प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में टिकट के लिए घमासान, कांग्रेसी अल्पसंख्यक नेताओं की लामबंदी ने अटकाया रतलाम महापौर का टिकट, कर रहे अल्पसंख्यक को टिकट देने की पैरवी

रतलाम महापौर पद के लिए कांग्रेस और भाजपा में जोर-आजमाइश जारी है। कांग्रेस में तो नाम तय माना जा रहा था लेकिन प्रदेश के अल्पसंख्यक नेताओं ने नया मोर्चा खोलकर प्रदेश हाईकमान को दुविधा में डाल दिया है। अल्पसंख्यक नेता रतलाम से अल्पसंख्यक को टिकट देने की वकालत कर रहे हैं। उनकी इस मांग को स्थानीय अल्पसंख्यक नेताओं के साथ ही कांग्रेस के एक धड़े का भी समर्थन है।

प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में टिकट के लिए घमासान, कांग्रेसी अल्पसंख्यक नेताओं की लामबंदी ने अटकाया रतलाम महापौर का टिकट, कर रहे अल्पसंख्यक को टिकट देने की पैरवी
रतलाम महापौर पद के लिए अल्पसंख्यक वर्ग को टिकट देने के लिए लामबंद नेता प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ से मुलाकात करते हुए।

एसीएन टाइम्स @ भोपाल/रतलाम । कांग्रेस की ओर से कल से दावे किए जा रहे थे कि गुरुवार दोपहर 1.00 बजे तक महापौर पद का प्रत्याशी घोषित हो जाएगा। हालांकि शाम के पौने छह बजे बाद भी नाम पर मुहम नहीं लग पाई। मामला अधर में लटकने की वजह कांग्रेस के प्रदेश स्तर के अल्पसंख्यक नेताओं की लामबंदी है। सभी अल्पसंख्यक नेताओं ने रतलाम के छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय एक अल्पसंख्यक दावेदार को टिकट दिलाने के लिए जोर आजमाइश शुरू कर दी है। यह कवायद कितनी रंग लाती है, यह आगामी कुछ घंटों या फिर दिन में ही स्पष्ट हो पाएगा।

रतलाम में सत्ताधारी संगठन भाजपा में महापौर पद के लिए जारी रस्साकशी ने लगभग पस्त हो चुकी कांग्रेस में थोड़ी जान फूंकने का काम किया है। भाजपा में महापौर के लिए पूर्व से चल रहे प्रमुख नामों के इतर रोज नए-नए नाम प्रस्तावित किए जाने के कारण कांग्रेस के दावेदारों को उम्मीद की किरण नजर आने लगी है। यह बात दीगर है कि कांग्रेस को शहर में महापौर जैसे पद के लिए साफ-सुथरी छवि वाला प्रत्याशी टॉर्च की रोशनी में ढूंढना पड़ रहा है। अभी तक जितने भी नाम चर्चा में आए उनमें या तो बाहूबली श्रेणी में गिने जाने वाले शामिल हैं या फिर वे जिनकी डिक्शनरी में ‘जनहित’ जैसा कोई शब्द ही नहीं है।

दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस द्वारा कथित पैनल रूप में कुछ नाम संगठन की ओर से भोपाल भेजे गए थे। दावा किया जा रहा था कि इन्हीं में से एक बाहुबली का नाम गुरुवार दोपहर तक तय हो जाएगा। हालांकि गुरुवार दोपहर में इसमें अल्पसंख्यक नाम का नया पेंच फंस गया। पार्टी सूत्रों की मानें तो इसक लिए दो दिन पूर्व से ही अल्पसंख्यक नेताओं में बातचीत शुरू हो गई थी और ऐनवक्त पर पुरजोर तरीके से प्रदेश की 16 नगर निगमों में से किसी भी एक में अल्पसंख्यक को महापौर पद का टिकट देने की बात रखी जाएगी। सूत्रों की मानें तो अभी तक जो बात छनकर बाहर आई है उसके अनुसार किसी भी नगर निगम के लिए अल्पसंख्यक नाम को लेकर संगठन की ओर से सकारात्मक रुख नहीं दिखाया गया है।

... रतलाम के लिए बढ़ा दबाव

जानकारों की मानें तो प्रदेश के अल्पसंख्यक कांग्रेसी नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह से मुलाकात कर रतलाम महापौर के लिए अल्पसंख्यक को टिकट देने को लेकर दबाव बनाया। नेताओं ने रतलाम के लिए महापौर पद के प्रत्याशी पूर्व पार्षद और समाजसेवी फैयाज मंसूरी के नाम को आगे बढ़ाया है। अल्पसंख्यक नेताओं का मानना है कि रतलाम के अन्य दावेदारों की तुलना में मंसूरी की छवि साफ-सुथरी होकर उनकी पहचान एक सर्वमान्य समाजसेवी की है। यही नहीं वे छात्र राजनीतिक से सक्रिय होकर पूर्व पार्षद भी रह चुके हैं जिससे रतलाम की राजनीति के अलावा रतलाम शहर व नगर निगम की समस्याओं और उसके समाधान की भी अच्छी जानकारी है। कमल नाथ, दिग्विजय सिंह सहित अन्य नेताओं से मुलाकात के दौरान दावेदार मंसूरी के साथ रतलाम से पहुंचे अल्पसंख्यक नेता और जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। मंसूरी और अल्पसंख्यक नेताओं ने इस दौरान रतलाम जिले और प्रदेश के कई कांग्रेसी विधायकों का समर्थन जुटाने का भी प्रयास किया।

किस करवट बैठेगा ऊंट

महापौर पद के लिए कांग्रेस की ओर से दावेदारी कर रहे लोगों ने अंतिम वक्त में एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। ऐसे में टिकट रूपी ऊंट किस करवट बैठेगा फिलहाल दावे के साथ नहीं कहा जा सकता। अब मामला युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया, प्रदेश तमाम अल्पसंख्यक नेताओं और कांग्रेस के स्थानीय नेताओं की प्रेस्टिज का बन गया है। अब कांग्रेस आलाकमान रतलाम से बाहुबली पर भरोसा जताती है या फिर अल्पसंख्यक पर, यह भविष्य ही बताएगा।

शहर अध्यक्ष कटारिया भी ने भी किया संपर्क

रतलाम शहर से महापौर और पार्षदों के टिकट के निर्धारण को लेकर मचे घमासान के बीच शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया ने भी भोपाल में डेरा डाल रखा है। उन्होंने गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह से मुलाकात की। उन्होंने रतलाम शहर की राजनीति सहित अन्य मुद्दों को लेकर भी चर्चा की।