रतलाम में यूरिया घोटाला : धराड़ और लुनेरा की सहकारी समितियों से खाद की बोरियां गायब, कलेक्टर ने दोनों के एक-एक कर्मचारी को जारी किया नोटिस

रतलाम कलेक्टर ने जिले की धराड़ और लुनेरा सहकारी समितियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। दोनों समितियों के गोदाम में तय मात्रा से कम यूरिया पाया गया।

रतलाम में यूरिया घोटाला : धराड़ और लुनेरा की सहकारी समितियों से खाद की बोरियां गायब, कलेक्टर ने दोनों के एक-एक कर्मचारी को जारी किया नोटिस
यूरिया घोटाला।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जिले की धराड़ और लुनेरा की सहकारी समितियों में यूरिया घोटाला सामने आया हैं। जांच के दौरान धराड़ में यूरिया की 565 बोरी और लुनेरा में 166 बोरी कम मिलीं। मामला जानकारी में आने पर कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने दोनों समितियों के एक-एक कर्मचारी कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

खाद वितरण में गड़बड़ी न हो इसके लिए कलेक्टर लाक्षाखार द्वारा संबंधित अमले को सख्त हिदायत दी गई है। इसके चलते विशेष निगरानी दल लगातार सहकारी समितियों का निरीक्षण कर रहे हैं। बुधवार को रतलाम ग्रामीण क्षेत्र में तहसीलदार पिंकी साठे,  कुलभूषण शर्मा,  मनोज चौहान ने शिवपुर, नामली,  बिलपांक, लुनेरा और धराड़ आदि सहकारी समितियों में खाद वितरण और उपलब्धता की जांच की। इस दौरान धराड़ और लुनेरा की सहकारी समितियों में अनियमित पाई गई। यहां स्टॉक रजिस्टर में दर्ज मात्रा से कम यूरिया मिला। जांच दल ने दोनों ही समितियों के स्टॉक रजिस्टर जब्त कर लिए हैं। इसकी जानकारी मिलने पर कलेक्टर लक्षकार ने गुरुवार को दोनों समितियों के एक-एक कर्मचारी को कारण बताओं नोटिस जारी किया है।

कहां-कितना कम मिला यूरिया

धराड़ सहकारी समिति : जांच दल ने पाया कि पीओएस मशीन से प्राप्त स्टॉक पर्ची के आधार पर धरा़ड़ सोसायटी में कुल 36.45 मीट्रिक टन यूरिया की उपलब्धता होनी चाहिए। परंतु जब गोदाम में रखी यूरिया की बोरियों की गिनती हुई तो उसमें 565 बोरी में मात्र 25.425 मीट्रिक टन यूरिया ही मिला। 10.620 मीट्रिक टन यूरिया नहीं मिलने पर दल ने संबंधित कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया तो वे कोई जानकारी नहीं दे सके। रजिस्टर में भी इस बारे में कोई जानकारी दर्ज नहीं मिली।

लुनेरा सहकारी समिति : दल ने लुनेरा में जांच की तो यहां पीओएस मशीन से प्राप्त स्टॉक पर्ची के आधार पर कुल 33.57 मैट्रिक टन यूरिया यानी 733 बोरियां होने की जानकारी मिली। जब गोदाम में रखी बोरियों की जांच की गई तो 576 बोरियां ही मिलीं। शेष 166 बोरियों के बारे में न तो रिकॉर्ड में कोई जानकारी मिली न ही करर्मचारी कुछ भी स्पष्ट कर पाए।