हद है ! यहां भी नेतागिरी ? सीएम के आदेश से बड़े रतलामी नेता, पटाखा गोदाम चैक करने के दौरान कलेक्टर ने भाजपा मंडल अध्यक्ष को लिया आड़े हाथ

हरदा में हुए हादसे के बाद जिला प्रशासन ने रतलाम में गैस और पटाखों के गोदामों की जांच शुरू कर दी। इस दौरान कुछ गोदामों के संचालकों के आपत्तिजनक रवैये पर कलेक्टर ने नाराजी भी जताई।

हद है ! यहां भी नेतागिरी ? सीएम के आदेश से बड़े रतलामी नेता, पटाखा गोदाम चैक करने के दौरान कलेक्टर ने भाजपा मंडल अध्यक्ष को लिया आड़े हाथ
रतलाम शहर के सागोद रोड पर पटाखा गोदाम की जांच करने पहुंचे कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार, एसपी राहुल कुमार लोढ़ा व अन्य।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुए दिल दहला देने वाले हादसे के बाद से प्रदेश सरकार से लेकर जिला प्रशासन तक सब अलर्ट मोड पर है। सीएम डॉ. मोहन यादव ने ऐसे हादसों पर रोक लगाने को लेकर हिदायत दे चुके है। नतीजतन रतलाम में भी पटाखों और गैस गोदामों की जांच शुरू हो गई है लेकिन यह सत्तासीन भाजपा के नेताओं को रास नहीं आ रहा। शहर के एक पटाखा गोदाम की जांच के दौरान पार्टी के एक मंडल अध्यक्ष ने आपत्ति जताई तो कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने उन्हें ही आड़े हाथ ले लिया। उन्होंने एक गैस गोदाम संचालक पर भी नाराजी जताई।

हरदा के हादसे के बाद सीएम डॉ. यादव के निर्देश पर प्रदेश के सभी जिलों में गैस और पटाखा गोदामों, ज्वलनशील पदार्थ बनाने वाली फैक्ट्रियों आदि की जांच की जा रही है। उद्देश्य हरदा जैसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकना है। इसी तारतम्य में बुधवार को कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार, एसपी राहुल कुमार लोढ़ा, एडिएशनल एसपी एसडीएम संजीव केशव पांडेय सहित अधीनस्थ अमले के साथ रतलाम शहर के पटाखा और गैस गोदाम का जांच के लिए निकले। कलेक्टर ने खुद सुरक्षा को लेकर की गई व्यवस्थाओं की जांच की। अग्नि दुर्घटना से बचाव हेतु उपकरणों की जानकारी प्राप्त की गई। अग्निशमन यंत्र, जल तथा बालू की उपलब्धता का जायजा लिया गया, गोदामों पर उपलब्ध बिल तथा स्टॉक रजिस्टर देखा गया। उन्हें दो जगह सख्त लहजे में हिदायत देनी पड़ी।

कलेक्टर के कड़े रुख के आगे धरी रह गई नेतागिरी

जानकारी के अनुसार कलेक्टर और एसपी सहित अमला सागोद रोड स्थित एक पटाखा व्यापारी के गोदाम पहुंचे। यह गोदाम बाबूलाल रतनलाल पोखरना का है। फर्म के मनोहर पोखरना की मौजूदगी में हुई जांच के दौरान कमियां पाई गईं। यहां आग बुझाने के पर्याप्त साधन, यहां तक कि पानी तक उपलब्ध नहीं था। गोदाम भी सुरक्षित स्थल पर नहीं है। इसे लेकर कलेक्टर ने नाराजी जताई। इस बीच यहां भाजपा के मंडल अध्यक्ष नीलेश गांधी भी पहुंच गए। खामियां बताए जाने के दौरान भाजपा नेता गांधी ने रौब झाड़ने के अंदाज में आपत्ति जताई। दरअसल, गोदाम संचालक पोखरना और गांधी को इस बात पर अचरज था कि उनके गोदाम की जांच कैसे हो गई। कलेक्टर लाक्षाकार को यह नागवार गुजरा। चूंकि मामला सुरक्षा से जुड़ा है इसलिए उन्होंने सिर्फ गोदाम संचालक ही नहीं, मंडल अध्यक्ष गांधी को भी आड़े हाथ ले लिया। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि सुरक्षा मानकों को लेकर किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी। कलेक्टर का रुख देख नेताजी ने चुप रहने में ही अपनी भलाई समझी।

गैस एजेंसी संचालक पर जताई नाराजी

प्रशासन और पुलिस अमले ने शहर के हाट रोड स्थित ललित गैस एजेंसी, टैंकर रोड स्थित अल्पा गैस एजेंसी, महावीर नगर स्थित एचपी गैस एजेंसी, जावरा रोड स्थित रूमी गैस एजेंसी, अंकित गैस एजेंसी तथा महू नीमच रोड स्थित एचपी गैस एजेंसी के गोदामों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने उन्होंने गैस एजेंसी संचालकों से भी बात की। ललित गैस एजेंसी के गोदाम के निरीक्षण के दौरान संचालक अमित अग्रवाल ने अपनी बात रखी। कुछ बिंदुओं को लेकर उनकी आपत्ति थी जिसे लेकर उन्होंने थोड़ा तेज आवाज में बोलने का प्रयास किया। हालांकि कलेक्टर लाक्षाकार ने जैसे ही सख्त लहजे में हिदायत दी तो वे चुप हो गए।

एक माह में हटाएं रहवासी इलाकों से गोदाम

रतलाम शहर के अधिकांश पटाखा गोदाम और गैस गोदाम ऐसे स्थानों पर हैं जहां रहवासी क्षेत्र भी है। ऐसे में जान-माल की सुरक्षा का अंदेशा बना रहता है। कलेक्टर ने ऐसे सभी गैस और पटाखा गोदामों को शहर से बाहर सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने के निर्देश गैस एजेंसी और गोदाम संचालकों को दिए हैं। पेसो पोर्टल पर ठीक से एंट्री करने के निर्देश भी संचालकों को दिए गए। उन्होंने इसके लिए एक महीने की डेडलाइन दी है। उन्होंने ऐसा नहीं करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए संबंधित अफसरों को ताकीद की है। कलेक्टर के निर्देश पर जिले में सभी एसडीएम द्वारा भी अपने क्षेत्र के गैस सिलेण्डर गोदामों का निरीक्षण किया गया। साथ ही पटाखा विक्रय करने वाले दुकानदारों की बैठकें आयोजित कर आवश्यक निर्देश दिए गए।