबराहट न हो। उन्हें सही और समुचित जानकारी मिले। विशेषज्ञों के अनुसार नया वैरिएंट पुराने की तुलना में ज्यादा घातक नहीं हैं। टीका लगवा चुके स्वस्थ व सामान्य व्यक्ति को इससे ज्यादा खतरा नहीं है।
ये निर्देश भी दिए सीएम ने
- सभी शासकीय, अर्धशासकीय, निजी, ट्रस्ट, संस्थाओं, कंपनियों, ऐतिहासिक स्मारक, कार्यालयों, धार्मिक स्थलों, होटल-रेस्त्रां व उद्योगों में तत्काल कोविड हेल्पडेस्क बनाएं।
- बिना स्क्रीनिंग/सैनिटाइजेशन के किसी को भी संस्थान और होटल आदि में प्रवेश न दें।
- प्रयागराज माघ मेला में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 48 घंटे पूर्व की कोविड आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्य होगी।
- निगरानी समिति और इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर पूरी तरह सक्रिय करें।
- गांवों में प्रधान और शहरों में पार्षदों के नेतृत्व में निगरानी समितियां सक्रिय रहें।
- घर-घर संपर्क कर बिना वैक्सीनेटेड लोगों को चिन्हित कर सूची जिला प्रशासन को दें।
- सभी जिलों में इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर 24 घंटे सक्रिय रहें। नियमित बैठकें हों।
- हेल्पनंबर सार्वजनिक कर व्यापक प्रचार-प्रसार करें ताकि जरूरत पर तत्काल संपर्क हो सके।
- एम्बुलेंस 24 घंटे एक्टिव मोड में रहें।
- पब्लिक एड्रेस सिस्टम का बेहतर उपयोग करें।
- लोगों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराएं। कोविड उपचार में उपयोगी जीवनरक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो।
- कोविड कमांड सेंटर में विशेषज्ञ चिकित्सकों का पैनल मौजूद रहे। टेलीकन्सल्टेशन की सुविधा दी जाए।
- सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से लोगों से संवाद स्थापित हो।