आपके नवजात शिशु की अभिलाषा, सुनिए- ख्यात स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरजा पौराणिक की जुबानी, देखें वीडियो

मां के गर्भ में नौ माह तक रहने के बाद जब शिशु इस दुनिया में आता है तो उसे कई प्रकार की अनुकूल और प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में उसे जन्म के बाद से ही मजबूत बनाना जरूरी है। यह कैसे कर सकते हैं यह एक मां और डॉक्टर बता रही हैं।

आपके नवजात शिशु की अभिलाषा, सुनिए- ख्यात स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरजा पौराणिक की जुबानी, देखें वीडियो
डॉ. नीरजा पौराणिक, स्त्री रोग एवं प्रसूति विशेषज्ञ, इंदौर।

एसीएन टाइम्स @ हेल्थ डेस्क । मां की कोख में 9 माह तक रहने के बाद किसी शिशु का दुनिया में आना विशिष्ट घटना है। एक मां के लिए इससे बढ़ कर कोई और खुशी नहीं होती। जन्म से पूर्व तक एक मां सिर्फ अपने शिशु को महसूस कर सकती है लेकिन जन्म के बाद वह उसे प्रत्यक्ष रूप से देख पाती है और उसे किसी भी व्याधि से बचाने के लिए चिंतित रहती है। यही वह समय है जब एक नवजात शिशु को मजबूत बनाने का संस्कार किया जाना जरूरी है। नवजात की ऐसी ही जरूरी और अभिलाषा बयां कर रही हैं एक ख्यात डॉक्टर अपनी जुबानी।

हम बात कर रहे हैं स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. पौराणिक की जो खुद भी एक सफल मां हैं। इंदौर की वरिष्ठ स्तनपान सलाहकार एवं चिकित्सक डॉ. नीरजा शिशुओं को स्तनपान करवाने के लिए माताओं और डॉक्टरों में जागरूकता लाने की दिशा में काफी सक्रिय हैं। डॉ. पौराणिक के अनुसार वर्तमान में स्तनपान को लेकर कई भ्रांतियां हैं, कई शंकाएं हैं। इनके समाधान का प्रयास किया जाना जरूरी है।

डॉ. पौराणिक ऐसी ही भ्रांतियों और शंकाओं का समाधान करते हुए शिशुओं को स्तनपान कराने को लेकर अभियान चला रही हैं। उन्होंने इसके लिए एक कविता भी लिखी है। इसमें स्तनपान को बढ़ावा देती भावना के साथ एक नन्हें शिशु की अभिलाषा व्यक्त की गई है जिसे सुनने के लिए नीचे दिए गए वीडियो के प्ले बटन पर क्लिक करें। यदि एक मां और डॉक्टर का यह प्रयास अच्छा लगे तो इसे औरों को शेयर करना न भूलें।