सावधान ! जिला अस्पताल और ब्लड बैंक के आसपास मंडरा रहे खून के सौदागर, दो यूनिट खून दिलाने के लिए ऐंठ लिए 2500 रुपए, दो आरोपी गिरफ्तार

रतलाम पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों ब्लड बैंक से खून दिलाने के नाम पर लोगों से रुपए वसूलते थे।

सावधान ! जिला अस्पताल और ब्लड बैंक के आसपास मंडरा रहे खून के सौदागर, दो यूनिट खून दिलाने के लिए ऐंठ लिए 2500 रुपए, दो आरोपी गिरफ्तार
खून के सौदागर गिरफ्तार।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जिला अस्पताल और अन्य अस्पतालों के आसपास खून के सौदागर सक्रिय हैं। ये निःशुल्क मिलने वाले खून का भी सौदा कर रहे हैं। पुलिस ने ऐसे दो धोखेबाद सौदागरों को गिरफ्तार किया है। इन्होंने एक मरीज के परिजन से 2 यूनिट खून दिलाने के नाम पर 2500 रुपए ऐंठ लिए थे।

पुलिस के अनुसार 15 फरवरी को रमेश पिता राधाकिशन डोडियार ने स्टेशन रोड पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया था कि 14 फरवरी को परमेश्वर नामक एक व्यक्ति ने जिला चिकित्सालय के साइकिल स्टैण्ड पर दो यूनिट खून दिलाने के लिए उससे 2500 रुपए धोखाधड़ी पूर्वक ले लिए हैं। स्टेशन रोड पुलिस ने आपराधिक प्रकरण दर्ज कर जांच प्रारंभ की। जांच स्टेशन रोड थाने के एसआई इन्द्रपाल सिंह राठौर को सौंपी गई।

अमलेठा के पर्वतसिंह के कहने पर लिए थे रुपए

एसआई राठौर ने आरोपी परमेश्वर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि उसे पर्वतसिंह पिता मनोहर सिंह भाटी निवासी अमलेठा ने कहा था कि यदि किसी भी मरीज को खून की आवश्यकता हो तो पर्वतसिंह उसे दिलवा सकता है। फरियादी रमेश के जिला अस्पताल में भर्ती रिश्तेदार को रक्त की आवश्यकता होने पर उसने परमेश्वर से बात की। परमेश्वर ने अमलेठा निवासी पर्वतसिंह को फोन लगाकर दो यूनिट खून की आवश्यकता बताई तो। पर्वतसिंह ने 2500 रुपए लेने को कहा। पर्वतसिंह ने कहा कि वह डोडियार से 2500 रुपए लेकर उसे खून लेने ब्लड बैंक भेज दे।

ब्लड डोनेशन कैंप का हवाला देकर किया था खून देने का आग्रह

इसी दौरान पर्वतसिंह ने मानव सेवा समिति खून बैंक के मैनेजर नीरज गुप्ता को कहा कि उसने ग्राम जड़वासा खुर्द में रक्तदान शिविर का आयोजन करवा कर ब्लड बैंक को 57 यूनिट खून उपलब्ध करवाया था। उसके परिचित रमेश डोडियार को खून की आवश्यकता है, तो उसे एक यूनिट उपलब्ध करवा दें। पर्वतसिंह ने मैनेजर नीरज गुप्ता को यह भी कहा कि वह एक यूनिट खून बाद में आकर उपलब्ध करवा देगा। ब्लड बैंक मैनेजर ने पर्वतसिंह की बातों पर भरोसा करके रमेश डोडियार को 1 यूनिट खून उपलब्ध करवा दिया।

दोबारा खून की जरूरत पड़ी तब हुआ खुलासा

इसके बाद अगले दिन फिर से रमेश डोडियार को एक यूनिट खून की आवश्यकता लगी और वह फिर से ब्लड बैंक पंहुचा। इस बार ब्लड बैंक मैनेजर ने उसे खून देने से मना कर दिया। इस पर रमेश डोडियार ने मैनेजर को कहा कि वह दो यूनिट के लिए 2500 रुपए परमेश्वर को दे चुका है। इस पर मैनेजर गुप्ता ने डोडियार को बताया कि ब्लड बैंक में खून के लिए रुपए नहीं देने पड़ते हैं। इसके बाद रमेश और मैनेजर नीरज ने इसकी जानकारी सिविलि सर्जन डॉ. एमएस सागर को दी। सिविल सर्जन डॉ. सागर ने शिकायत पुलिस में दर्ज करवाने के लिए कहा। रमेश डोडियार ने स्टेशन रोड थाने पंहुचकर रिपोर्ट दर्ज कराई।

दोनों आरोपयों ने बांट लिए थे रुपए

आरोपी परमेश्वर ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि उसने पर्वतसिंह के कहने पर रमेश डोडियार से 2500 रुपए लिए थे।  इसमें से 1400 रुपए वह पर्वतसिंह को दे चुका है और शेष 1100 रुपए उसने खुद रख लिए थे। इसके बाद स्टेशन रोड पुलिस ने आरोपी पर्वतसिंह को भी ग्राम अमलेठा से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों से 2500 रु, भी जब्त कर लिए है। आरोपियों की गिरफ्तारी थाना प्रभारी स्टेशन रोड निरीक्षक बी.आर. वर्मा, उप निरीक्षक इन्द्रपालसिंह राठौर, आरक्षक पवन मेहता, लोकेन्द्र सोनी, हेमराज, बबलू मैड़ा की सराहनीय भूमिका रही।